चिरौंजी के फायदे और नुकसान। Benefits and Side-Effects of Chironji (Charoli) in Hindi

जनवरी 11, 2020 Lifestyle Diseases 11498 Views

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Chironji (Charoli) Meaning in Hindi

चिरौंजी को चारोली के नाम से जाना जाता है। चिरौंजी एक तरह सूखा मेवा है जो बहुत से खनिजों और विटामिन से समृद्ध है। यह स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होता है। चिरौंजी की तासीर बहुत ठंडी होती है जो गर्मियों के मौसम में अक्सर खाये जाते है। चिरौंजी त्वचा की जलन, खुजली कम करते है। इसके अलावा चिरौंजी के तेल त्वचा संबंधित चकक्ते को दूर करने में मदद करता है। घावों को ठीक करने व सूजन को कम करता है। चिरोंजी में अच्छी मात्रा में एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होता है। चलिए इस लेख में चिरौंजी के पोषक तत्व, फायदे व नुकसान के बारे में विस्तार से बतायेंगे।

  • चिरौंजी के पोषक तत्व और खनिज क्या है ? (What are the Nutrients and Minerals Found in Chironji (Charoli) in Hindi)
  • चिरौंजी के फायदे क्या है ? (What are the Benefits of Chironji (Charoli) in Hindi)
  • चिरौंजी के नुकसान क्या है ? (What are the Side-Effects of Chironji (Charoli) in Hindi)

चिरौंजी के पोषक तत्व और खनिज क्या है ? (What are the Nutrients and Minerals Found in Chironji (Charoli) in Hindi)

चिरौंजी में बहुत से विटामिन व खनिज पाए जाते है जो शरीर के लिए लाभदाययक होते है। इसमें फैट, विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन, अनाकार्डिक एसिड पानी में घुलनशील, लिनोलिक, प्रोटीन, मेलिइक एसिड (Maleic acid), कार्बोहाइड्रेट, अमीनो अम्‍ल आदि है।

चिरौंजी के फायदे क्या है ? (What are the Benefits of Chironji (Charoli) in Hindi)

