ज्वार के फायदे और नुकसान। Benefits and Side-Effects of Jowar in Hindi
मार्च 11, 2020 Lifestyle Diseases 10378 ViewsJowar Meaning in Hindi
ज्वार का उपयोग पहले पशुओं को खिलाने के लिए किया जाता है। ज्वार की कई तरह किस्मे पायी जाती है जिसमे सोरघम बिकलोर मानव द्वारा खाया जाता है। गेहूं के मुकाबले ज्वार में अधिक प्रोटीन पाया जात्ता है। इसमें उच्च मात्रा में कैल्शियम, पोटेशियम, फॉस्फोरस व आयरन होता है। इसके अलावा अच्छी मात्रा में फाइबर भी होता है। हालांकि गर्मियों में मौसम में लोग गेहूं की रोटी के बजाय ज्वार की रोटी खाना अधिक पसंद करते है। ज्वार के अनगिनत फायदे व कुछ नुकसान के बारे में आपको विस्तार से बताएंगे।
- ज्वार क्या हैं ? (What is Jowar in Hindi)
- ज्वार के पौष्टिक तत्व क्या हैं ? (what are the Nutrients and Minerals Found in Jowar in Hindi)
- ज्वार के फायदे क्या हैं ? (What are the Benefits of Jowar in Hindi)
- ज्वार के नुकसान क्या हैं ? (What are the Side-Effects of Jowar in Hindi)
ज्वार क्या हैं ? (What is Jowar in Hindi)
ज्वार एक तरह का अनाज है जिसमे कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते है। ज्वार पुरे दुनिया में उष्णकटिबंध देशो में पाया जाता है। हालांकि पहले ज्वार का अधिक सेवन नहीं किया जाता था किन्तु इनके गुणों को देखकर लोग अधिक खाने लगे। इसकी खेती पहले दक्षिण अफ्रीका में हुई थी। अब सभी देशो में खेती की जाने लगी है। ज्वार की रोटी उन लोगो के लिए फायदेमन्द होता है जिनको गेहूं से एलर्जी होती हैं।
ज्वार के पौष्टिक तत्व क्या हैं ? (what are the Nutrients and Minerals Found in Jowar in Hindi)
ज्वार में भरपूर मात्रा में पौष्टिक तत्व मौजूद रहता है। इसमें उच्च मात्रा में फाइबर, प्रोटीन, पोटेशियम, फास्फोरस, कैल्शियम, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स और आयरन इत्यादि हैं जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। (और पढ़े – आयरन की कमी क्या है)
ज्वार के फायदे क्या हैं ? (What are the Benefits of Jowar in Hindi)
ज्वार के निम्नलिखित स्वास्थ्य लाभ हैं।
- दांत दर्द दूर करने में – दांतो की सफाई ठीक से न करने पर दांतो से जुडी समस्या होने का जोखिम रहता है। इसलिए नियमित रूप से दांतो की सफाई करनी चहिये। कुछ लोगो में कैल्शियम की कमी होने से दांत कमजोर व दर्द की समस्या होने लगता है। दांतो के दर्द को दूर करने के लिए ज्वार बहुत उपयोगी होता है। इसमें अच्छी मात्रा में कैल्शियम व पोटेशियम होता है जो दांतो को मजबूत करता है। (और पढ़े – दांत में कैविटी होने की समस्या)
- कब्ज को दूर करने में – भोजन का पाचन होने पर कब्ज जैसी समस्या उत्पन्न होने लगता है। ऐसे में लोगो को ज्वार की रोटी का सेवन करना चाहिए। इसमें उच्च मात्रा में फाइबर होता है जो भोजन को पचाता है और मल को उत्तेजित करता है। इस वजह से कब्ज की समस्या ठीक हो जाती है। कब्ज की समस्या ठीक होने से बवासीर का जोखिम नहीं होता है। (और पढ़े – बवासीर का उपचार क्या है)
- खून बढ़ाने में – ज्वार में कैल्शियम के साथ आयरन भी उच्च मात्रा में पाया जाता है जो शरीर में आयरन की कमी को दूर करने में मदद करता है। आयरन रक्त को बढ़ाने में मदद करता है। शरीर में आयरन की कमी पूरी होने पर एनीमिया का जोखिम नहीं रहता है। जिन लोगो को खून की कमी है उनको ज्वार की चपाती अपने भोजन में शामिल करना चाहिए। (और पढ़े – एनीमिया के कारण और उपचार क्या है)
- कील मुँहासे को दूर करने – बहुत से लोगो के चेहरे पर कील मुंहासे निकल आते है जिसके वजह से लोग बहुत परेशान हो जाते है। इन समस्या को ठीक करने के लिए तरह तरह के घरेलू उपचार का उपयोग करते है लेकिन कोई लाभ नहीं मिल पाता है। चेहरे की कील मुंहासे आपके खूबसूरती को कम कर देते है। इन सब समस्या को ठीक करने में मदद करता है। इसलिए ज्वर के पेस्ट को बनाकर प्रभावित जगह पर लगाकर कुछ देर छोड़ दे थोड़े समय के बाद साफ पानी से धो ले। इस प्रक्रिया को हफ्ते में दो बार जरूर करे। (और पढ़े – मुंहासे का उपचार क्या है)
- हड्डियों को मजबूत करने में – कैल्शियम की कमी होने के कारण हड्डियों में कमजोरी आ जाती है जिसके कारण हड्डियों से संबंधित समस्या होने लगती हैं। ज्वार में उच्च मात्रा में मैग्नीशियम व कैल्शियम पाया जाता है। इसके सेवन करने से हड्डियों में मजबूती आती है। हड्डियों को पोषक तत्व प्राप्त होता है और हड्डियों की कमजोरी दूर हो जाती है। हड्डिया मजबूत होने से गठिया व ऑस्टियोपोर्सेस का जोखिम नहीं रहता है। (और पढ़े – गठिया का घरेलू उपचार)
ज्वार के नुकसान क्या हैं ? (What are the Side-Effects of Jowar in Hindi)
ज्वार का सेवन कम मात्रा में करने से कोई नुकसान नहीं होता है लेकिन अत्यधिक मात्रा में करने से सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
- कुछ शोध के अनुसार ज्वार की रोटी कमजोर व्यक्ति को नहीं खिलाना चाहिए। क्योंकि उनका पाचन क्रिया ज्वार को पचा नहीं पायेगा।
- जिन लोगो को पित्त की समस्या है, उनको ज्वार के सेवन से परहेज करना चाहिए। यदि रोटी खाने की इच्छा है तो इसमें गुलकंद को मिलाकर सेवन करे।
- यदि कोई व्यक्ति पहली बार ज्वार का सेवन कर रहा है तो उनको एलर्जी की समस्या हो सकती है। इसलिए आटो में मिलाकर सेवन करे।
- अगर ज्वार का सेवन करने से स्वास्थ्य में किसी तरह की अनियमियता हो रही है, तो इसका उपयोग करना सीमित कर दे,व अपने नजदीकी पारिवारिक चिकिस्तक से संपर्क करें।
- स्तनपान करने वाली महिला सेवन करने से पहले अपने चिकिस्तक से परामर्श कर ले।
अगर ज्वार का सेवन करने से स्वास्थ्य में किसी तरह की अनियमियता हो रही है, तो इसका उपयोग करना सीमित कर दे,व अपने नजदीकी पारिवारिक चिकिस्तक (General Physician) से संपर्क करें।
हमारा उद्देश्य केवल आपको लेख के माध्यम से जानकारी देना है। हम आपको किसी तरह दवा, उपचार की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक ही दे सकता है। क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा कोई नहीं होता है।