मोतियाबिंद होने से कौन सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता। Cataract Meaning in Hindi
मार्च 30, 2019 Lifestyle Diseases 9258 Viewsमोतियाबिंद आंखो में होनेवाली एक समस्या है जिसके कारण आंखो के लेंसों में धुंधलापन हो जाता है। आंखो में धुंधलापन होने से व्यक्ति को कुछ स्पष्ट दिखाई नहीं देता है। यह रोग आंखो में धीरे-धीरे होता है। मस्तिष्क के कमजोर होने से आंखो पर इसका प्रभाव पड़ता है। यह जरुरी नहीं केवल एक आंखो में मोतियाबिंद की शिकायत रहे यह दोनों आंखो में भी हो सकता है। मोतियाबिंद से पीड़ित व्यक्ति को सब रंग फीके नजर आने लगते है। यह सूर्य प्रकाश की रोशनी में ठीक से देख नहीं पाते व रात के अंधेरे में भी ठीक से देख नहीं पाते है। आइए मोतियाबिंद के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करते है।
- मोतियाबिंद क्या है ? (What is Cataract Meaning in Hindi.)
- मोतियाबिंद कितने प्रकार से होता है ? (What are The Types of Cataract in Hindi.)
- मोतियाबिंद के कारण क्या है ? (What are The Causes of Cataract in Hindi.)
- मोतियाबिंद के लक्षण क्या है ? (What are The Symptoms of Cataract in Hindi.)
- मोतियाबिंद का इलाज क्या है ? (What are The Treatments for Cataract in Hindi.)
- मोतियाबिंद को रोकने के लिए बचाव कैसे करे ? (How to Prevent Cataract in Hindi.)
- मोतियाबिंद रोग में क्या खाना चाहिए और क्या परहेज करना चाहिए ? (What Food to Eat and Avoid During Cataract in Hindi.)
मोतियाबिंद क्या है ? (What is Cataract Meaning in Hindi.)
आंखो की नजर का कमजोर व धुंधला होना इसे मोतियाबिंद कहते है। व्यक्ति को पढ़ने और किसी को पहचाने में बहुत दिक्कत होती है। मोतियाबिंद विकार धीरे धीरे आंखो में फैलती है जिसके कारण आंखो के लेंस की शक्ति कमजोर हो जाती है। वृद्ध (Old Age) लोगो में मोतियाबिंद की समस्या आम होती है। यह बीमारी होने पर तुरंत इसका उपचार करना चाहिए।
मोतियाबिंद कितने प्रकार से होते है ? (What are The Types of Cataract in Hindi.)
- मोतियाबिंद तीन प्रकार से होते है।
- नुक्लिएर स्क्लेरोटिक कैटरेक्ट (Nuclear Sclerotic Cataract) यह मोतियाबिंद का सामान्य प्रकार होता है। इसमें व्यक्ति को पढ़ने और अपने करीबी लोगो को पहचानने में समस्या होती है और यह उम्र के साथ बढ़ता रहता है।
- कोर्टिकल कैटरेक्ट (Cortical Cataract) इस तरह का मोतियाबिंद लेंस के बाहरी ओर दिखने वाला सफ़ेद धब्बा जैसा हो जाता है। मोतियाबिंद लेंस के आवरण में होता है। यह लेंस में सभी चीजें धुंधला दिखना शुरू हो जाता है।
- सुब्काप्सुलर कैटरेक्ट (Subcapsular Cataract) मोतियाबिंद बहुत ही खतरनाक होता है क्योकि यह व्यक्ति के आंखो को बहुत तेजी से प्रभावित करता है जैसे व्यक्ति को पहले से अन्य समस्या मधुमेह अधिक हो गया तो मोतियाबिंद और बढ़ने लगता है। कुछ महीनो में इसका लक्षण नजर आने लगता है।
मोतियाबिंद के कारण क्या है ? (What are The Causes of Cataract in Hindi)
- यदि व्यक्ति के आंखो में लेंस प्रोटीन बनने लगता है तो यह मोतियाबिंद होने का कारण बन सकता है।
- यह बीमारी बढ़ती उम्र के साथ बढ़ती रहती है।
- मोतियाबिंद के कारण आंखो की रोशनी जाने का जोखिम भी रहता है।
- अधिक देर तक सूर्य की रोशनी आंखो पड़ने के कारण भी मोतियाबिंद हो सकता है।
