बदन (बॉडी) दर्द क्या हैं । Body Pain in Hindi
अप्रैल 23, 2021 Lifestyle Diseases 7079 Viewsबदन (बॉडी) दर्द का मतलब हिंदी में, (Body Pain in Hindi)
बदन (बॉडी) दर्द क्या हैं ?
बदन दर्द को अंग्रेजी में बॉडी पेन कहा जाता है। बदन दर्द की समस्या एक सामान्य समस्या है जो किसी भी व्यक्ति को हो सकती है। कुछ मामलो में गंभीर दर्द होने पर उपचार की जरूरत होती है। कुछ लोगो में बदन दर्द अचानक या हल्का दर्द हो सकता है। यदि संकेत या लक्षण नजर आते है तो उपचार करवाना चाहिए। विटामिन की कमी होने से शरीर में कमजोरी, थकान व बदन में दर्द होने लगता है। बदन दर्द की समस्या कुछ लोगो में अधिक वजन के कारण होती है इसलिए वजन को संतुलित करना चाहिए। चलिए आज के लेख में आपको बदन दर्द के प्रकार, लक्षण, कारण, उपचार, बचाव व जटिलता आदि के बारे में बताया गया हैं।
- बदन दर्द के प्रकार ? (Types of Body pain in Hindi)
- बदन दर्द के कारण ? (Causes of Body pain in Hindi)
- बदन दर्द के लक्षण ? (Symptoms of Body pain in Hindi)
- बदन दर्द का इलाज ? (Treatments for Body pain in Hindi)
- बदन दर्द से बचाव ? (Prevention of Body pain in Hindi)
- बदन दर्द की जटिलताएं ? (Complication of Body pain in Hindi)
बदन दर्द के प्रकार ? (Types of Body pain in Hindi)
बदन दर्द के दो प्रकार है।
- अचानक होने वाला दर्द – अचानक दर्द को एक्यूट दर्द कहा जाता है। ऐसा दर्द किसी बीमारी या अन्य घटना के कारण होता है। उदहारण के तौर पर कहे सर्जरी व चोट। एक्यूट दर्द होने के बाद धीरे -धीरे ठीक कम होने लगता है। हालांकि चिकिस्तक से उपचार के बाद ठीक किया जा सकता है। अचानक दर्द कभी -कभी गंभीर या हल्का होता है जो कुछ दिन या कुछ महीने तक रह सकता है। यदि कोई व्यक्ति अपना उपचार बिच में बंद किया है तो दर्द दुबारा हो सकता हैं।
- क्रोनिक बदन दर्द – क्रोनिक दर्द बिना किसी कारण के होने पर समय के साथ बना रहता है। कुछ दर्द ऐसे होते है जो बीमारी के ठीक होने पर भी दर्द होता है। क्रोनिक दर्द कई हफ्तों या सालों तक बना रह सकता है। मरीज कमजोरी होने से शरीर में बना रहता है। कुछ लोगो में अनिद्रा की समस्या उत्पन्न होने लगती है। (और पढ़े – नींद न आने की समस्या)
बदन दर्द के कारण ? (Causes of Body pain in Hindi)
बदन दर्द के अनेक कारण हो सकते है।
- जैसे तनाव में होना।
- विटामिन डी की कमी होना।
- गठिया की समस्या रहना।
- थकान महसूस होना।
- अवसाद होना।
- त्वचा पर चकत्ते पड़ना।
- लुपस होना।
- थायरॉइड की समस्या।
- संक्रमण होना या इन्फ्लुएंजा।
- निष्क्रियता।
- खून में खराबी।
जोखिम कारक –
- अत्यधिक वजन उठाना।
- बहुत ज्यादा स्ट्रेचिंग वाले व्यायाम करना।
- रीढ़ की हड्डी में कमजोरी होना जो उम्र बढ़ने के कारण होना शुरू हो जाता है।
- भारी वजन उठाने से हड्डियों में मुड़ाव हो सकता है और दर्द का जोखिम उत्पन्न हो सकता है।
- गलत पोजीशन होने से बदन दर्द का जोखिम रहना।
- खराब शारीरिक स्तिथि। (और पढ़े – रीढ़ की हड्डी में दर्द के कारण)
बदन दर्द के लक्षण ? (Symptoms of Body pain in Hindi)
