हर्पिस के घरेलु उपचार । Home Remedies for Herpes in Hindi
जनवरी 30, 2021 Lifestyle Diseases 1728 Viewsहर्पिस का मतलब हिंदी में, (Herpes Meaning in Hindi)
आमतौर पर त्वचा की साफ-सफाई न करने से त्वचा संबंधित समस्या होने का जोखिम लगा रहता है, उसमे से एक हर्पिस संक्रमण है। यह त्वचा में जलन व दर्द की समस्या उत्पन्न करता है। हर्पिस संक्रमण वायरल, बैक्टीरियल, पैरासिटिक के कारण होता है। कई लोग हर्पिस संक्रमण से परेशान हो कर कई तरह के दवाइयों का सेवन करने लगते है। शरीर के लिए अत्यधिक दवा सेवन नुकसानदायक हो सकता है। कुछ ऐसे घरेलु उपचार उपलब्ध है जिनका उपयोग कर इस संक्रमण से छुटकारा पाया जा सकता है। चलिए आज के लेख में आपको हर्पिस के घरेलु उपचार के बारे में बताते हैं।
हर्पीस क्या हैं ? (What is Herpes in Hindi)
हर्पिस एक ऐसी बीमारी है। जो त्वचा पर छोटे छोटे दानो में फैलता है इन दानो में पानी भरा हुआ रहता है जो अधिक पीड़ा देता है। जिससे त्वचा अधिक सवेंदनशील हो जाती है। यह त्वचा पर स्पष्ट रूप से दिखाई देते है। कई शोधो में शोधकर्ता ने बताया है हर्पिस संक्रमण 40 के आयु के बाद अधिक होने की संभावना रहती है और यह अत्यधिक दर्दनाक होता है। यह बीमारी खासतौर पर उनको होती है जो चिकनपॉक्स से ग्रसित हो चूका हो। चिकनपॉक्स के धब्बो में हर्पिस संक्रमण होने की अधिक संभावना रहती है।
हर्पीस के घरेलु उपचार ? (Home Remedies for Herpes in Hindi)
हर्पिस के निम्नलिखित घरेलु उपचार है।
- जवाइन के तेल के फायदे – अजवाइन के तेल में कुछ ऐसे औषधीय गुण मौजूद है जो संक्रमण को रोकने में मदद करता है। इसके अलावा एंटी बैक्टीरियल गुण, एंटी इंफ्लेमेटरी गुण है जो सूजन व दर्द से राहत पहुंचाता है। कुछ अध्ययन के अनुसार अजवाइन के तेल हर्पिस से छुटकारा दिलाने में प्रभावकारी होते है। अजवाइन के तेल उपयोग करने के लिए इस तेल की कुछ बूंदे ले और रुई की सहायता से प्रभावित जगह पर लगा ले, इस प्रक्रिया दिन में दो या तीन बार कर सकते हैं। (और पढ़े – अजवाइन के फायदे क्या है)
- लेमन बाम का उपयोग – कुछ विशेषज्ञ के मुताबिक हर्पिस का उपचार लेमन बाम का उपयोग किया जाता है। इस बाम में वायरस नष्ट करने के गुण मौजूद है। लेमन बाम बेहतर उपचार माना जाता है। लेमन बाम का उपयोग करने के लिए इसकी दो से तीन बूंद ले और रुई के टुकड़े पर लगाकर प्रभावित जगह पर लगा दे, इस प्रक्रिया का उपयोग दिन में तीन बार करें। (और पढ़े – कनौला तेल के फायदे)
- टी ट्री ऑयल के फायदे हर्पिस ठीक करने में – टी ट्री ऑयल का उपयोग हर्पिस संक्रमण के उपचार में उपयोगी होता है। इस तेल में एंटीवायरल गुण होता है जो प्रभावित जगह को ठीक करता है। इस का उपयोग रुई के टुकड़े पर दो या तीन बूंद लगाकर संक्रमण की जगह पर लगाकर छोड़ दे, दिन में कम से कम तीन या चार बार लगाएं जब तक ठीक न हो। जिन लोगो को हर्पिस संक्रमण हुआ है उनको टी ट्री ऑयल का उपयोग करना चाहिए। (और पढ़े – टी ट्री ऑयल के फायदे क्या हैं)
