फुल बॉडी चेकअप क्या होता हैं। Full Body Checkup in Hindi
सितम्बर 30, 2020 Lifestyle Diseases 9420 ViewsFull Body Checkup Meaning in Hindi.
आजकल लोग शरीर की छोटी समस्या को नजरअंदाज कर देते है जो बाद में किसी बड़ी बीमारी का कारण बन जाता है। इसलिए सभी को अपने शरीर से जुडी हर समस्या पर खास ध्यान देना चाहिए। किसी अच्छे चिकिस्तक से संपर्क कर आप अपना सामान्य परीक्षण यानि फुल बॉडी चेकअप करवा सकते है। यह एक ऐसा परीक्षण है, जिसमें सामान्य अंगो का आसानी से परीक्षण किया जाता है। जैसे ब्लड टेस्ट, यूरिन टेस्ट, स्टूल टेस्ट, डायबिटीज टेस्ट, थाइरोइड टेस्ट आदि। हालांकि पुरे शरीर की जांच करवाने से बीमारियों का पहले से पता लगाया जा सकता है। इसके अलावा शरीर के स्वास्थ्य को अच्छा रखने के लिए साल में एक बार फुल बॉडी चेकअप जरूर करवाना चाहिए। शायद बहुत से लोगो के मन में सवाल आ रहा होगा की (Full Body Checkup Meaning in Hindi.) क्या होता है और किन लोगो करवाना चाहिए ? चलिए आज के लेख में फुलबॉडी चेकअप के बारे में विस्तार से बताएंगे।
- फुल बॉडी चेकअप में क्या होता हैं ? (What is Full Body Check-up in Hindi))
- सामान्य परीक्षण में कौन से जांच किये जाते हैं ? ( What tests are done in Routine Tests in Hindi)
- फुल बॉडी चेकअप में कौन से टेस्ट होते हैं ? (What diagnosis are done in Full Body Check-up in Hindi)
- चिकिस्तक उम्र के आधार पर कौन से टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं ? (What tests do clinicians recommend to take based on age in Hindi)
- भारत में फुल बॉडी चेकअप करवाने में कितना खर्च लग सकता हैं ? (What is Cost of Full Body Checkup in Hindi)
फुल बॉडी चेकअप में क्या होता हैं ? (What is Full Body Check-up in Hindi)
फुल बॉडी चेकअप सभी लोगो को करवाना अनिवार्य नहीं होता है की आपको पुरे अंग की जानकारी रखनी है। लेकिन शरीर में किसी तरह की समस्या का अनुभव हो रहा है तो आप बीमारी का सटीक पता लगाने के लिए फुल बॉडी चेकअप करवा सकते है। हालांकि चिकिस्तक सबसे पहले आपको ब्लड टेस्ट, यूरिन टेस्ट करवाने की सलाह देते है। ताकि शरीर में क्या बीमारी हो रही है, पता चल सके। इसके अलावा कुछ अन्य भी होते है जिसे केवल चिकिस्तक के परामर्श के अनुसार करना चाहिए। आगे के लेख में सामान्य जांच के बारे में बतलाया गया है।
सामान्य परीक्षण में कौन से जांच किये जाते हैं ? (What tests are done in Health check-up in Hindi)
आपको बता दे, सामान्य परीक्षण में मधुमेह की जांच, थाइरोइड की जांच, लिवर की जांच, किडनी की जांच, हीमोग्लोबिन की जांच इत्यादि की सलाह चिकिस्तक द्वारा दी जाती हैं।
- मधुमेह की जांच – मधुमेह से पीड़ित लोगो के लिए मधुमेह की जांच सामान्य होती है। मधुमेह के स्तर को पता करने के लिए चिकिस्तक जांच करवाने की सलाह देते है। ताकि व्यक्ति को अपने शुगर लेवल का सही पता चल सके।
- थाइरोइड की जांच – जिन लोगो को थाइरोइड की समस्या है उनको हर महीने टेस्ट करवाने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा जिनको थाइरोइड की समस्या नहीं है वह जानने के लिए जांच करवा सकते है की थाइरोइड है या नहीं। (और पढ़े – थायरॉइड सर्जरी क्यों की जाती है)
- लिवर की जांच – लिवर अपना कार्य ठीक से कर रहा है या नहीं इस बात की पुष्टि करने के लिए लिवर फक्शन की जांच की जाती है।
- किडनी की जांच – किडनी फंक्शन के बारे में जानने के लिए किडनी की जांच की जाती है। ताकि यह पता चल सके किडनी अपना कार्य सही कर रहा है या नहीं।
- हीमोग्लोबिन की जांच – शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को जानने के लिए हीमोग्लोबिन की जांच की जाती है। ताकि पता चल सके हीमोग्लोबिन का स्तर अधिक है या कम हो रहा है इत्यादि के बारे में चिकिस्तक बताते है।
(और पढ़े – रक्त कैंसर का उपचार क्या है)
