लंग बायोप्सी क्या है । Lung Biopsy in Hindi

मार्च 1, 2021 Cancer Hub 2469 Views

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लंग बायोप्सी का मतलब हिंदी में, (Lung Biopsy Meaning in Hindi)

लंग बायोप्सी क्या है ?

लंग बायोप्सी एक तरह की सर्जिकल जांच प्रक्रिया है, जिसमे सुई के माध्यम से एबनॉर्मल लंग टिशूज़ के छोटे-छोटे टुकड़ो को निकाला जाता है। हालांकि लंग बायोप्सी में मुख्य तौर पर शरीर से बाहर असाधारण टिश्यू को अलग किया जाता है। इसके अलावा लंग बायोप्सी किसी असाधारण टिशू की जांच व लंग कैंसर, व ट्यूमर का पता लगाने के लिए किया जाता है। लंग बायोप्सी ओपन, थोरकोस्कोपिक, ट्रांसब्रोन्कियल नीडल आदि विधियों से किया जाता है। चलिए आज के लेख के माध्यम से आपको लंग बायोप्सी के बारे में विस्तार से बताएंगे। 

  • लंग बायोप्सी क्यों किया जाता हैं ? (What are the Purpose of Lung Biopsy in Hindi)
  • लंग बायोप्सी से पहले की तैयारी ?  (Prepare Before Lung Biopsy in Hindi) 
  • लंग बायोप्सी कैसे किया जाता हैं ? (What are the Procedure of Lung Biopsy in Hindi)
  • लंग बायोप्सी के बाद देखभाल ? (After Lung Biopsy in Hindi)
  • लंग बायोप्सी के जोखिम ? (What are the Risks of Lung Biopsy in Hindi)
  • लंग बायोप्सी के परिणाम क्या आ सकते है ? (What do Results of Lung Biopsy mean in Hindi)

लंग बायोप्सी क्यों किया जाता हैं ? (What are the Purpose of Lung Biopsy in Hindi)

लंग बायोप्सी करवाने की सलाह निम्न स्तिथियो के आधार पर दिया जा सकता हैं। 

  • लंग की बीमारी का पता लगाने के लिए। 
  • लंग कैंसर के ट्यूमर की स्तिथि जानना हो। 
  • लंग में हो रही अनियमियता की जांच के लिए। 
  • सीवियर निमोनिया की जांच के लिए। 
  • सारकॉइडोसिस करने के लिए। 
  • सिटी स्कैन में खराबी आने पर लंग बायोप्सी किया जाता है। (और पढ़े – बयोप्सी क्या हैं)

लंग बायोप्सी से पहले की तैयारी ?  (Prepare Before Lung Biopsy in Hindi) 

लंग बायोप्सी करने से पहले आपके चिकिस्तक निम्न सवाल पूछ सकते है। 

  • आपके पिछली बीमारी इतिहास के बारे में और स्वास्थ्य से जुड़े स्तिथियो के बारे में आदि। 
  • अगर मरीज रक्त पतला करने वाली दवा या विशेष दवाओं का सेवन करता है तो चिकिस्तक को बता दे, क्योंकि बायोप्सी से तीन दिन पहले इनका सेवन न करने की सलाह दी जाती है। 
  • अगर आप शराब या धूमप्रान करते है तो जांच के पहले बिलकुल भी न करें। 
  • प्रक्रिया से आठ घंटे के पहले  कुछ खाना पीना नहीं चाहिए। 
  • लंग बायोप्सी से पहले अपने सारे आभूषण व गहने घर पर निकाल कर दे। 
  • जांच के पहले कोई ढीला कपडा या चिकिस्तक अस्पताल का गाउन पहने की सलाह दे सकते है। (और पढ़े – लंग स्क्रीनिंग क्या है)

लंग बायोप्सी कैसे किया जाता हैं ? (What are the Procedure of Lung Biopsy in Hindi)

लंग बायोप्सी प्रक्रिया कई तरह से किया जाता है। इन प्रक्रियो में लगभग 40 से 45 मिनट का समय लग सकता है।