- बेकिंग सोडा का उपयोग हर्पिस के उपचार में – बेकिंग सोडा में कुछ ऐसे तत्व होते है जो त्वचा संबंधित समस्या को ठीक करने में मदद करता है। यह त्वचा की खुजली व जलन को ठीक करने में मदद करता है। इसके अलावा मुंह के छाले की समस्या को ठीक करता है। कुछ अध्ययन के अनुसार बेकिंग सोडा हर्पिस संक्रमण को रोकने में लाभदायक होता है। बेकिंग का सोडा का उपयोग स्वास्थ्य की अन्य समस्या को ठीक करने में मदद करता है। बेकिंग का उपयोग के लिए एक कटोरी में पानी ले और उसमे एक चम्मच बेकिंग सोडा मिलाले और रुई की सहायता से संक्रमण से प्रभावित जगह पर लगाए। (और पढ़े – बेकिंग सोड़ा दांत के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद)
- एलोवेरा जेल का उपयोग – एलोवेरा जेल त्वचा संबंधित समस्या को ठीक करने में उपयोगी माना जाता है। यह त्वचा के दाने, खुजली, जलन को कम करता है क्योंकि इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण व एंटी वायरल गुण होता है। हेपिस संक्रमण के प्रभाव को कम करता है और दर्द, जलन को भी कम करता है। एलोवेरा जेल का उपयोग जरुरत के अनुसार करे। एलोवेरा की ताजी पत्तियों को काट कर जेल निकाल ले, इस जेल को प्रभावित जगह पर लगा ले, इस प्रक्रिया का उपयोग दिन में तीन बार दोहराएं। (और पढ़े – एलोवेरा के फायदे त्वचा के लिए)
- हर्बल टी का उपयोग हर्पिस संक्रमण ठीक करने में – हर्बल टी एक बहुत अच्छा घरेलु उपचार माना जाता है। इसमें एंटी वायरल के गुण मौजूद है जो संक्रमण को रोकने में फायदेमंद होते है। इसका उपयोग करने के लिए कुछ पत्तिया थाइम व सेज की ले और एक कप गर्म पानी में डालकर कुछ देर छोड़ दे, अब इस हर्बल टी को आराम से पीए। (और पढ़े – हर्बल टी के फायदे)
हर्पीस से बचाव ? (Prevention of Herpes in Hindi)
हर्पिस की समस्या से बचाव करने के लिए निम्न बातों का ध्यान रखना आवश्यक होता है।
- होठों की नमी बनाये रखने के लिए मॉइस्चराइजर का उपयोग करना चाहिए।
- शारीरिक संबंध बनाने से पहले कंडोम का उपयोग करें।
- यदि जननांग संक्रमण हुआ तो ऐसे में यौन संबंध बनाने से बचें।
- घर किसी व्यक्ति को मौखिक संक्रमण हुआ है तो उसके साथ अपने खाने पिने के बर्तन का साझा न करें।
- अपने तौलियो और रुमाल का उपयोग गर्म पानी में धोने के बाद ही करें।
- संक्रमण से ग्रस्त व्यक्ति के संपर्क में आने से बचना चाहिए।
- हर्पिस युक्त छावो को बार बार छूना नहीं चाहिए।
- घर से बाहर निकलने पर जिंक युक्त क्रीम का उपयोग शरीर पर करना चाहिए। (और पढ़े – कोरोना वायरस से बचाव कैसे करें)
हमें आशा है की आपके प्रश्न हर्पिस के घरेलु उपचार ? का उत्तर इस लेख के माध्यम से दे पाएं।
अगर आपको हर्पिस के बारे में अधिक जानकारी व इलाज करवाना हो, तो सामान्य चिकिस्तक (General Physician) से संपर्क कर सकते हैं।
हमारा उद्देश्य केवल आपको लेख के माध्यम से जानकारी देना है। हम आपको किसी तरह दवा, उपचार की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक ही दे सकता है। क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा कोई नहीं होता है।
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