पैनिक अटैक और हार्ट अटैक में अंतर । Difference in Panic Attack or Heart Attack in Hindi
मार्च 30, 2021 Brain Diseases 6623 Viewsपैनिक अटैक और हार्ट अटैक में अंतर का मतलब हिंदी में, (Difference in Panic Attack or Heart Attack Meaning in Hindi)
पैनिक अटैक और हार्ट अटैक में अंतर ।
पैनिक अटैक और हार्ट अटैक के कुछ लक्षण समान हो सकते है, लेकिन दोनों अलग -अलग चिकित्सा समस्याएं हैं। पैनिक अटैक अचानक से व्यक्ति में डर की भावना को उत्पन्न करता है और व्यक्ति को सभी चीजों से भय लगने लगता है। व्यक्ति को मरने की स्तिथि लगती है और घर से बाहर नहीं जा पाता है। वही हार्ट अटैक की बात करे तो इसमें धमनिया दिल में रक्त प्रवाह करने का काम करती है यदि धमनियों में किसी प्लाक के कारण रक्त जम जाता है तो दिल में रक्त प्रवाह होना होना बंद हो जाता है इस कारण दिल की मांसपेशिया मरने लगती है और इस स्तिथि को हार्ट अटैक कहते है। दोनों की बीमारियों में अंतर् करना मुश्किल होता है क्योंकि तनाव और चिंता के कारण दोनों समस्या बढ़ती है। दोनों ही समस्या बढ़ने पर आपातकालीन स्तिथि हो जाती है इसमें रोगी को तुरंत अस्पताल ले जाने की जरूरत होती है। ताकि चिकिस्तक रोगी का इलाज कर जान बचा सके। यदि ऐसी स्तिथि में रोगी को सही समय पर अस्पताल न ले जाया गया तो रोगी की मृत्यु तक हो जाती है। चलिए आज के लेख में आपको पैनिक अटैक और हार्ट अटैक में अंतर के बारे में बताने वाले हैं।
- पैनिक अटैक क्या हैं ? (What is Panic Attack in Hindi)
- हार्ट अटैक क्या हैं ? (What is Heart Attack in Hindi)
- पैनिक अटैक और हार्ट अटैक के लक्षण क्या हैं ? (Symptoms of Panic Attack or Heart Attack in Hindi)
- पैनिक अटैक और हार्ट अटैक के कारण क्या हैं ? (Causes of Panic Attack or Heart Attack in Hindi)
- पैनिक अटैक और हार्ट अटैक का इलाज क्या हैं ? (Treatments for Panic Attack or Heart Attack in Hindi)
पैनिक अटैक क्या हैं ? (What is Panic Attack in Hindi)
पैनिक अटैक अचानक डर लगने वाली भावना होती है जो गंभीर रूप से शारीरिक प्रतिक्रियाओ को उत्तजेति करती है। हालांकि कोई खतरा नहीं होता है लेकिन व्यक्ति को हर चीज से डर और भय लगता है। अत्यधिक डर होने से व्यक्ति खुद पर नियंत्रण पूरी तरह से खो देता है और पैनिक अटैक का शिकार हो जाता है। पैनिक अटैक कही भी किसी समय हो सकता है। व्यक्ति को मृत्यु का खतरा नहीं होता है फिर भी भ्रम में रहता है। व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता को खराब कर देते हैं। (और पढ़े – डिमेंशिया क्या हैं)
हार्ट अटैक क्या हैं ? (What is Heart Attack in Hindi)
हार्ट अटैक को दिल का दौरा भी कहा जाता है। व्यक्ति को दिल का दौरा तब पड़ता है जब हृदय तक ऑक्सीजन व रक्त का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है। सामान्यतौर पर कहे तो रक्त का प्रवाह अवरुद्ध होने पर रक्त के थक्के से दिल की मांसेपिशियों की धमनियों में ब्लॉकेज के कारण बनती है। ऐसे में दिल की मांसपेशियां काम करना बंद कर देती हैं, तो इससे व्यक्ति को सीने में दर्द होने लगता है। ऐसे गंभीर स्तिथि में आपातकालीन 911 पर कॉल कर अस्पताल जाना चाहिए ताकि जोखिम से बचा जा सकें। (और पढ़े – हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक में अंतर)
पैनिक अटैक और हार्ट अटैक के लक्षण क्या हैं ? (Symptoms of Panic Attack or Heart Attack in Hindi)
