फैटी लिवर के आयुर्वेदिक उपचार। Ayurvedic Treatments for Fatty Liver in Hindi
मई 4, 2021 Lifestyle Diseases 2899 Viewsफैटी लिवर का मतलब हिंदी में, (Fatty Liver Meaning in Hindi)
फैटी लिवर के आयुर्वेदिक उपचार
फैटी लिवर की समस्या किसी को भी हो सकती है। आयुर्वेद में लिवर को यकृत कहा जाता है, यह हमारे शरीर का दूसरा महत्वपूर्ण अंग होता है। लिवर चयापचय क्रिया व भोजन पाचन में मदद करता है। इसके अलावा विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालता है। यदि टॉक्सिस बाहर न निकले तो शरीर में अन्य समस्या उत्पन्न कर सकता है जैसे, पाचन क्रिया में बाधा होना, मोटापा, एलर्जी, फोर्सिस, कब्ज, हाइपोग्लाइसीमिया आदि। कुछ गंभीर मामले हेपेटाइटिस, पीलिया और सिरोसिस को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, बल्कि सही समय पर उपचार करवाना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार फैटी लिवर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। चलिए आज के लेख में आपको फैटी लिवर के आयुर्वेदिक औषोधी के बारे में बताने वाले हैं।
- फैटी लिवर क्या हैं ? (What is Fatty in Hindi)
- फैटी लिवर के आयुर्वेदिक औषोधी क्या हैं ? (Ayurvedic Treatment for Fatty Liver in Hindi)
- फैटी लिवर के अन्य उपाय ? (Other tips for Fatty Liver in Hindi)
फैटी लिवर क्या हैं ? (What is Fatty in Hindi)
फैटी लिवर को हिंदी में गुर्दे की चर्बी कहते है। फैटी लिवर एक तरह की लिवर की बीमारी होती है। लिवर में वसा की मात्रा अधिक होने पर लिवर फैटी हो जाता है। इसके कारण लिवर में खराबी आ जाती है। केवल अधिक तैलीययुक्त पदार्थ से लिवर में फैट नहीं होता है। बल्कि अधिक मात्रा में शराब का सेवन करने से भी लिवर को बहुत नुकसान पहुंचता है। इस नुकसान के कारण लिवर काम करना बंद कर देता है।
फैटी लिवर के आयुर्वेदिक उपचार क्या हैं ? (Ayurvedic Treatment for Fatty Liver in Hindi)
फैटी लिवर के निम्नलिखित आयुर्वेदिक उपचार है। चलिए आगे विस्तार से बताते है।
- फैटी लिवर का आयुर्वेदिक उपचार करे हल्दी – हल्दी एक तरह की आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जिसका उपयोग फैटी लिवर के उपचार में किया जाता है। हल्दी में एंटीसेप्टिक गुण और एंटीऑक्सीडेंट उच्च मात्रा में होता है। यदि रोजाना हल्दी का उपयोग भोजन में करते है तो फैटी लिवर का जोखिम कम होता है। इसके अलावा हेपेटाइटिस बी व सी वायरस से खतरा कम रहता है। इसलिए दूध में हल्दी मिलाकर सेवन कर सकते है। आप चाहे तो एक ग्लास गुनगुने पानी में चुटकी भर हल्दी मिलाकर सेवन करना चाहिए। (और पढ़े – हल्दी के फायदे और नुकसान)
- लहसुन करे फैटी लिवर का आयुर्वेदिक उपचार – लहसुन एक बेहतरीन जड़ीबूटी है जो फैट को कम करने में फायदेमंद होता है। लिवर में फैट बढ़ने पर लहसुन का सेवन करना चाहिए। लहसुन में ऐसा यौगिक होता है जो नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर रोग से सुरक्षा प्रदान करता है। शरीर के अतिरिक्त चर्बी को कम करने में लहसुन उपयोगी होता है। लहसुन का उपयोग सुप व सलाद के रूप में कर सकते है। इसके अलावा सुबह खाली पेट लहसुन की कालिया का सेवन कर सकते हैं। (और पढ़े – लहसुन के फायदे और नुकसान)
