धनुरासन करने के फायदे। Benefits of Dhanurasana (Bow Pose) in Hindi
जनवरी 19, 2021 Lifestyle Diseases 3293 Viewsधनुरासन का मतलब हिंदी में, (Dhanurasana (Bow Pose) Meaning in Hindi)
धनुरासन को अंग्रेजी में ”बोव पोज़” के नाम से जाना जाता है। योगासन में धनुरासन एक ऐसा आसान है जो पाचन तंत्र मजबूत करने व हड्डियों की मांसपेशियो का तापमान बढ़ाता है। इसके अलावा रीढ़ की हड्डियों में लचीलापन लाता है। धनुरासन करने से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ हो सकते है। जैसे मधुमेह, कमर दर्द से राहत दिलाने में व जांधो की मांसपेशियो को मजबूत करने में लाभकारी होता है। हालांकि कुछ परिस्तिथियों धनुरासन नहीं करना चाहिए, इससे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। चलिए आज के लेख के माध्यम से आपको धनुरासन करने के फायदे के बारे में विस्तार से बताएंगे।
- धनुरासन क्या हैं ? (What is (Bow Pose) Dhanurasana in Hindi)
- धनुरासन करने की विधि ? (How to do Dhanurasana in Hindi)
- धनुरासन करने के फायदे ? (Benefits of Dhanurasana in Hindi)
- धनुरासन किन लोगो को नहीं करना चाहिए ? (Who should not do Dhanurasana in Hindi)
धनुरासन क्या हैं ? (What is (Bow Pose) Dhanurasana in Hindi)
धनुरासन सस्कृंत शब्द से मिलकर बनाया गया है। धनु का अर्थ धनुष व आसान का अर्थ मुद्रा है। यह आसान करने पर धनुष की मुद्रा बन जाती है, इसलिए इसे धनुरासन कहते है। धनुरासन करने से शरीर में चुस्ती बने रहती है और पाचन तंत्र व हड्डिया मजबूत बन सके। जिन लोगो को उच्च रक्तचाप है उनको यह आसान करने से बचना चाहिए। चलिए धनुरासन करने के तरीके के बारे में बताते है। (और पढ़े – पवनमुक्तासन क्या है)
धनुरासन करने की विधि ? (How to do Dhanurasana in Hindi)
धनुरासन करने के लिए किसी शांत जगह पर योग मैट या चादरी बिछा ले और पेट की बल उसपर लेट जाये।
- इस आसान को करने के लिए पेट के बल लेट जाने के बाद अपने दोनों पेरो को घुटने से मोडे और दोनों हथेलियों को पैर केटखनों को पकड़ ले।
- अब सास लेते हुए अपने सिर व छाती को ऊपर उठाये, पैर को आगे की ओर शरीर को पीछे की ओर खींचें ताकि आपकी मुद्रा धनुरासन की तरह दिखे।
- ऊपर की ओर देख अपने कोहनी को सीधे रखे व पैरो को एक साथ रखे केवल पेट जमींन पर दिखना चाहिए।
- अब सामान्य सांस ले और इस मुद्रा को एक मिनट तक बनाये रखे।
- सांस को धीरे धीरे छोड़े और छाती, पैर को जमीन पर रख आराम करें। (और पढ़े – शीर्षासन के फायदे क्या है)
धनुरासन करने के फायदे ? (Benefits of Dhanurasana in Hindi)
धनुरासन के निम्नलिखित फायदे होते है। चलिए आगे बताते है।
- डिप्रेशन कम करने में – योगा करने से मानव की मानसिक व शारीरिक स्तिथि का विकास होता है। कुछ शोध के अनुसार धनुरासन करने से डिप्रेशन व अवसाद को कम किया जा सकता है। इसके अलावा डिप्रेशन के लक्षण को कम करने में फायदेमंद रहता है। यह आसान मोटापा को कम करता है और शरीर को संतुलित रखता है। योगा करने से कोर्टिसोल हार्मोन को नियंत्रित करने में मदद करता है क्योंकि कोर्टिसोल हार्मोन अवसाद को बढ़ावा देता है। अगर आपको अवसाद या चिंता होती है, तो रोजाना धनुरासन करना चाहिए। (और पढ़े – डिप्रेशन के आयुर्वेदिक उपचार)