फुल बॉडी चेकअप में कौन से टेस्ट होते हैं ? (What diagnosis are done in Full Body Check-up in Hindi)
चिकिस्तक लोगो को अक्सर सामान्य परीक्षण करवाने की सलाह देते है। लेकिन व्यक्ति के शरीर में किसी तरह की समस्या हो रही है तो उन समस्याओं का पता लगाने के लिए फुल बॉडी चेकअप की सलाह देते है। फुल बॉडी चेकअप से कोई खतरा नहीं होता है। चलिए आगे फुल बॉडी चेक अप के बारे में बताते है।
फुल बॉडी चेक अप में निम्न जांच शामिल है।
- जैसे – ब्लड टेस्ट में हीमोग्लोबिन के स्तर व पॉलिमोर्फ्स, लिंफोसाइट, मोनोसाइट, प्लेटलेट्स आदि को मापा जाता है। इसके अलावा रक्त के जांच से ब्लड शुगर व कोलेस्ट्रॉल की जांच की जाती है।
- यूरिन टेस्ट – ग्लूकोज व प्रोटीन की मात्रा का पता करने के लिए पेशाब की जांच (यूरिन टेस्ट) की जाती है। (और पढ़े – पेशाब में जलन की समस्या)
- ईसीजी – ह्रदय से जुडी बीमारिया का पता लगाने और हृदय की गति मापने के लिए ईसीजी जांच की जाती है।
- कान की जांच – कान का स्वास्थ्य व सुनने की क्षमता का पता लगाने के लिए कान की जांच की जाती है।
- आंखो की जांच – आंख से दिख रहा है या नहीं और आंखे ठीक अपना काम कर पा रही है। इसके अलावा मायोपिया, हाइपरमेट्रोपिया व कलर ब्लाइंडनेस इत्यादि का पता लगाने के लिए आंखो की जांच की जा सकती है।
- एक्स -रे और स्कैन – चिकिस्तक मरीज के स्तिथियो के आधार पर एक्स -रे और स्कैन कर सकते है।
- लिवर फंक्शन जांच – लिवर में किसी तरह की अनियमियता को जांचने के लिए कुछ जांच कर सकते है। इन जांच में प्रोटीन, एसजीओटी, एसजीपीटी, एल्बुमिन, ग्लोबुलिन, बिलरुबिन आदि शामिल है।
चिकिस्तक उम्र के आधार पर कौन से टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं ? (What tests do doctors recommend to take based on age in Hindi)
- किसी भी शरीर में बीमारी कभी भी हो सकती है। इसलिए बीमारियों के जोखिम से बचने के लिए सभी को एक बार अपने शरीर की जांच करवानी चाहिए। ताकि आपको बीमारी है या नहीं इसका सटीक पता चल सके। लेकिन चिकिस्तक बिना किसी बीमारी के लोगो को उम्र के आधार पर कुछ निम्न जांच की सलाह देते है। आइए आगे बताते हैं।
- जिनकी उम्र 20 साल की है उनको हर साल में एक बार अपने बीपी, कद, वजन की जांच करवानी चाहिए। इसके अलावा आंखो, दांतो व दो साल में एचआईवी स्क्रीनिंग जरूर करवानी चाहिए।
- 30 साल के बाद वाले लोगो को पहले जांच के अलावा थायरॉइड, डायबिटीज, एनीमिया, लिवर से परेशानी के लिए रक्त की जांच करवानी चाहिए। इसके अतिरिक्त ह्रदय संबंधित बीमारियों के लिए साल में एक बार जांच जरूर करवाएं।
- 40 साल के बाद वाले लोगो को आगे के बताए जांच के अलावा उनको पांच साल में एक बार कार्डिओ वेस्कुलर की जांच करवानी चाहिए।
- 50 साल के बाद वाले लोगो को आगे के बताए जांच के अलावा हर साल बीपी, डायबिटीज,आंखो की जांच, कानो की जांच व अवसाद की जांच करवा लेनी चाहिए।
- 60 से 70 साल वाले लोगो को आगे के बताए गए जांच के अलावा हड्डियों की जांच व स्क्रीनिंग हर साल करवाएं। इसके अतिरिक्त हर साल अल्जाइमर व डिमेंशिया की जांच करवा लेना चाहिए।
(और पढ़े – अल्जामइर रोग के कारण क्या हैं)
भारत में फुल बॉडी चेकअप करवाने में कितना खर्च लग सकता हैं ? (What is Cost of Full Body Check-up in Hindi)
फूल बॉडी चेकअप करवाने का खर्च लगभग INR 799 से 10,000 हो सकता है। लेकिन भारत में कई लैब सेंटर है जिनमे में फूल बॉडी चेकअप करवाने का खर्च अलग -अलग हो सकता है।
अगर आपको स्वास्थ्य में किसी प्रकार की अनियमियता हो रही है तो किसी अच्छे चिकिस्तक (General Physician) से फुल बॉडी चेकअप( Full Body Checkup Meaning in Hindi) करवा सकते हैं।
हमारा उद्देश्य केवल आपको लेख के माध्यम से जानकारी देना है। हम आपको किसी तरह दवा, उपचार की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक ही दे सकता है। क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा कोई नहीं होता है।