  • निडिल बायोप्सी (Needle biopsy) इस प्रक्रिया के दौरान मरीज को लोकल एनेस्थीसिया देकर प्रभावित अंग को सुन्न किया जाता है। इस दौरान सारी गतिविधिया चिकिस्तक सिटी स्कैन में देख कर सुई को फेफड़ो में डाली जाती है। इसके बाद शरीर में सुई डालकर अंदर छोटे छोटे टुकड़ो में जांच के लिए नमूना लिया जाता है।
  • ट्रांसब्रॉन्कियल बायोप्सी (Transbronchial biopsy) इस प्रकार में ब्रॉन्कोस्कोप एक पतला ट्यूब का उपयोग किया जाता है, इसके सिरे पर टेलिस्कोप लगा होता है। इसे सांस नली के जरिये फेफड़ो में डाला जाता है। ऐसा इसलिए ताकि फेफड़े के कैंसर के ट्यूमर का नमूना ले सके। 
  • थोरैकोस्कोपिक बायोप्सी (Thoracoscopic biopsy) इस प्रक्रिया के दौरान मरीज को पहले बेहोश किया जाता है। अब एंडोस्कोप चेस्ट कैविटी को सांस नली में डालेंगे। कई बार चिकिस्तक फेफड़ो के जरिये भी डाल सकते है की फेफड़े की सटीक जांच हो सके। इस बायोप्सी में यदि कोई नोडूयल दिखाई देता है तो जांच के लिए शरीर से नमूना बाहर निकाल लेते है। इसके अलावा किसी तरह का चोट है तो इसका भी उपचार किया जाता है। 
  • ओपन बायोप्सी (open Biopsy) –  इस प्रकार की बायोप्सी करने के पहले मरीज को बेहोश किया जाता है। इसके बाद मरीज के चेस्ट कैविटी त्वचा पर एक चीरा लगा दिया जाता है ताकि लंग के टिश्यू को बाहर निकाला जा सके। हालांकि मरीज के शरीर पर चीरा कितना लगाना होता है यह मरीज की स्तिथि पर निर्भर करता है। मरीज को अस्पताल में रुकने की सलाह दी जा सकती है। (और पढ़े – फेफड़े का कैंसर क्या है)

लंग बायोप्सी के बाद देखभाल ? (After Lung Biopsy in Hindi)

लंग बायोप्सी के बाद मरीज की स्तिथि के अनुसार अस्पताल में रिकवरी के रखा जा सकता है। इसके अलावा मरीज को रिकवरी होने के लिए कुछ हफ्तों या कुछ दिनों का समय लग सकता है। 

  • फेफड़े की बायोप्सी के बाद लोगों को कई दिनों तक आराम करना चाहिए।
  • फेफड़े की बायोप्सी के बाद कुछ दिनों तक शारीरिक व्यायाम से बचना चाहिए। 
  • ओपन बायोप्सी के बाद अत्यधिक भारी वजन उठाने से बचना चाहिए। 
  • आहार में क्या खाना है क्या नहीं इसके बारे में चिकिस्तक से बात करें। (और पढ़े – अस्थमा में क्या खाना चाहिए)

लंग बायोप्सी के जोखिम ? (What are the Risks of Lung Biopsy in Hindi)

किसी भी तरह के सर्जिकल जांच प्रक्रिया में निम्न जोखिम की संभावना हो सकती है, उसकी तरह लंग बायोप्सी में निम्न जोखिम हो सकती है। 

  • जैसे – दर्द होना। 
  • हवा जमा हो जाना। 
  • एर्लजी होना। 
  • बिओप्सी वाले जगह से रक्तस्राव होना। 

अगर आपको निम्न लक्षण का अनुभव होता है तो चिकिस्तक से संपर्क करें। 

  • जैसे – अत्यधिक बुखार हो। 
  • सीने में दर्द हो। 
  • सांस लेने में कठिनाई हो। 
  • सीने पर लालिमा या सूजन आना। 
  • खांसने पर बलगम में रक्त की बूंद आना। (और पढ़े – टीबी के लक्षण क्या हैं)

हमें आशा है की आपके प्रश्न लंग बायोप्सी क्या है ? का उत्तर इस लेख के माध्यम से दे पाएं। 

अगर आपको लंग बायोप्सी के बारे में अधिक जानकारी व इलाज करवाना हो तो  (Radiologist) से संपर्क कर सकते हैं। 

हमारा उद्देश्य केवल आपको लेख के माध्यम से जानकारी देना है। हम आपको किसी तरह दवा, उपचार की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक ही दे सकता है। क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा कोई नहीं होता है।


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