एन्टेरोस्कोपी क्या हैं। Enteroscopy in Hindi
दिसम्बर 5, 2020 Lifestyle Diseases 916 Viewsएन्टेरोस्कोपी क्या हैं ?
एन्टेरोस्कोपी एक ऐसी जांच प्रक्रिया है जिसमे पाचन तंत्र में होने वाली समस्याओं का पता लगाने के लिए उपयोग किया जाता है। चिकिस्तक को इस प्रक्रिया से उपचार करने में मदद मिलती है। एन्टेरोस्कोपी के दौरान, आपके चिकिस्तक आपके शरीर में एक संलग्न कैमरे के साथ एक पतली, लचीली ट्यूब डालते है और इसे एंडोस्कोप कहा जाता है। सामान्य तौर पर एंडोस्कोप से जुड़े एक या दो गुब्बारे होते हैं। हालांकि चिकिस्तक मरीज के घेघा, पेट और छोटी आंत के एक हिस्से को देखने में मदद करने के लिए गुब्बारे फुलाए जा सकते हैं। चिकित्सक विश्लेषण के लिए ऊतक के नमूने को निकालने के लिए एंडोस्कोप पर संदंश या कैंची का उपयोग कर सकते है। एंटरोस्कोपी को निम्न रूप में भी जाना जाता है, जैसे डबल बैलून एंटरोस्कोपी, डबल बुलबुला, कैप्सूल एंटोस्कोपी व पुश-एंड-पुल एंटरोस्कोपी आदि। एन्टेरोस्कोपी के दो प्रकार होते है जिनमे ऊपरी व निचले शामिल होते है। ऊपरी एन्टेरोस्कोपी में, एंडोस्कोप को मुंह में डाला जाता है और दूसरे एन्टेरोस्कोपी में को मलाशय में डाला जाता है। ऊपरी व निचली एन्टेरोस्कोपी मरीज की स्तिथि के अनुसार चिकिस्तक निदान कर उपचार करते है। चलिए आज के लेख में आपको एन्टेरोस्कोपी क्या हैं? के बारे में बताने वाले हैं।
- एन्टेरोस्कोपी क्यों किया जाता हैं ? (What are the Purpose of Enteroscopy in Hindi)
- एन्टेरोस्कोपी के पहले की तैयारी ? (Prepare Before Enteroscopy in Hindi)
- एन्टेरोस्कोपी कैसे किया जाता हैं ? (What are the Procedure of Enteroscopy in Hindi)
- एन्टेरोस्कोपी के क्या जोखिम होते हैं ? (What are the risks of Enteroscopy in Hindi)
- एन्टेरोस्कोपी के क्या परिणाम आ सकते हैं ? (What do the Result of Enteroscopy mean in Hindi)
एन्टेरोस्कोपी क्यों किया जाता हैं ? (What are the Purpose of Enteroscopy in Hindi)
एन्टेरोस्कोपी करवाने की सलाह निम्न स्तिथियो के आधार पर दिया जा सकता है।
- जैसे – लगातार दस्त की समस्या रहना।
- क्रोन रोग के शुरुवाती होने पर।
- छोटी आंत में रक्तस्राव होना।
- छोटी आंत में जटिलता या ट्यूमर होना।
- पेट या आंत में दर्द रहना।
- एक्स रे के नतीजे सही न निकलने पर एन्टेरोस्कोपी की आवश्यकता ले सकते है। (और पढ़े – एंडोस्कोपी क्यों किया जाता है)
एन्टेरोस्कोपी के पहले की तैयारी ? (Prepare Before Enteroscopy in Hindi)
- यदि आपकी प्रक्रिया मुंह के माध्यम से की जाएगी, तो आपको प्रक्रिया से पहले आधी रात के बाद कुछ भी नहीं खाना या पीना चाहिए।
- यदि प्रक्रिया मलाशय के माध्यम से की जाएगी, तो आपको कोलोनोस्कोपी की तैयारी के समान आंत्र प्रॉप से गुजरना होगा। इसके लिए आपके चिकिस्तक विशिष्ट निर्देश प्रदान कर सकते हैं। (और पढ़े – कोलोनोस्कोपी क्या है)
- अगर आप किसी तरह की विशेष दवाओं का सेवन करते है, तो अपने चिकिस्तक को प्रक्रिया से पहले बता दे। ऐसा, इसलिए कुछ मामलो में प्रक्रिया से पहले दवा न लेने की सलाह दी जाती है।
एन्टेरोस्कोपी कैसे किया जाता हैं ? (What are the Procedure of Enteroscopy in Hindi)
