जानिए कोलेस्ट्रॉल क्या होता है। Cholesterol in Hindi
मई 11, 2019 Lifestyle Diseases 21728 Viewsशोध Research के माध्यम से पता चला है। भारत में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा है। उच्च स्तर कोलेस्ट्रॉल शहरो में 2o से 25 फीसदी बढ़ा है और ग्रामीण में 15 से 21 फीसदी बढ़ा है। कोलेस्ट्रॉल का जिक्र आमतौर पर लोगो में आता है। कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने को लेकर लोग परेशान से हो जाते है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से गंभीर विकार भी होने लगता है। लेकिन रक्त में कोलेस्ट्रॉल का सामान्य स्तर पर होना बहुत जरुरी होता है। सभी के दिमाग में यह सवाल आ रहा है। कोलेस्ट्रॉल क्या होता है। चलिए कोलेस्ट्रॉल के बारे में और जानकारी प्राप्त करे।
- कोलेस्ट्रॉल क्या है ? (What is Cholesterol Meaning in Hindi)
- हाई कोलेस्ट्रॉल होने के कारण क्या है ? (What are The Causes of High Cholesterol in Hindi)
- हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण क्या है ? (What are The Symptoms of High Cholesterol in Hindi)
- हाई कोलेस्ट्रॉल होने के नुकसान क्या है ? (What are The Side-Effects of Having High Cholesterol in Hindi)
- हाई कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित कैसे करे ? (How to Control High High Cholesterol in Hindi)
कोलेस्ट्रॉल क्या है ?(What is Cholesterol Meaning in Hindi)
शरीर की सभी कोशिकायो की बाहरी परत में कोलेस्ट्रॉल होता है। कोलेस्ट्रॉल लिपिड का भाग होता है। यह एक चिकना मोम की तरह होता है। जो पुरे शरीर में रक्त प्लाजमा के माध्यम से ट्रांसपोर्ट होता है। सभी अंगो के कोशिकाओं में रक्त पहुंचने के कार्य में कोलेस्ट्रॉल होता है। कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है।
एलडीएल (लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन) और एचडीएल (हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन)।
हाई कोलेस्ट्रॉल होने के कारण क्या है ? (What are The Causes of High Cholesterol in Hindi)
हाई कोलेस्ट्रॉल होने के निम्लिखित कारण है।
- आहार में अधिक ट्रांस फैट और कोलेस्ट्रॉल लेने से हाई कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है। हाई कोलेस्ट्रॉल मुख्य रूप से जानवर के मटन, दूध, अंडे, पनिर खाने से होता है।
(और पढ़े – हार्ट अटैक आने के कारण क्या है)
- शरीर में अधिक वजन बढ़ने के कारण हाई कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ने लगता है।
- व्यक्तियों में 20 वर्ष के बाद हाई कोलेस्ट्रॉल अपने आप बढ़ने लगता है। महिलाओं की अपेक्षा पुरुषो में अधिक हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या होती है।
- अधिक धूम्रपान का सेवन करने से हाई कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है।
- कुछ दवाइयों के अधिक सेवन करने के कारण एलडीएल खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है।
हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण क्या है ? (What are The Symptoms of High Cholesterol in Hindi)
हाई कोलेस्ट्रॉल के निम्लिखित लक्षण है लेकिन सभी लक्षण केवल एक व्यक्ति में नहीं मिलेंगे सभी में अलग अलग मिलेंगे।
- सीने में दर्द होना।
- बाईल निकलना।
- वजन बढ़ना। ]
- पैरो में लगातार दर्द होना।
- ब्लड प्रेशर बढ़ना।
- अधिक पसीने आना।
- सांस फूलना।
- जोड़ो में दर्द होना।
- मस्तिष्क में दर्द होना।
(और पढ़े – माइग्रेन क्या है)
- धड़कनो का तेज होना
हाई कोलेस्ट्रॉल होने के नुकसान क्या है ? (What are The Side-Effects of Having High Cholesterol in Hindi)
- हाई कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर रक्त की धमनीया जमा होती है और ब्लॉकेज का निर्माण होता है। रक्त संचार में बाधा होने से शरीर के सभी अंगो में समस्या उत्पन्न होती है।
- हाई कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर व्यक्ति के दिल पर असर होता है। जिससे हार्ट अटैक आने की संभावना बढ़ जाती है।
- हाई कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर रक्त का बहाव आखो तक नहीं पहुंच पाने पर यह आंखो की रोशनी को ख़तम कर देता है।
- हाई कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर व्यक्ति के मस्तिष्क में समस्या उत्पन्न होती है। जैसे तनाव व मानसिक समस्या इत्यादि होता है।
- हाई कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर व्यक्ति के शरीर में रक्त का बहाव ठीक से नहीं होने पर इसका प्रभाव किडनी पर पड़ता है। और किडनी की समस्या उत्पन्न होने लगती है।
हाई कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित कैसे करे ? (How to Control High High Cholesterol in Hindi)
- रोज नियमित व्यायाम और रहन-सहन की आदते बदलने से हाई कोलेस्ट्रॉल पर नियंत्रण कर सकते है।
- फल और साग सब्जियों, सलाद का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है। जिससे कोलेस्ट्रॉल घटने में मदद मिलती है।
- आहार में अधिक एंटी-आक्सीडेंडस लेना चाहिए। इसमें विटामिन सी, इ बीटा कैरोटीन होता है। जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते है।
- अधिक वसायुक्त आहार का सेवन नहीं करना चाहिए। जैसे अंडे का पिला भाग, मांसाहारी भोजन,धम्रपान नहीं करना चाहिए यह सब कोलेस्ट्रॉल स्तर को बढ़ाता है।
- हृदय रोगी को आहार में अधिक कार्बोहाइड्रेड और पौष्टिक आहार लेना चाहिए जिससे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होगी।
- मरीजों में अगर कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ती है तो तुरंत डॉक्टर से शरीर के रक्त की जांच करवाये जिससे कोलेस्ट्रॉल के उपचार से नियंत्रण किया जा सकता है।
अगर आपको कोलेस्ट्रॉल और हाई कोलेस्ट्रॉल के बारे अधिक जानकारी एव इलाज करवाना है तो तुरंत एंडोक्रिनोलोजिस्ट व कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर (Endocrinologist) से संपर्क करे।