क्रोन रोग के कारण क्या है। Crohn’s Disease in Hindi.
नवम्बर 21, 2019 Lifestyle Diseases 11534 ViewsCrohn’s Disease Meaning in Hindi.
क्रोन रोग एक ऐसी समस्या है जो दीर्धकालिक होती है इसमें पाचन तंत्र की परत सूजन व लालिमा आ जाती है। इससे पेट में दर्द, ऐंठन डायरिया यानि दस्त जैसी समस्या होने लगती है इसका मुख्य कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है लेकिन कमजोर प्रतिशा प्रणाली भी जिम्मेदार होता है। कुछ लोगो में अनुवांशिक होने कारण होता है यह समस्या 13 से 30 साल की उम्र के बिच होता है जिन बच्चो में यह समस्या होती है उनका विकास अच्छी तरह नहीं हो पाता है।इसके अलावा कुछ लोगो में आंतो के अल्सर जैसे लक्षण नजर आते है कुछ मामलो में लक्षण स्थिर रहते है या महीने में उभरने लगते है क्रोन रोग बहुत दर्दनाक व कमजोर देने वाले और जीवन के लिए हानिकारक स्तिथि पैदा कर सकता है।क्रोन रोग के कारण आंतो में ब्लॉकेज और पर्याप्त मात्रा में पोषण प्राप्त करने में कठिनाई जटिलताएं पैदा हो सकती है। ऐसे व्यक्तियों को रोजाना व्यायाम और योगा करना चाहिए इसके अलावा सूजन व दस्त रोकने वाली दवाओं का सेवन करना चाहिए इस लेख में आपको क्रोन रोग के बारे में विस्तार से बतलाया गया है।
- क्रोनरोग के कारण क्या है ? (What are the Causes of Crohn’s Disease in Hindi)
- क्रोनरोग के लक्षण क्या है ? (What are the Symptoms of Crohn’s Disease in Hindi)
- क्रोनरोग का उपचार क्या है ? (What are the Treatments for Crohn’s Disease in Hindi)
- क्रोनरोग से बचाव कैसे करें ? (Prevention of Crohn’s Disease in Hindi)
क्रोन रोग के कारण क्या है ? (What are the Causes of Crohn’s Disease in Hindi)
क्रोन रोग का सटीक कारण अभी तक ज्ञात नहीं हुआ है लेकिन कमजोर इम्युनिटी इसका जिम्मेदार मानी जाती है। जो आंत्र पर हमला करती है जिसे सूजन व लालिमा आ जाती है।
- क्रोनरोग के कुछ अन्य कारण अनुवांशिक होना।
- कुछबैक्टीरिया जो जिम्मेदार होती है।
- कुछवायरस, ट्रिगर, आहार, धूम्रपान, तनाव या वातावरण में कोई विषाक्त पदार्थ आदि।
- जोखिमकारक
- जीनभी कारण बन सकता है।
- सिगरेटपीने वाले क्रोन रोग से अधिक प्रभावित होते है।
- पारिवारिकरोग संबंधित कारक।
- कुछदवाइया भी क्रोन रोग का कारक बनती है।
क्रोन रोग के लक्षण क्या है ? (What are the Symptoms of Crohn’s Disease in Hindi)
क्रोन रोग के निम्नलिखित लक्षण नजर आते है।
- आंतमें दर्द व सूजन आना।
- आंतोमें अल्सर होना।
- मुँहमें अल्सर आना।
- दस्तमें रक्त आना।
- थकानहोना।
- भूखमें कमी आना।
- वजनकम होना।
- एनीमियारोग होना।
- त्वचापर चक्क्ते होना। (और पढ़े – त्वचा में खुजली क्यों होती है)
- गठिया।
- बच्चेका विकास ना होना।
- पित्तनलिकाओं में सूजन आना।
क्रोन रोग का उपचार क्या है ? (What are the Treatments for Crohn’s Disease in Hindi)
- क्रोनरोग के उपचार करने से पहले निदान के लिए कुछ जांच की जाती है। जिनमे ब्लड टेस्ट, मूत्र नमूना जांचना, एक्स रे, सिटी स्कैन, एम आर आई स्कैन, आदि शामिल है।
- क्रोनउपचार में दवाएं, सर्जरी, अन्य पोषक संबंधित सप्लीमेंट देते है।
- उपचारका मुख्य लक्षण व सूजन, जलन को नियंत्रित करने का दवाएं देते है।
- कुछमामलो में उपचार संभव नहीं है। लेकिन मरीज के लक्षणो को कम करने के लिए दवाएं दी जाती है।
- दवाओंमें एंटीइन्फ्लेमेशन दवाएं, कोर्टीसोन, एंटीबायोटिक, दस्त रोधी दवाएं आदि शामिल होते है।
- कुछमामलो में डॉक्टर मरीज की सर्जरी के द्वारा उपचार करते है। इस सर्जरी में ब्लॉकेज, रक्तश्राव को ठीक किया जाता है।
क्रोन रोग से बचाव कैसे करें ? (Prevention of Crohn’s Disease in Hindi)
क्रोन रोग से बचाव करने के लिए कुछ उपाय अपना सकते है।
- अगरआपको भूख का एहसास हो रहा है, तो आपको तुरंत खाना चाहिए।
- भोजनके टुकड़े को चबा-चबाकर खाना चाहिए।
- स्वस्थआहार पदार्थो की सूचि बनाले तथा उसे अपने रोजाना के आहार में शामिल करे।
- अपनेघर ऐसे खाद्य पदार्थ रखे जिनसे आपको क्रोन रोग के लक्षण उत्पन्न ना हो।
- भोजनको अधिक खाने से अच्छा थोड़ा- थोड़ा कर के खाए ताकि लक्षणो को कम किया जा सके।
अगर आपको क्रोन रोग के बारे में अधिक जानकारी एव उपचार करवाना हो, तो किसी अच्छे गैस्टोएंट्रोलॉजी (Gastroenterology) से संपर्क कर सकते है।