- एन्टेरोस्कोपी को आउट पेशेंट प्रक्रिया कहते है, इसका मतलब यह प्रक्रिया करने के बाद उसी दिन घर जा सकते है। हालांकि एन्टेरोस्कोपी को पूरा करने में लगभग 45 मिनट से दो घंटे का समय लग सकता है।
- मरीज की स्तिथि के आधार पर एन्टेरोस्कोपी के दौरान दर्द को कम करने के लिए कुछ दर्द निवारक दवा हाथ के नस में दी जा सकती है।
- हालांकि प्रक्रिया के दौरान, चिकिस्तक वीडियो रिकॉर्ड या तस्वीर निकाल सकते है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद पूर्ण रूप से समझा जा सकता है। चिकिस्तक ऊतक के नमूने लेकर अन्य जांच कर सकते है या ट्यूमर को हटाने की प्रक्रिया कर सकते है। प्रक्रिया में किसी भी ऊतक या ट्यूमर को हटाने से कोई दर्द मरीज को महसूस नहीं होगा।
- मरीज की स्तिथि के आधार पर ऊपरी या निचली एंटरोस्कोपी कर सकते है। जैसे – ऊपरी एंटरोस्कोपी में पाचन तंत्र के ऊपरी हिस्से को देख कर उपचार करता है। इसके अलावा निचला एंटेरोस्कोपी में चिकिस्तक निचले हिस्से को देख कर उपचार करता है। (और पढ़े – फुल बॉडी चेक अप क्यों होता है)
एन्टेरोस्कोपी के क्या जोखिम होते हैं ? (What are the risks of Enteroscopy in Hindi)
एन्टेरोस्कोपी के दौरान कुछ जोखिम का सामना करना पड़ सकता हैं।
- गले में खराश आना। (और पढ़े – कोरोना वायरस के लक्षण)
- उदरीय सूजन होना।
- जी मिचलाना।
- सामान्य रक्तस्राव होना।
- हल्के ऐंठन महसूस होना।
कुछ दुर्लभ मामलों में लोगों को एंटेरोस्कोपी प्रक्रिया के बाद जटिलताएं हो सकती हैं।
- जैसे – अग्नाशयशोथ।
- आंतरिक रक्तस्राव और छोटी आंत की दीवार में दरार पड़ना।
- कुछ लोगों में एनेस्थीसिया के लिए प्रतिकूल प्रतिक्रिया भी हो सकती है।
- मल में अधिक रक्त आना जैसे एक चम्मच रक्त होना।
- पेट में तेज दर्द होना।
- पेट में सूजन होना।
- बुखार आना।
- उल्टी आना।
यदि आपको इन जोखिमों का अनुभव हो रहा है, तो तुरंत अपने चिकिस्तक से संपर्क कर जांच करवाएं।
एन्टेरोस्कोपी के क्या परिणाम आ सकते हैं ? (What do the Result of Enteroscopy mean in Hindi)
एन्टेरोस्कोपी के असामान्य परिणाम का मतलब आपके शरीर में असामान्य रक्तस्राव का पता लगना या छोटी आंत में ट्यूमर होना। हालांकि असामान्य एन्टेरोस्कोपी के परिणाम निम्न कारणों से हो सकता हैं।
- जैसे – विटामिन बी 12 की कमी होना।
- लिंफोमा।
- छोटी आंत में असामान्य रक्तस्राव।
- क्रोंन रोग का जोखिम। (और पढ़े – क्रोन रोग के कारण क्या है)
- छोटी आंत में कैंसर होना।
- आंतो का संक्रमण।
- व्हिपल रोग।
- छोटी आंत में पोषक तत्व की कमी।
हमें आशा है की आपके प्रश्न एन्टेरोस्कोपी क्या हैं ? का उत्तर इस लेख के माध्यम से दे पाएं।
अगर आपको एन्टेरोस्कोपी के बारे अधिक जानकारी व इलाज करवाना हो, तो (Gastroenterologist) से संपर्क कर सकते हैं।
हमारा उद्देश्य केवल आपको लेख के माध्यम से जानकारी देना है। हम आपको किसी तरह दवा, उपचार की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक ही दे सकता है। क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा कोई नहीं होता है।
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