- फैटी लिवर का आयुर्वेदिक उपचार ग्रीन टी – ग्रीन टी आयुर्वेदिक उपचार में बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है। कुछ अध्ययन के अनुसार ग्रीन टी में कैटेचीन नामक एंटीऑक्सीडेंट होता है। यह लिवर में सूजन की समस्या को ठीक करता है। शरीर में वसा को कम करने के लिए ग्रीन टी का सेवन करना चाहिए। यदि लिवर को रोगो से बचाना है तो चाय की जगह ग्रीन टी लेना शुरू कर दे। (और पढ़े – ग्रीन टी के फायदे)
- फैटी लिवर का आयुर्वेदिक इलाज प्याज – प्याज एक सब्जी है जिसमे कई तरह के पोषक तत्व होता है जो स्वास्थ्य समस्या को कम करता है। आयुर्वेदिक उपचार मे प्याज के उपयोग से फैटी लिवर का उपचार किया जाता है। प्याज में एलियम और एलिल डाइसल्फाइड यौगिक होता है यह संक्रमण दूर करने में मदद करता है। कच्ची प्याज का सेवन कर फैटी लिवर को कम किया जा सकता है। (और पढ़े – लिवर सिरोसिस की समस्या)
- नींबू व संतरे करे फैटी लिवर का आयुर्वेदिक औषोधी – नींबू और संतरे में उच्च मात्रा में विटामिन सी होता है जो शरीर रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देता है। आयुर्वेदिक उपचार में नींबू व संतरे का उपयोग फैटी लिवर की समस्या ठीक करने में किया जाता है। लिवर को मजबूत करने के लिए खाली पेट नींबू के रस का सेवन कर सकते है। इसके अलावा संतरे का सेवन कर सकते है। यह शरीर से हानिकारक पदार्थ को बाहर निकालता है और फैटी लिवर की समस्या को कम करता है। (और पढ़े – संतरे के फायदे और नुकसान)
- एवोकाडो करे फैटी लिवर का आयुर्वेदिक औषोधी – आयुर्वेद के अनुसार एवोकाडो को रोजाना अपने फलो में शामिल करना चाहिए। इसमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्व और खनिज होता है जो स्वास्थ्य की अनगिनत समस्या को दूर करता है। यह लिवर के सूजन को कम करता है साथ ही कोलेस्ट्रॉल के स्तर को सामान्य करता है। अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है और बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। एवोकाडो को नाश्ते में शामिल करे व फैटी लिवर को कम करें। (और पढ़े – अच्छे कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने के उपाय)
फैटी लिवर के अन्य उपाय ? (Other tips for Fatty Liver in Hindi)
लिवर को रोग व फैटी लिवर से बचाव करने के लिए निम्न उपाय अपना सकते है।
- जैसे – अपने आहार में विटामिन ई का सेवन करना चाहिए।
- शरीर के वजन को संतुलित करने के लिए योगा, व्यायाम करना चाहिए।
- अत्यधिक चीनी का सेवन नहीं करना चाहिए।
- उच्च कोलेस्ट्रॉल को कम करे।
- शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।
- फैटी लिवर की समस्या होने पर कैफीन यानि चाय व कॉफी नहीं पीना चाहिए।
- अपने जीवनशैली में सुधार करने की आवश्कयता होती है।
(और पढ़े – फैटी लिवर के कारण क्या हैं)
हमें आशा है की आपके प्रश्न फैटी लिवर के आयुर्वेदिक उपचार क्या हैं ? का उत्तर इस लेख के माध्यम से दे पाएं।
हमारा उद्देश्य केवल आपको लेख के माध्यम से जानकारी देना है। हम आपको किसी तरह दवा,उपचार की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक ही दे सकता है। क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा कोई नहीं होता है।