चिरौंजी के निम्नलिखित स्वास्थ्य लाभ है। निचे विस्तार से बतलाया गया है।

  • यौन स्वास्थ्य के लिए चिरौंजी के फायदे – यौन स्वास्थ्य को पहले से बेहतर बनाने के लिए चिरौंजी के बीज का उपयोग करना चाहिए। इसमें अच्छी मात्रा में बहुत विटामिन व खनिज मौजूद होता है जो कामेच्छा की इच्छा को बढ़ावा देता है। इसके अलावा शुक्राणु की संख्या को बढ़ाता है। चिरौंजी के पाउडर को दूध में मिलाकर पीना चाहिए। इससे आपके यौन स्वास्थ्य में बहुत बदलाव नजर आएगा।
  • चिरौंजी के तेल के फायदे सूजन कम करने में – चिरौंजी के तेल में सूजन विरोधी गुण होते है जो किसी भी प्रकार के सूजन को कम करता है। यह तेल खासतौर पर गर्दन की ग्रंथिया व जोड़ो की मालिश कर दर्द को कम किया जाता है। यह गठिया के दर्द व सूजन से बहुत आराम दिलाता है। जो लोग गठिया के दर्द से परेशान है उनको चिरोंजी के तेल का उपयोग मालिश के तौर पर करना चाहिए। (और पढ़े – बदन दर्द के घरेलु उपचार)
  • प्रजनन प्रणाली के लिए चिरौजी के फायदे – प्रजनन संबंधित समस्या के लिए चिरौंजी तेल अधिक लाभदायक होता है। यह तेल यौन स्वास्थ्य में सुधार करता है और कामेच्छा की कमी, नपुंसकता, रस्खलन आदि में उपयोग किया जाता है। कुछ पुरानी परंपरा के अनुसार चिरौंजी के कुछ खाद्य पदार्थ बनाकर उपयोग में लाये जाते है। इसके अलावा इसके कुछ मिठाईया उपलब्ध है जो यौन संबंधित व प्रजनन प्रणाली की समस्या को ठीक करता है। यह शक्ति को बढ़ाता है। (और पढ़े – कामेच्छा की कमी)
  • घावों को ठीक करने में – घावों के उपचार व सूजन को ठीक करने में चिरौंजी बहुत उपयोगी होती है। चिरौजी के बीजो में एंटी-माइक्रोबियल व एंटी-बायोफिल्म गुण मौजूद होता है। यह घावों को जल्दी ठीक करने में मदद करता है। एक अध्ययन में बतलाया गया है की चिरौंजी के बीज व फल, पत्तिया में माइक्रोबियल गुण पाया जाता है। यह कवक, कैंडिडा, एस टिफी आदि जैसे कवक जीवाणुओं को रोकने में मदद करते है।
  • चरौंजी के फायदे दिमाग तेज करने में – चिरौंजी दिमागी कमजोरी को दूर करने में फायदेमंद होता है। आपको शायद पता नहीं होगा चरौंजी में प्राकृतिक तौर पर स्मृति सुधार होता है। यह मस्तिष्क के स्वास्थ्य को स्वस्थ कर बीमारियों से बचाव करता है। अगर आपके बच्चे दिमाग से कमजोर है तो उनको चरौंजी के बीज का सेवन जरूर करवाए। इसके अलावा चिरौंजी के चूर्ण को दूध में मिलाकर पी सकते है। (और पढ़े – डिमंनेसिया रोग के कारण क्या है)
  • चिरौंजी के फायदे मधुमेह के लिए – मधुमेह के रोग के लिए विरोधी गुण चिरौंजी की पत्तियों में होते है। क्योंकि कुछ अध्ययन में बताया गया है की चिरौंजी के पत्ते के रस डायबिटीज एक और दो दोनों के लिए फायदेमंद होते है। यह रक्त शर्करा को कम करने के लिए बहुत लाभदायक होता है। लेकिन इसका उपयोग करने से पहले अपने चिकिस्तक से बात करे। क्योंकि इसपर वैज्ञानिको का शोध चल रहा है। (और पढ़े – डायबिटीज के प्रकार)

चिरौंजी के नुकसान क्या है ? (What are the Side-Effects of Chironji (Charoli) in Hindi)

  • चिरौंजी के फायदे तो बहुत है, लेकिन अत्यधिक मात्रा में उपयोग करने से कुछ नुकसानदायक परिणाम हो सकते है।
  • चिरौंजी का सेवन दिल की धड़कने को सुचारु करता है लेकिन अत्यधिक मात्रा में इसका सेवन किया जाये तो दिल की धड़कने बढ़ सकती है जो हृदय के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
  • लिवर के रोगियों को चिरौंजी का सेवन बहुत कम मात्रा में करना चाहिए। इसके अलावा जो व्यक्ति शराब का सेवन करता है उनको इसका सेवन करने से परहेज करना चाहिए।
  • चिरौंजी का सेवन अधिक मात्रा में न करे क्योंकि यह दस्त की समस्या को बढ़ाता है। इसके अलावा आपको पाचन शक्ति कमजोर है तो कम मात्रा में इसका सेवन करें।
  • अगर डायबिटीज के मरीज है तो चिरौंजी का सेवन कम मात्रा में करे क्योंकि अधिक मात्रा में करने से ग्लूकोज़ का स्तर बढ़ा सकता है। जो मधुमेह रोगी के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
  • अगर आप चिरौंजी का सेवन कर रहे है तो इसके बारे में अधिक जानकारी रखें और सही मात्रा में सेवन करें, ताकि कोई नुकसान न हो।

अगर चिरौंजी का सेवन करने से स्वास्थ्य में किसी प्रकार की समस्या हो रही है, तो इसका सेवन करना बंद कर दे और अपने नजदीकी जनरल फिजिशियन (General Physician) से संपर्क करें।

हमारा उद्देश्य आपको रोगो के प्रति जानकारी देना है हम आपको किसी तरह के दवा, उपचार, सर्जरी की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक दे सकता है क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा नहीं होता है। 


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