माइग्रेन के घरेलु उपचार । Home Remedies for Migraine in Hindi.

अक्टूबर 20, 2020 Brain Diseases 2213 Views

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माइग्रेन का मतलब हिंदी में, (Migraine Meaning in Hindi)

माइग्रेन का अर्थ है सिर के आधे भाग में दर्द होना जिसे हम अधकपारी के नाम से जानते है। माइग्रेन की समस्या आजकल पुरुषो के मुकाबले महिलाओं में अधिक देखने को मिल रही है। माइग्रेन के दर्द लगातार नहीं होते है बल्कि रुक रुक या अधिक दर्द होने लगते है। इसके लक्षणो में उल्टी, मलती और आंख में दर्द इत्यादि होने लगते है। माइग्रेन की समस्या में अधिक दवा लेना सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है। इसलिए ऐसी समस्या के प्राकृतिक उपाय अपनाना चाहिए ताकि कोई हानि न हो। बहुत से ऐसे घरेलू उपाय है जिसका उपयोग कर माइग्रेन की समस्या से निजात पाया जा सकता है। चलिए आज के लेख के माध्यम से आपको माइग्रेन के घरेलु उपचार के बारे में बताने वाले है। 

माइग्रेन के घरेलु उपचार क्या हैं ? (Home Remedies for Migraine in Hindi)

माइग्रेन दूर करने के निम्नलिखित घरेलु उपचार है। चलिए आगे बताते है। 

  • लैवेंडर तेल का उपयोग लैवेंडर तेल लैवेंडर फूलो से प्राप्त किया जाता है, इसलिए इसमें बहुत सुगंध होती है। यह तेल माइग्रेन की समस्या को दूर करने में मदद करता है। इसका उपयोग करने के लिए एक ग्लास गुनगुने पानी में दो बूंद लैवेंडर तेल मिलाएं और पी जाए। इस प्रक्रिया को करने से आपके माइग्रेन का दर्द अपने आप कम होने लगता है। यदि पहली बार उपयोग करने वाले है तो अपने चिकिस्तक से परामर्श जरूर ले। (और पढ़े – नीलगिरी तेल के फायदे)
  • शतावरी चूर्ण आयुर्वेदिक चूर्ण में शतावरी चूर्ण बहुत उपयोगी मानी जाती है। यह माइग्रेन के दर्द को कम करने में फायदेमंद होती है क्योंकि तनाव को कम करने में मदद करती है। इस वजह से तंत्रिका तंत्र में बहुत सुधार हो जाता है। इसका उपयोग करने के लिए एक ग्लास पानी में एक चम्मच शतावरी चूर्ण रोजाना ले। ऐसा करने से आपके माइग्रेन की समस्या दूर होने लगती है। (और पढ़े – शतावरी के फायदे और नुकसान)
  • मालिश दूर करे माइग्रेन आमतौर पर सिरदर्द होने पर लोग सिर की मालिश करने लगते है ताकि थोड़ा आराम मिल सके। मालिश की प्रक्रिया आयुर्वेद उपचार में बहुत प्रयोग की जाती है जिसमे गर्म तेल से शरीर पर डाला जाता है और मसाज किया जाता है। आपको बता दे माइग्रेन दर्द से छुटकारा पाने के लिए तिल के तेल को गर्म कर अपने सिर की अच्छे से मालिश करे। मालिश करने से दिमाग को संतुष्टि प्राप्त होती है और अधकपारी से आराम मिलता है। इसके अलावा पेपरमिंट तेल का उपयोग भी कर सकते है। (और पढ़े – एंजायटी के आयुर्वेदिक उपचार)
  • अदरक उपयोगी घरेलु उपचार अदरक एक गुणकारी औषधीय की तरह काम करता है। इसमें कई तरह के पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट होते है जो शरीर की कई तरह की समस्या को दूर करने में फायदेमंद होता है। माइग्रेन के दर्द में अदरक की चाय पीने से बहुत आराम मिलता है। अदरक की चाय को प्रभावी बनाने के लिए इसमें थोड़ा शहद और थोड़ा नींबू का रस मिलाकर सेवन करे। जैसा की आपको पता है अदरक में सूजन व दर्द से राहत पहुंचाने वाले गुण होते है जो हमारे माइग्रेन दर्द से छुटकारा दिलाने में मदद करते है। (और पढ़े – माइग्रेन की समस्या)
  • अश्वगंधा फायदेमंद माइग्रेन में अश्वगंधा एक प्रभावकारी जड़ीबूटी है जो शरीर के कई तरह की समस्या को दूर करने में फायदेमंद होती है। अश्वगंधा चूर्ण का उपयोग दूध के साथ करने पर शरीर ताकत और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। माइग्रेन की समस्या में यह जड़ीबूटी बहुत प्रभावकारी कार्य करती है। यह जड़ीबूटी दिमाग से चिंता को कम कर दर्द से राहत पहुंचाती है और दिमाग को शांत करने में मदद करती है। इसलिए अश्वगंधा की जड़ को उबालकर गर्म दूध के साथ लेने से अधकपारी दर्द कम होने लगता है। (और पढ़े – अश्वगंधा के स्वास्थ्य लाभ)
  • सेब का सिरका दूर करे माइग्रेन सेब का सिरका बहुत से बीमारियों के उपचार में उपयोग किया जाता है। इसमें कई तरह के औषधीय गुण मौजूद होते है जो माइग्रेन के दर्द से आराम दिलाता है। सेब के सिरके में अच्छी मात्रा में पोटेशियम होता है जो सिरदर्द को ठीक करने में मदद करती है। इसका उपयोग करने के लिए एक ग्लास गुनगुने में एक चम्मच शहद, सिरका और नींबू का रस मिलाकर पीये। इस प्रक्रिया को करने से माइग्रेन से जल्दी आराम मिलता है। (और पढ़े – सेब के सिरके के फायदे)
  • केसर माइग्रेन से छुटकारा दिलाएं केसर में कई तरह के पोषक तत्व और खनिज होते है जो माइग्रेन के दर्द से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। माइग्रेन के घरेलु उपचार में केसर का उपयोग बहुत किया जाता है। इसका उपयोग करने के लिए एक चम्मच घी में कम मात्रा में केसर मिलाकर एक बूंद नाक में डाले। इस प्रक्रिया को दिन में एक या दो बार दोहराएं। (और पढ़े – दूध के स्वास्थ्य लाभ)
  • तुलसी के फायदे माइग्रेन दूर करने में तुलसी का उपयोग आयुर्वेद में उपचार के लिए बड़े पैमाने पर किया जाता है। इसमें बहुत से गुण मौजूद है जो कई तरह के रोगो को ठीक करने में किया जाता है। तुलसी हमारे मस्तिष्क को शांत करने मे मदद करती है और मस्तिष्क को आराम पहुंचाती है। यदि आपको माइग्रेन दर्द हो रहा है तो तुलसी की चाय बनाकर उसमे थोड़ा शहद डालकर सेवन करे। तुलसी की चाय को दिन में दो बार जरूर पीये। 

हमे आशा है की आपके प्रश्न माइग्रेन के घरेलु उपचार ? का उत्तर हम इस लेख के माध्यम से दे पाए। 

माइग्रेन की समस्या होने पर आपको न्यूरोलॉजिस्ट (Neurologist) से संपर्क करना चाहिए।


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