गैलवे – मोएट सिंड्रोम क्या हैं । Galloway- Mowat Syndrome in Hindi
मार्च 2, 2021 Lifestyle Diseases 914 Viewsगैलवे – मोएट सिंड्रोम का मतलब हिंदी में, (Galloway-Mowat Syndrome Meaning in Hindi)
गैलवे – मोएट सिंड्रोम क्या हैं ?
गैलवे – मोएट सिंड्रोम को अन्य नमो से जैसे गैलवे सिंड्रोम, माइक्रोसेफली, हाइटल हर्निया माइक्रोसेफली नेफ्रोसिस व नेफ्रोसिस सिंड्रोम आदि से जाना जाता है। गैलवे – मोएट सिंड्रोम एक तरह का न्यूरोडीजेनेरेटिव विकार है। न्यूरोडीजेनेरेटिव का अर्थ मस्तिष्क के कुछ हिस्से का कार्य करना बंद हो गया है। इस विकार के कई मामले सामने आ चुके है जिनमे महिला व पुरुष दोनों सामान रूप से प्रभावित करता है। इस विकार से प्रभावित लोगो का ठीक से विकास नहीं हो पता है। इसके अलावा शरीर में शारीरिक समस्या उत्पन्न हो सकती है। हालांकि छोटे बच्चें इस विकार से प्रभावित होकर अधिक दिन तक जीवित नहीं रह पाते है। चिकिस्तक के अनुसार गैलवे – मोएट सिंड्रोम से प्रभावित लोगो को छोटे होने से किडनी से जुडी समस्या का जोखिम लगा रहता है। कुछ लोगो में दौरे पड़ना, नेफ्रोटिक सिंड्रोम, मानसिक समस्या व जन्म के बाद कुछ दिनों में मृत्यु का जोखिम भी हो सकता है। यदि किसी व्यक्ति में इस विकार के लक्षण नजर आ रहे है तो चिकिस्तक से निदान व उपचार करवाना चाहिए। चलिए आज के लेख में आपको गैलवे – मोएट सिंड्रोम के कारण, लक्षण, निदान व उपचार के बारे में विस्तार से बताएंगे।
- गैलवे – मोएट सिंड्रोम के कारण क्या हैं ? (What are the Causes of Galloway – Mowat Syndrome in Hindi)
- गैलवे – मोएट सिंड्रोम के लक्षण क्या हैं ? (What are the Symptoms of Galloway – Mowat Syndrome in Hindi)
- गैलवे – मोएट सिंड्रोम के निदान ? (Diagnoses of Galloway – Mowat Syndrome in Hindi)
- गैलवे – मोएट सिंड्रोम का इलाज क्या हैं ? (What are the Treatments for Galloway – Mowat Syndrome in Hindi)
गैलवे – मोएट सिंड्रोम के कारण क्या हैं ? (What are the Causes of Galloway – Mowat Syndrome in Hindi)
गैलोवे-मोवाट सिंड्रोम ऑटोसोमल रिसेसिव इनहेरिटेंस के अनुरूप है। आनुवांशिक बीमारियों को एक विशेष लक्षण के लिए जीन के संयोजन से निर्धारित किया जाता है जो पिता और माता से प्राप्त गुणसूत्रों पर होते हैं। सामान्य तौर पर कहे तो जिन में बदलाव इसका मुख्य कारण होता है। यह डब्लूडीआर 73 जिन की गड़बड़ी के कारण होता है। जैसा की आगे आपको बताया माता-पिता से खराब जिन प्राप्त हुआ है। हालांकि यह खराब जिन इस विकार का कारण बनता है।
मनुष्य के शरीर में जिन का महत्वपूर्ण भूमिका होती है और यह कार्यो को करने में सहायक होता है। अगर इन जिन में किसी तरह की गड़बड़ी होती है तो शरीर द्वारा किये जा रहे कार्यो में कठिनाई आने लगती है। इसके अलावा शरीर के सभी अंग के कार्य एक दूसरे को प्रभावित कर सकती है। (और पढ़े – मस्तिष्क की चोट के कारण क्या हैं)
गैलवे – मोएट सिंड्रोम के लक्षण क्या हैं ? (What are the Symptoms of Galloway – Mowat Syndrome in Hindi)
