बैरिएट्रिक सर्जरी क्या हैं। Bariatric surgery in Hindi.
सितम्बर 29, 2020 Lifestyle Diseases 4177 ViewsBariatric surgery Meaning in Hindi.
बैरिएट्रिक सर्जरी को मोटापा कम करने वाली सर्जरी कहते है। जिसे लोग ओबेसिटी (Obesity) कम करने का अच्छा उपाय मानते है। जब व्यक्ति का मोटापा अधिक बढ़ जाता है और वजन बढ़ने लगता है तो ऐसे लोग कई तरह के डाईट और व्यायाम करने की कोशिश करते है। लेकिन कोई खास सफलता नहीं मिलती है। आपको बता दे, मोटापा मधुमेह, स्लीप एपनिया, गठिया, उच्च रक्तचाप और स्ट्रोक जैसी कई हानिकारक बीमारियों को जन्म दे सकता है। इसलिए, अपने शरीर को हमेशा स्वस्थ और सिमित वजन में रखना चाहिए। इसलिए, रोगी के भोजन सेवन की मात्रा को सीमित करने के लिए बैरिएट्रिक सर्जरी की जाती है। बेरिएट्रिक सर्जरी लंबे समय तक वजन कम करने में फायदेमंद साबित हुई है, और मधुमेह और लाल होने की संभावना कम हो गई है। आज के लेख में बैरिएट्रिक सर्जरी (Bariatric Surgery meaning in Hindi) को मोटापा कम करने वाली सर्जरी के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
- बैरिएट्रिक सर्जरी क्यों की जाती हैं ? (Why Bariatric Surgery is Done in Hindi)
- बैरिएट्रिक सर्जरी कैसे की जाती हैं ? (How Bariatric surgery is performed in Hindi)
- बैरिएट्रिक सर्जरी के बाद देखभाल कैसे करें ? (How to take care after Bariatric surgery in Hindi )
- बैरिएट्रिक सर्जरी के बाद क्या जटिलताएं आ सकती हैं ? ( What are the complications of Bariatric Surgery in Hindi)
- भारत में बैरिएट्रिक सर्जरी कराने का कितना खर्च लगता हैं ? (What is the cost of Bariatric surgery in India in Hindi)
बैरिएट्रिक सर्जरी क्यों की जाती हैं ? (Why Bariatric Surgery is Done in Hindi)
बैरिएट्रिक सर्जरी वजन कम करने वाले सर्जरी है। इस सर्जरी का उपयोग व्यक्ति के मोटापे को कम करने के लिए किया जाता है। जिन लोगो का बीएमआई 35 से 40 होता है, ऐसे लोग बैरिएट्रिक सर्जरी करवा सकते है। सामान्य तौर पर व्यक्ति का बीएमआई19 से 25 के रेंज में होना चाहिए। अगर आपका वजन बढ़ रहा है और बीएमआई 30 से ऊपर चला जाता है तो चिकिस्तक की सहायता से मोटापा कम कर सकते है। लेकिन इनको सर्जरी की अनुमति नहीं होती है। हालांकि जिनका बीएमआई 35 और 40 के बिच है और व्यक्ति शरीर से स्वस्थ है तो ऐसे में चिकिस्तक बैरिएट्रिक सर्जरी की सलाह दे सकते है।
कई मामले में 35 से कम बीएमआई वाले मरीज को बैरिएट्रिक सर्जरी की सलाह दी जाती है क्योंकि ऐसे लोग पहले किसी बीमारी जैसे हाई बीपी, डायबिटीज, ह्रदय से जुडी कोई बीमारी इत्यादि से पीड़ित है तो उनका बैरिएट्रिक सर्जरी किया जाता है।
बैरिएट्रिक सर्जरी कैसे की जाती हैं ? (How Bariatric surgery is performed in Hindi)
बैरिएट्रिक सर्जरी करने के पहले व्यक्ति का परीक्षण किया जाता है। जिसमे देखा जाता है व्यक्ति मेडिकल रूप से स्वस्थ है या नहीं। हालांकि जानने के लिए कुछ जांच किये जाते है।
- जैसे ब्लड टेस्ट करना जिसमे व्यक्ति के हीमोग्लोबिन के बारे में जानकारी मिल जाती है।
- इसके बाद ईसीजी की जांच करना। इसमें मोटापे की बीमारियों का पता चल जाता है।
- मेडिकल रूप से फिट होने के बाद ही व्यक्ति को बैरिएट्रिक सर्जरी की अनुमति मिलती है।
- अगर आप किसी तरह की दवा का सेवन करते है तो अपने चिकिस्तक को पूरी जानकारी जरूर दे। ताकि चिकिस्तक सर्जरी के पहले कुछ बदलाव कर पाएं। इसके अलावा रक्त पतला करने वाली दवा का सेवन कर रहे है तो सर्जरी के कुछ दिन पहले से दवा बंद करने की सलाह देते है। हालांकि अगर स्वस्थ रहते है तो दवा वापस से शुरू करने देते है।
बैरिएट्रिक सर्जरी को निम्न प्रक्रिया द्वारा किया जाता है। (Bariatric Surgery meaning in Hindi)
- गैस्ट्रिक बाईपास– यह सबसे मानक वजन घटाने वाली सर्जरी है जिसमें पेट की थैली का निर्माण शामिल है और छोटी आंत को बाईपास के निर्माण से फिर से नियंत्रित किया जाता है। यह एक रोगी द्वारा भोजन की मात्रा को कम करने में मदद करता है और भोजन से कैलोरी के अवशोषण को भी कम करता है।