पैनिक अटैक और हार्ट अटैक दोनों अलग -अलग समस्या है लेकिन इनके लक्षण में कुछ समानताएं नजर आती है। चलिए आगे बताते हैं।
पैनिक अटैक के लक्षण –
- नियंत्रण खोना मृत्यु का डर होना।
- पसीना आना।
- ठंड लगना।
- छाती में दर्द होना।
- सिरदर्द होना।
- चक्कर आना।
- बेहोशी आना।
- निगलने में परेशानी आना।
- सांस फुलना।
- हृदय की गति तेज होना। (और पढ़े – दिल की कमजोरी के कारण)
हार्ट अटैक के लक्षण –
- छाती व कंधो में अचानक दर्द होना।
- पेट में दर्द होना।
- सांस लेने में तकलीफ होना।
- पसीने आना।
- चक्कर आना।
- हल्का सिरदर्द होना। (और पढ़े – माइग्रेन क्या हैं)
पैनिक अटैक और हार्ट अटैक के कारण क्या हैं ? (Causes of Panic Attack or Heart Attack in Hindi)
पैनिक अटैक का स्पष्ट कारण ज्ञात नहीं है लेकिन अत्यधिक तनाव व चिंता के कारण व्यक्ति को पैनिक अटैक आ सकता है। इसके अलावा मस्तिष्क के कुछ हिस्सों में बदलाव के वजह से हो सकता है। पैनिक अटैक अचानक और बिना किसी कारण के शुरू हो जाता है।
यदि जोखिम कारक की बात करे तो इसमें शामिल है।
- शारीरिक शोषण।
- जीवन में बदलाव।
- मौत का सदमा लगना।
- अनुवांशिक कारण।
- दर्दनाक घटना।
हार्ट अटैक के कारण की बात करे तो यह पैनिक अटैक से थोड़ा भिन्न होता है। कोरोनरी धमनी की बीमारी के कारण हार्ट अटैक आता है। इसके अलावा दिल के दौरे के अन्य कारण कोरोनरी धमनी की ऐंठन है जो हृदय की मांसपेशियों के हिस्से में रक्त के प्रवाह को बंद कर देता है। व्यक्ति का कोलेस्ट्रॉल अधिक हो जाना या मोटापा होना आदि है।
हार्ट अटैक के जोखिम कारक में शामिल है।
- धूम्रपान।
- उच्च रक्तचाप।
- उच्च कोलेस्ट्रॉल।
- मधुमेह।
- आसीन जीवन शैली।
- परिवार के इतिहास।
- आलिंद फिब्रिलेशन (असामान्य हृदय ताल)
- मोटापा होना।
- तंबाकू और अवैध दवाओं, जैसे कोकीन का उपयोग करना, जीवन के लिए खतरा पैदा कर सकता है।
पैनिक अटैक और हार्ट अटैक का इलाज क्या हैं ? (Treatments for Panic Attack or Heart Attack in Hindi)
- पैनिक अटैक का उपचार दवा व थरेपी के माध्यम से किया जाता है। ताकि लक्षणो को कम कर व्यक्ति की स्तिथि में सुधार किया जा सके। यदि पैनिक अटैक एक से अधिक बार हो चूका है तो चिकिस्तक द्वारा दी गयी दवा का सही समय पर सेवन करना चाहिए।
- हार्ट अटैक एक गंभीर समस्या है जिसमे व्यक्ति को जान का जोखिम रहता है। यदि व्यक्ति को सीने में दर्द शुरू हो रहा है तो बिना किसी देरी के अस्पताल में जाना चाहिए। बाईपास सर्जरी के माध्यम से भी हार्ट अटैक का इलाज किया जाता है। इसमें ब्लॉकेज को ठीक किया जाता है। यदि कोई इलाज काम नहीं करता है तो अंतिम विकल्प हृदय प्रत्यारोपण किया जाता है। इस प्रक्रिया से व्यक्ति को नया जीवन मिलता है।(और पढ़े – दिल को स्वस्थ कैसे रखें)
हमें आशा है की आपके प्रश्न पैनिक अटैक और हार्ट अटैक में अंतर ? का उत्तर इस लेख के माध्यम से दे पाएं।
अगर आपको पैनिक अटैक के बारे में अधिक जानकारी व उपचार के लिए Psychiatrist से संपर्क कर सकते है। इसके अलावा हार्ट अटैक के बारे में अधिक जानकारी के लिए Cardiologist से संपर्क कर सकते हैं।
हमारा उद्देश्य केवल आपको लेख के माध्यम से जानकारी देना है। हम आपको किसी तरह दवा, उपचार की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक ही दे सकता है। क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा कोई नहीं होता है।