लिम्फोमा क्या है। Lymphoma in Hindi
Login to Health नवम्बर 9, 2020 Cancer Hub 127 Viewsलिम्फोमा क्या है ?
लिम्फोमा क्या है? लिम्फोमा एक तरह कैंसर है जो टी कोशिकाओं व बी कोशिकाओं में शुरू होता है। यह कोशिकाएं मनुष्य की रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढाकर मनुष्य को रोगो से बचाने का काम करती है। यह कोशिकाएं जिनमे लिम्फ नोड्स व अस्थि मज्जा नोड्स के साथ शरीर के बाकि हिस्सों में उपस्थित रहती है। हालांकि यह कोशिकाए असामान्य हो जाएं तो कैंसर शरीर अन्य भागो में फैलने लगता है।
लिम्फोमा के दो प्रकार होते है जिनमे हॉजकिन लिम्फोमा (Hodgkin lymphoma) व गैर-हॉजकिन लिम्फोमा (Non-Hodgkin lymphoma) शामिल है।
- हॉजकिन लिम्फोमा (Hodgkin lymphoma) – इसमें पीड़ित लोगो में असामान्य रूप से लिम्फोसाट्स मौजूद होते है। यह कोशिकाएं खासतौर पर बी कोशिकाओं से निर्मित होती है।
- गैर-हॉजकिन लिम्फोमा (Non-Hodgkin lymphoma) – इसमें कैंसर का एक बड़ा समूह होता है जो लिम्फोसाइटो में शुरू होने लगता है। हालांकि कैंसर तेज या धीमी गति से बढ़ना लगता है। इसके अलावा कैंसर बी या टी कोशिकाओं में बन सकता है।
कुछ स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक भारत में हर साल 5 फीसदी लिम्फोमा के मामले सामने आते है। इनमे महिला व पुरुष दोनों ही प्रभावित होते है। इसलिए शुरुवाती लक्षण नजर आने पर तुरंत चिकिस्तक से संपर्क करवाना चाहिए, ताकि जोखिम से खुद का बचाव कर सके। चलिए आज के लेख के माध्यम से आपको लिम्फोमा के बारे में विस्तार से बतायेंगे।
- लिम्फोमा के कारण क्या हैं ? (What are the Causes of Lymphoma in Hindi)
- लिम्फोमा के लक्षण क्या हैं ? (What are the Symptoms of Lymphoma in Hindi)
- लिम्फोमा की जांच कैसे की जाती हैं ? (Diagnoses of Lymphoma in Hindi)
- लिम्फोमा का इलाज क्या हैं ? (What are the Treatments for Lymphoma in Hindi)
लिम्फोमा के कारण क्या हैं ? (What are the Causes of Lymphoma in Hindi)
लिम्फोमा का कारण निश्चित रूप से पता नहीं चल पाया है। लेकिन कुछ निम्न कारक हो सकते है जो जोखिम को बढ़ावा देते है।
- जैसे कोई व्यक्ति एचआईवी से संक्रमित हो या अंग प्रत्यारोपण, या क्योंकि आप एक प्रतिरक्षा रोग के साथ पैदा हुए थे आदि।
- बेंजीन या रसायनों के संपर्क में आना जो कीड़े और खरपतवार को मारते है।
- अतीत में हॉजकिन या गैर-हॉजकिन लिंफोमा के लिए इलाज किया गया हो।
- विकिरण के साथ कैंसर के लिए इलाज किया गया हो।
- यदि प्रतिरक्षा प्रणाली की बीमारी जैसे गठिया, सिंड्रोम, एक प्रकार का वृक्ष, या सीलिएक रोग है।
- एपस्टीन-बार, हेपेटाइटिस सी या मानव टी-सेल ल्यूकेमिया / लिंफोमा (HTLV-1) जैसे वायरस से संक्रमित हो गए हैं। (और पढ़े – हेपेटाइटिस बी क्या है)
- हॉजकिन लिंफोमा के लिए 15 और 40 या 55 से अधिक उम्र के बीच होने का जोखिम रहता है।
लिम्फोमा के लक्षण क्या हैं ? (What are the Symptoms of Lymphoma in Hindi)
लिम्फोमा से पीड़ित लोगो में लिम्प नोड्स में सूजन के अलावा त्वचा में कुछ गांठ नजर आ सकती है। हालांकि शरीर के अन्य भाग में लिम्प नोड्स होने से लक्षण नजर आ सकते है।
- जैसे – छाती के ऊपरी भाग में।
- पेट व जांघ के मध्य।
- गर्दन के पास।
कुछ अन्य लक्षण में –
- सांस फूलना।
- बुखार आना।
- हड्डी में दर्द होना।