- डायबिटीस की मात्रा शरीर में बढ़ने पर आंखो पर इसका गहरा प्रभाव पड़ता है जिसके कारण मोतियाबिंद की शिकायत हो जाती है।
- आंखो में अधिक सूजन रहने के करण मोतियाबिंद हो सकता है।
- अत्यधिक धम्रपान करने के कारण मोतियाबिंद हो सकता है।
- गर्भ में संक्रमण या चोट लगने के कारण शिशु को जन्म से मोतियाबिंद हो सकता है।
मोतियाबिंद के लक्षण क्या है ? (What are The Symptoms of Cataract in Hindi)
- आंखो की दृष्टि धुंधली होना।
- प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता।
- दोहरी वस्तु दिखाई देना।
- रंगो में बदलाव नजर आना।
- समीप की दृष्टि में सुधार होना।
- लगातार चश्मे के नम्बर बदलना।
- रात में वाहन चलाने में कठिनाई होना।
मोतियाबिंद का इलाज क्या है ? (What are The Treatments for Cataract in Hindi)
- यदि व्यक्ति को मोतियाबिंद का प्रभाव कम रहता है तो डॉक्टर चेकअप करवाने का सुझाव हर महीने देते है।
- कुछ मोतियाबिंद के मरीजों को डॉक्टर चश्मे लगाने का सुझाव देते है जिससे वह पढ़ने और देखने का कार्य अच्छे से कर पाये।
- यदि व्यक्ति का मोतियाबिंद बहुत अधिक बढ़ जाता है तो डॉक्टर सर्जरी करवाने का सुझाव देते है। मोतियाबिंद सर्जरी में आंखो की लेंस को हटाकर डॉक्टर उसमे आर्टिफिसियल लेंस लगाते है।
- सर्जरी में डॉक्टर दो तरह की सर्जरी करते है। जैसे: स्माल इंसीजन मोतियाबिंद सर्जरी और एक्स्ट्राकैप्सूलर सर्जरी करते है।
- आंखो का स्पष्ट रूप से दिखने के लिए स्माल इंसीजन मोतियाबिंद सर्जरी करते है।
- प्राकृतिक लेंस को आर्टिफियल लेंस लगाने के लिए एक्स्ट्राकैप्सूलर सर्जरी करते है।
मोतियाबिंद को रोकने के लिए बचाव कैसे करे ? (How to Prevent Cataract in Hindi)
- शराब और सिगरेट के सेवन से मोतियाबिंद होता है इसलिए शराब और सिगरेट के सेवन से बचे।
- UV पराबैगनी किरण आंखो पर पड़ने से मोतियाबिंद की शिकायत होती है इसलिए धुप में निकलते समय यु.वी प्रोटेक्शन चश्मा लगाले और आंखो को बचाये।
- शोधकर्ता के अनुसार मधुमेह विकार व्यक्ति को मोतियाबिंद का अधिक जोखिम रहता है इसलिए इन व्यक्तियों आहार में विटामिन ‘सी’ और ‘इ’ अधिक खाना चाहिए। अर्थ हरी सब्जिया अधिक खाये और मोतियाबिंद से बचे।
- आंखो में कोई छोटी समस्या भी हो तुरंत डॉक्टर से जांच करवाना चाहिए। जिससे आंखो में कोई बड़ी समस्या उत्पन्न नहीं हो।
मोतियाबिंद रोग में क्या खाना चाहिए और क्या परहेज करना चाहिए ? (What Food to Eat and Avoid During Cataract in Hindi)
- मोतियाबिंद रोग में एंटी आक्सीडेंट स्रोत वाले आहार लेना चाहिए। जैसे: टमाटर,मूली,सेब,संतरा,गाजर,शलगम,प्याज और लहसुन आदि खाना चाहिए।
- विटामिन ‘सी’ और विटामिन ‘ई’ वाले पदार्थ मोतियाबिंद रोग के मरीजों के लिए बहुत उपयोगी होता है।
- विटामिन ‘सी’ में कच्चा पपीता,केला,अमरुद,मटर,टमाटर इत्यादि लेना चाहिए और विटामिन ‘ई’ में शाख सब्जियां,सूरजमुखी के बीज,एवोकाडो,मछली,मांस इत्यादि भोजन में खाना चाहिए।
- मोतियाबिंद में मीठी चीजों से बनी वस्तु का परहेज करना चाहिए व भुने हुए पदार्थ, मैदे वाली चीजें बर्गर,पिज्जा (Burger,Pizza) सफ़ेद चावल खाने से बचना चाहिए।
अगर आपको मोतियाबिंद से जुडी और जानकारी व इलाज करवाना है, तो ओफ्थल्मोलॉजिस्ट डॉक्टर (Ophthalmologist) से संपर्क करे।