- स्लीव गैस्ट्रेक्टोमी– इस प्रक्रिया में, पेट के बाएं हिस्से को हटा दिया जाता है जो भोजन के सेवन को कम करने में मदद करता है। यह पेट के हिस्से के रूप में भूख की भावना को कम करता है जो हार्मोन का उत्पादन करता है जो भूख को उत्तेजित करता है हटा दिया जाता है।
- मिनी गैस्ट्रिक बाईपास– यह प्रक्रिया गैस्ट्रिक बाईपास और स्लीव गैस्ट्रेटोमी का संयोजन है। पेट की एक आस्तीन बनाई जाती है और छोटी आंत के बाईपास से जुड़ी होती है।
- इलील ट्रांसपोजिशन– इसमें जेजुनम और पेट के बीच इलियम के अंतिम खंड का अंतर्वेशन शामिल होता है। यह मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद करता है क्योंकि यह रक्त शर्करा को तुरंत नियंत्रित करता है।
- बिलियोपचार्टिक डिवीजन– यह प्रक्रिया उन रोगियों के लिए की जाती है जो अत्यधिक मोटे होते हैं और जिनका बीएमआई 50 से अधिक है। पेट का कुछ हिस्सा निकाल दिया जाता है और छोटी आंत के अंतिम भाग से जुड़ा होता है।
बैरिएट्रिक सर्जरी के बाद देखभाल कैसे करें ? (How to take care after Bariatric surgery in Hindi )
बैरिएट्रिक सर्जरी के बाद निम्न बातो का ध्यान रखना चाहिए।
- सर्जरी के बाद मरीज के घाव को सूखा और साफ रखें।
- सर्जरी के सात से दस दिनों के बाद टांके या स्टेपल को हटा दिया जाता है। इसके अलावा अपनी पट्टी को रोजाना बदलते रहे।
- अधिक चुस्त यानि टाइट कपडे पहनने से बचें।
- जबतक मरीज का घाव ठीक नहीं होता तब तक नहाने से बचें।
- जबतक आपके चिकिस्तक निर्देश न दे तब तक आप किसी स्विमिंग पूल, हॉट तब या बाथ तब में भीगने से बचें।
- सर्जरी के बाद कम से कम 2 दिनों के लिए तरल आहार पर होना आवश्यक है।
- केवल नरम खाद्य पदार्थ जैसे कि दलिया, सर्ड, अंडे का सफेद आदि खाया जा सकता है।
- मरीज को सर्जरी के बाद नियमित रूप से चलने की सलाह दी जाती है और सर्जरी के 3 महीने बाद ही उचित शारीरिक व्यायाम शुरू कर देना चाहिए।
- मरीज के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए चिकिस्तक विटामिन और खनिज की खुराक लेने की सलाह दे सकते है। (और पढ़े – मोटापा क्या है)
बैरिएट्रिक सर्जरी के बाद क्या जटिलताएं आ सकती हैं ? ( What are the complications of Bariatric Surgery in Hindi)
एनेसस्थिसिया और सर्जरी के कुछ निम्न जोखिम हो सकते है।
- सांस लेने तकलीफ।
- ह्रदय में समस्या।
- रक्तस्राव होना।
- दवा का दुष प्रभाव पड़ना ।
- पेट में जलन।
- पेट में अल्सर।
- गैस्ट्रिक समस्या।
- किडनी खराब होना।
- खराब पोषण मिलना।
- एसिड रिफ्लक्स होना।
- दस्त होना। (और पढ़े – दस्त का कारण क्या है)
- पेट में अधिक भोजन रहने पर उल्टी होना।
भारत में बैरिएट्रिक सर्जरी कराने का कितना खर्च लगता हैं ? (What is cost of Bariatric surgery in India in Hindi)
भारत में बैरिएट्रिक सर्जरी कराने का कुल खर्च लगभग INR 350000 से INR 500000 तक लग सकता है। हालांकि भारत में बहुत से बड़े अस्पताल के डॉक्टर है जो बैरिएट्रिक सर्जरी का इलाज करते है। लेकिन सभी अस्पतालों में बैरिएट्रिक सर्जरी का खर्च अलग-अलग है। अगर आप अच्छे अस्पतालों में बैरिएट्रिक सर्जरी के खर्च व डॉक्टर के बारे में जानकारी पाना चाहते है तो यहाँ पर क्लिक करें।
अगर आप विदेश से आ रहे है तो आपकी बैरिएट्रिक सर्जरी के इलाज के खर्च के अलावा होटल में रहने का खर्चा होगा, रहने का खर्चा होगा, लोकल ट्रेवल का खर्चा होगा। इसके अलावा सर्जरी के बाद मरीज को दो दिन या सात दिन तक रिकवरी के लिए रखा जाता है, इसलिए सभी खर्चे मिलाकर INR 587,502 होते है जो एक साथ अस्पताल में लिये जाते है। इसके बारे में अधिक जानकारी पाना चाहते है तो यहाँ पर क्लिक करे।
अगर आपको बैरिएट्रिक सर्जरी( Bariatric Surgery Meaning in Hindi) के बारे में अधिक जानकारी एव उपचार करवाना हो तो Bariatric Surgeon से संपर्क कर सकते है।
हमारा उद्देश्य केवल आपको लेख के माध्यम से जानकारी देना है। हम आपको किसी तरह दवा, उपचार की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक ही दे सकता है। क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा कोई नहीं होता है।