- वजन कम होना।
- थकान महसूस होना।
- पेट दर्द की समस्या।
- चकत्ते आना।
- खांसी आना। (और पढ़े – कोरोना वायरस के लक्षण)
- खुजली होना।
लिम्फोमा की जांच कैसे की जाती हैं ? (Diagnoses of Lymphoma in Hindi)
लिम्फोमा का निदान करने के लिए चिकिस्तक आपका पहले शारीरिक परीक्षण करेंगे व लिम्फ नोड्स के स्थान की जांच करते है। इसके अलावा कुछ अन्य परीक्षण लिम्फोमा के स्तर का पता करने के लिए कर सकते है।
- आणविक परीक्षण (Molecular test) – इस परीक्षण का उपयोग कैंसर कोशिकाओं में जीन, प्रोटीन और अन्य पदार्थों में परिवर्तन को खोजने के लिए किया जाता है ताकि चिकिस्तक लिम्फोमा के प्रकार का पता लगा सके।
- रक्त परीक्षण (Blood Test) – इस परीक्षण के द्वारा आपके रक्त की जांच कर लिवर और गुर्दे की स्तिथि का पता लगाया जाता है।
- अस्थि मज्जा आकांक्षा या बायोप्सी (Bone marrow aspiration or biopsy) – इस परीक्षण में चिकिस्तक आपके अस्थि मज्जा से तरल पदार्थ या ऊतक को हटाने के लिए एक सुई का उपयोग करता है, हड्डी के अंदर स्पंजी भाग जहां रक्त कोशिकाएं बनती हैं व लिम्फोमा कोशिकाओं की तलाश करने के लिए किया जाता है।
- छाती का एक्स – रे (Chest X-ray) – यह आपके सीने के अंदर की छवियों को बनाने के लिए विकिरण विकिरण की कम खुराक का उपयोग करके किया जाता है।
- एमआरआई (MRI) – इसमें तकनीशियन आपके शरीर के अंदर अंगों और संरचनाओं की तस्वीरें बनाने के लिए शक्तिशाली मैग्नेट और रेडियो तरंगों का उपयोग करेंगे।
- पालतू की जांच (PET Scan) – यह इमेजिंग परीक्षण सीए की तलाश करने के लिए एक रेडियोधर्मी पदार्थ का उपयोग करता है।
लिम्फोमा का इलाज क्या हैं ? (What are the Treatments for Lymphoma in Hindi)
लिम्फोमा का उपचार कैंसर के चरण क्या है व कैंसर कितनी दूर फैला है इस बात पर निर्भर करता है।
- कीमोथेरेपी (Chemotherapy) – इस थेरेपी में कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए दवाओं का उपयोग किया जाता है। (और पढ़े – कीमोथेरेपी क्यों की जाती है)
- विकिरण चिकित्सा (Radiation therapy) – विकिरण चिकित्सा में कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए उच्च ऊर्जा एक्स-रे का उपयोग किया जाता है।
- इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy) – इम्यूनोथेरेपी में शरीर की अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली या कैंसर कोशिकाओं से निपटने के लिए मानव निर्मित प्रतिरक्षा प्रोटीन के उपयोग किया जाता है।
- बोन मैरो ट्रांसप्लांट / स्टेम सेल ट्रांसप्लांट (Bone Marrow Transplant / Stem cell Transplant) – इस प्रक्रिया में कैंसर कोशिकाओं से प्रभावित अस्थि मज्जा को बदलने के लिए संगत डोनर, अधिमानतः निकटतम रिश्तेदारों से अस्थि मज्जा या स्टेम सेल का उपयोग होता है। (और पढ़े – बोन मेरो ट्रांसप्लांट क्या है)
हमें आशा है की आपके प्रश्न लिम्फोमा क्या है ? का उत्तर इस लेख के माध्यम से दे पाएं।
अगर आपको लिम्फोमा के बारे में अधिक जानकारी व इलाज करवाना हो तो (Hematologist) से संपर्क कर सकते है।
हमारा उद्देश्य केवल आपको लेख के माध्यम से जानकारी देना है। हम आपको किसी तरह दवा, उपचार की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक ही दे सकता है। क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा कोई नहीं होता है।