- पेट की मांसपेशियो को मजबूत करने में – बहुत से योगासन है जिनका उपयोग करने से शरीर की कई तरह की समस्या को ठीक कर सकते है वैसे ही धनुरासन है जो पेट की मांसपेशियो को मजबूत करने में प्रभावी होता है। यह आसान करने से पीठ को मोड़ सकते है और मांसपेशियो में खिंचाव होता है। यह रीढ़ की हड्डियों में लचीलापन करता है। यदि किसी प्रकार का दर्द मांसपेशियो में होता है यह आसान करने से आराम मिलता है। यह कहना गलत नहीं होगा मांसपेशियो को मजबूत करता है। (और पढ़े – पेट में दर्द क्यों होता है)
- पीठ मजबूत करने में – पीठ या कमर दर्द जैसी समस्या से राहत दिलाने के लिए धनुरासन अच्छा योग आसन होता है। यह आसन करने से शरीर में रक्त परिसंचरण में सुधार करता है। कुछ अध्ययन के अनुसार महिलाओं में अधिक पीठ दर्द की समस्या धनुरासन करने से दूर होती है। इस आसन से पीठ के दर्द से आराम मिलता है। लेकिन नियमित रूप से रोजाना करने पर केवन इस आसन का फायदा मिलता है। (और पढ़े – सुबह व्यायाम करने के फायदे)
- पैर की मांसपेशियो को मजबूत करें – धनुरासन करने से मांसपेशियो में खिंचाव होता है और पैर, हाथों की मांसपेशियो में खिंचाव महसूस होता है। इस आसन को करने से हाथो व बाहों में कसावट बनी रहती है। वैज्ञानिक के अनुसार इस बात की पुस्टि नहीं की गयी है लेकिन पैर की मांसपेशियो को मजबूत करने में यह आसन लाभकारी होता है। यदि हाथो और पैरो की मांसपेशियो को मजबूत करना चाहते है तो धनुरासन जरूर करें। (और पढ़े – पैर दर्द के आयुर्वेदिक उपचार)
धनुरासन किन लोगो को नहीं करना चाहिए ? (Who should not do Dhanurasana in Hindi)
कुछ निम्न बीमारियों की अवस्था में धनुरासन नहीं करना चाहिए। धनुरासन करने से शरीर को नुकसान पहुंचता है।
- अगर आपने हालही में पेट या गर्दन का ऑपरेशन करवाया है तो धनुरासन न करे।
- गर्भावस्था के दौरान धनुरासन नहीं करना चाहिए।
- यदि पीठ या पेट में चोट लगी है, तो धनुरासन करने से बचे।
- जो लोग उच्च रक्तचाप से पीड़ित है उनको धनुरासन नहीं करना चाहिए।
- हर्निया रोग से ग्रस्त लोगो को धनुरासन नहीं करना चाहिए।
- पैरो व कोहनियो में चोट होने पर धनुरासन न करें।
- यदि अल्सर की बीमारी से पीड़ित है तो धनुरासन करने से बचें। (और पढ़े – पेट में अल्सर की समस्या)
हमें आशा है की आपके प्रश्न धनुरासन करने के फायदे ? का उत्तर इस लेख के माध्यम से दे पाएं।
अगर आपको धनुरासन करने से स्वास्थ्य में किसी तरह की समस्या हो रही है, तो सामान्य चिकिस्तक (General Physician) से संपर्क कर सकते है।
हमारा उद्देश्य केवल आपको लेख के माध्यम से जानकारी देना है। हम आपको किसी तरह दवा, उपचार की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक ही दे सकता है। क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा कोई नहीं होता है।
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