मोच ठीक करने के घरेलू उपचार। Home Remedies for Sprain in Hindi
जनवरी 29, 2020 Bone Health 31721 ViewsSprain Meaning in Hindi
मोच आने की समस्या को अंग्रेजी में स्प्रेन (Sprain) कहते है। मोच की समस्या सभी ने कभी न कभी जरूर महसूस किया होगा। मोच आने पर व्यक्ति को अत्यधिक पीड़ा का सामना करना पड़ता है। हड्डियों में किसी तरह के क्षतिग्रस्त होने से मोच की समस्या उत्पन्न होता है क्योंकि हड्डियों में ऊतक एक दूसरे से जुड़े होता है। आमतौर मोच बहुत बड़ी समस्या नहीं है लेकिन सही समय पर उपचार नहीं करने से समस्या और बढ़ जाती है। मोच की समस्या अक्सर लोगो को व्यायाम, कैल्शियम की कमी, पोटेशियम की कमी या चोट लगने के कारण हो जाता है। मोच आने पर व्यक्ति के मांसपेशियो में दर्द व ऐंठन उत्पन्न हो जाता है। मोच होने पर व्यक्ति कुछ दिनों तक अपने काम करने में असमर्थ रहता है। यह समस्या किसी को कही भी किसी भी उम्र के लोगो को हो सकती है। चलिए इस लेख में आपको मोच की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए कुछ घरेलु उपचार के बारे में बताने वाले है।
मोच को ठीक करने के लिए घरेलु उपचार क्या है ? (Home Remedies for Sprain in Hindi)
मोच को ठीक करने के लिए निम्नलिखित घरेलु उपचार है।
- सेंधा नमक का उपयोग कर मोच ठीक कर सकते है – सेंधा नमक सूजन विरोधी होती है और मांसपेशियो के दर्द व ऐंठन को कम करने में मदद करते है। इसमें प्राकृतिक तौर पर मैग्नीशियम होता है जो हड्डियों के दर्द को दूर करता है। यह नमक द्रव पदार्थ को बाहर निकाल देता है और सूजन से आराम दिलाता है। मोच को ठीक करने के लिए दो कप सेंधा नमक ले उसे एक बाल्टी गुनगुने पानी में मिलाये। इस पानी से स्नान कर सकते है या प्रभवित अंग को डालकर बैठ सकते है। याद रखे प्रभावित जगह को बांडेड लगा ले। इस प्रक्रिया को तब तक करे जब तक आपके मोच कम नहीं हो जाये। इस बात का ध्यान रखे जो लोग ह्रदय व बीपी की समस्या से पीड़ित है उनको सेंधा नमक का उपयोग नहीं करना है।
- अरंडी का तेल का उपयोग मोच को ठीक करने में – अरंडी के तेल में बहुत से औषधीय गुण होता है जो हड्डियों के दर्द को कम करता है। गठिया रोग के लोगो के लिए अरंडी के तेल से मालिश करने से सूजन व ऐंठन कम होता है। इसके अलावा मोच को ठीक करने के लिए अरंडी के तेल का उपयोग करना फायदेमंद होता है। अरंडी के तेल को साफ कपडे में लगाकर प्रभवित जगह पर लगाए और किसी चीज से धक दे, इसके ऊपर गर्म पानी की बोतल रख ले कुछ मिनटों में हटा दे। इसके बाद उस जगह पर हल्के हाथ से मालिश करे, इस प्रक्रिया को पुरे दिन में एक बार रोजाना करे जब तक आपका मोच पूरी तरह से ठीक न हो जाये। (और पढ़े – अरंडी के तेल के फायदे)
- सेब के सिरके के फायदे मोच ठीक करने में – सेब के सिरके में अच्छी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होता है, इसके अलावा एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होता है जो सूजन व दर्द को कम करता है। सेब का सिरका बहुत से रोगो के जोखिम को कम करता है। इसलिए सेब का सिरका मोच से राहत पहुंचाता है। इसका उपयोग करने के लिए एक बाल्टी में गर्म पानी डालकर दो चम्मच सेब का सिरका मिला कर स्नान करे व प्रभावित जगह को इस पानी में थोड़े देर डुबाकर रखे ताकि सूजन व दर्द कम हो सके। इस प्रक्रिया को दिन में एक बार करे।
- जैतून के तेल के फायदे मोच के लिए – जैतून के तेल कुछ ऐसे कम्पाउंड होते है जो सूजन विरोधी होते है। इसकी सहायता से पेरो की मोच को आसानी से ठीक कर सकते है। इस तेल का उपयोग बहुत से रोगो के लिए किया जाता है क्योंकि यह सेहत के लिए लाभदायक होता है। जैतून के तेल का उपयोग करने के लिए सबसे पहले तेल को थोड़ा गर्म कर ले, फिर प्रभावित जगह पर हल्के हाथ से मालिश करे, जैतून के तेल से मालिश करने से मोच से जल्दी आराम मिलता है। इस प्रकिया को दिन में कम से कम चार से पांच बार करे।
- लौंग के तेल का उपयोग – जैसा की आपको पता है लौंग के तेल को दांत से जुडी समस्या के लिए अधिक उपयोग में लाया जाता है। उसी तरह, यह तेल मोच की समस्या को ठीक करने में मदद करता है। इसमें एनेस्टेथिक गुण मौजूद है जो सूजन व दर्द को कम करता है। लौंग के तेल को एक या दो चम्मच ले और इसे कुछ देर के लिए छोड़ दे इसके बाद हल्के हाथो से प्रभावित जगह पर लगा ले और मालिश करे। इस प्रक्रिया से मांसपेशिया के दर्द से आराम मिलता है। दिन में तीन से चार बार लौंग के तेल से मालिश करे।
- टखने की चोट के लिए प्याज का उपयोग – प्याज में प्राकृतिक तौर पर सूजन विरोधी गुण होता है। यह टखने की चोट, उंगलिया, गठिया के दर्द को कम करता है। प्याज का उपयोग करने के लिए इसको छोटे छोटे टुकड़े में काटले इस कटे हुए प्याज को सूती कपडे में लगाकर प्रभावित जगह पर लगाकर बांध ले। इसे प्रभावित जगह पर दो घंटे के लिए कम से कम रहने दे। इस प्रक्रिया को दिन में एक बार करें।
- एलोवेराजेलकाउपयोग– मोच ठीक करने के लिए एलोवेरा जेल का उपयोग किया जाता है। एलोवेरा जेल से मालिश करने मोच के दर्द से आराम मिलता है। इसके अलावा एलोवेरा की आयुर्वेदिक दवा खिलाड़ियों को पैरो में मोच आने पर दिया जाता है ताकि जल्दी आराम मिल सके। यदि आप एलोवेरा की आयुर्वेइक दवा लेना चाहते है तो चिकिस्तक से सलाह जरूर ले।(और पढ़े – एलोवेरा के फायदे)
अगर आपको हड्डियों से जुडी किसी भी प्रकार की समस्या है तो अच्छे ओर्थपेडीक (Orthopedician) से संपर्क करें।
हमारा उद्देश्य आपको रोगो के प्रति जानकारी देना है हम आपको किसी तरह के दवा, उपचार, सर्जरी की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक दे सकता है क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा नहीं होता है।