गैलवे – मोएट सिंड्रोम के निम्न संकेत व लक्षण नजर आ सकते है, लेकिन सभी व्यक्तियों में सारे लक्षण एक साथ नजर नहीं आ सकते है बल्कि अलग -अलग अनुभव हो सकता है।
- जैसे की – दौरे पड़ने लगना। (और पढ़े – दिल का दौरा पड़ने के कारण क्या हैं)
- सिर का आकर सामान्य से छोटा नजर आना।
- हाइटल हर्निया होना। (और पढ़े – हर्निया सर्जरी क्यों की जाती है)
- विकास ठीक से न हो पाना।
- नेफ्रोटिक सिंड्रोम होना।
- चलने या फिरने में कठिनाई होना।
- ऑप्टिक एट्रोफी होना।
- किसी भी चीज को समझ नहीं पाना।
- कोई भी निर्णय न ले पाना।
- कार्य करने में परेशानी होना। (और पढ़े – सेरेब्रल पाल्सी क्या है)
गैलवे – मोएट सिंड्रोम के निदान ? (Diagnoses of Galloway – Mowat Syndrome in Hindi)
गैलवे – मोएट सिंड्रोम का निदान जन्म के बाद एक संपूर्ण नैदानिक मूल्यांकन, विशेषता भौतिक निष्कर्ष, विशेष प्रयोगशाला परीक्षण, इमेजिंग तकनीक यानि अल्ट्रासाउंड व एक्स – रे और आनुवंशिक परीक्षण द्वारा किया जा सकता है। हालांकि विकार से जुड़े लक्षण नेफ्रोटिक सिंड्रोम जन्म के समय स्पष्ट हो सकता है। जैसा की आपको पता है जेनेटिक परीक्षण एक ऐसा परीक्षण है जिसमे क्रोमोसोम जिन की गड़बड़ी को पहचाना जाता है। इसके अलावा इमेजिंग जांच से इस विकार से जुड़े लक्षण जैसे मस्तिष्क का आकार सामान्य से छोटा साफ नजर आने लगता है साथ ही अन्य असामन्यता का पता लगाया जाता है ताकि उपचार किया जा सके। (और पढ़े – हार्मोन थेरेपी क्या है)
गैलवे – मोएट सिंड्रोम का इलाज क्या हैं ? (What are the Treatments for Galloway – Mowat Syndrome in Hindi)
गैलवे – मोएट सिंड्रोम का कोई विशेष उपचार उपलब्ध नहीं है, लेकिन इसके लक्षणो को कम करने के लिए उपचार किया जाता है। हालांकि मरीजों में इसके लक्षण भिन्न -भिन्न नजर आ सकते है। कुछ मरीजों में मिर्गी के दौरे भी पड़ सकते है और नेफ्रोटिक सिंड्रोम या तो स्टेरॉयड या इम्यूनोसप्रेसिव थेरेपी का जवाब नहीं देता है।विशेषज्ञ चिकिस्तक व उनकी एक टीम की जरूरत उपचार के लिए पड़ सकती है। जैसे बाल रोग विशेषज्ञ, दिमाग के विशेषज्ञ चिकिस्तक, पेट संबंधित रोगो के चिकिस्तक व पेशेवर सर्जन, फिजिकल थेरेपिस्ट के साथ अन्य स्वास्थ्य संबंधित चिकिस्तक की जरूरत हो सकती है। इसके अलावा मरीज की हालत में सुधार लाने के लिए चिकिस्तक उनका और परिवार का कॉउंसलिंग कर सकते है। ऐसा इसलिए जेनेटिक कॉउंसलिंग बहुत फायदेमंद हो सकता है। (और पढ़े – किडनी स्टोन का इलाज क्या हैं)
हमें आशा है की आपके प्रश्न गैलवे – मोएट सिंड्रोम क्या हैं ? का उत्तर इस लेख के माध्यम से दे पाएं।
अगर आपको गैलवे – मोएट सिंड्रोम क्या हैं? के बारे में अधिक जानकारी व उपचार करवाना हो, तो (Neurologist) से संपर्क कर सकते हैं।
हमारा उद्देश्य केवल आपको लेख के माध्यम से जानकारी देना है। हम आपको किसी तरह दवा, उपचार की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक ही दे सकता है। क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा कोई नहीं होता है।