विशेषज्ञ के अनुसार बदन दर्द के होने के कई तरह के लक्षण महसूस हो सकता हैं।
- संयुक्त दर्द और दर्द, या पूरे शरीर में दर्द।
- सुबह की जकड़न।
- ऊपरी या निचले अंगों में सुन्नता और झुनझुनी।
- मांसपेशियों में दर्द और व्यापक मांसपेशियों में दर्द।
- कठोरता और कमजोरी।
- बुखार के साथ या बिना खुजली।
- कोमलता और सूजन।
- गति की सीमा कम।
- मांसपेशियों में ऐंठन या जलन।
- सोने में कठिनाई या सो जाना (अनिद्रा)
- थकान।
- सिर दर्द (और पढ़े – माइग्रेन दर्द क्या है)
बदन दर्द का इलाज ? (Treatments for Body pain in Hindi)
बदन दर्द का उपचार निम्न तरीको से किया जाता है।
- बदन दर्द को दूर करने के लिए दर्द निवारक दवाएं का उपयोग किया जाता है।
- बदन दर्द को कम करने के लिए इंजेक्शन लगाते है।
- योग करना दर्द को कम करता है।
- बहुत से मामले में मालिश करने से बदन दर्द को कम किया जा सकता है।
- एक्यूपंचर द्वारा दर्द को ठीक किया जा सकता है।
- दर्दनाक चोट या गंभीर चोट, आर्थराइटिस दर्द को कम करने के लिए कॉर्टिकोस्टराइड्स इंजेक्शन लगाया जाता है। जैसे खेल का चोट लगा हो या जोड़ो के दर्द व पुराने दर्द।
- अत्यधिक गंभीर दर्द क लिए मादक दवा का उपयोग किया जाता है। इसके अलावा तंत्रिका ब्लॉक करने के लिए इंजेक्शन दिया जाता है। हालांकि दर्द की सनसनी को कम करने के लिए किया जाता हैं। (और पढ़े – हड्डी में दर्द के घरेलु उपचार)
बदन दर्द से बचाव ? (Prevention of Body pain in Hindi)
बदन दर्द को कम करने के लिए व्यक्ति को अपने आहार में कुछ बदलाव व वजन को संतुलित रखना चाहिए। वजन संतुलित होने से रोजाना व्यायम करने से शरीर लचीला बनता है। बदन दर्द को दूर करने के लिए निम्न बचाव के तरीके अपना सकते हैं।
- अधिक भारी वजन उठाने के लिए पैरो का उपयोग करें।
- बैठने व खड़े रहने के लिए सही आसन बनाए।
- भारी सामान को अपने शरीर के पास रखकर उठाना चाहिए व दिशा बदलने के लिए कमर की जगह पैरो का उपयोग करना चाहिए।
- शरीर को संतुलित बनाये रखने के लिए वजन कम करना आवश्यक होता है। इसलिए आहार में फाइबर युक्त चीजे शामिल करें। (और पढ़े – वजन कम करने के घरेलु उपचार)
बदन दर्द की जटिलताएं ? (Complication of Body pain in Hindi)
शरीर में दर्द किसी स्वास्थ्य संबंधित होने के वजह से हो सकता है। इनका उपचार सही समय पर करवाना चाहिए।
- जैसे – रोग प्रतिरोधक क्षमता।
- हृदय रोग।
- अंत स्रावी।
- मांसपेशी व हड्डियों।
- न्युरोलॉजिक। (और पढ़े – मानसिक रोग के घरेलु उपचार)
हमें आशा है की आपके प्रश्न बदन (बॉडी) दर्द क्या हैं ? का उत्तर इस लेख के माध्यम से दे पाएं।
अगर आपको बदन दर्द की समस्या हो रही है, तो सामान्य चिकिस्तक (General Physician) से संपर्क कर सकते हैं।
हमारा उद्देश्य केवल आपको लेख के माध्यम से जानकारी देना है। हम आपको किसी तरह दवा, उपचार की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक ही दे सकता है। क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा कोई नहीं होता है।
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