भूख न लगने की समस्या। Loss of Appetite in Hindi
जनवरी 28, 2020 Lifestyle Diseases 13292 ViewsEnglish हिन्दी Bengali Tamil العربية
Loss of Appetite Meaning in Hindi
आजकल बच्चो में भूख की कमी की समस्या अधिक हो रही है। इसके अलावा वयस्कों मे भी भूख की कमी का सामना करना पड़ता है। इसका मुख्य कारण सही समय पर भोजन न करना हो सकता है। कुछ बीमारियों से ग्रस्त होने से भूख में कमी हो जाती है। बहुत से लोगो में कब्ज या पेट संबंधित समस्या होने से भूख नहीं लगती है या भोजन खाने का मन नहीं होता है। शरीर का वजन अचानक कम होना भूख की कमी का कारण बनता है। अगर भोजन करने की इच्छा नहीं करता है तो जबरदस्ती खाने पर उल्टी या जी मिचलाने लगता है। जिन लोगो अधिक दिनों से भूख में कमी हो हो रही है, तो इस स्थिति को चिकिस्तक भाषा में एनोरेक्सिया कहा जाता है। भोजन करने के बाद व्यक्ति थोड़ा बहार टहलना व हवा लेना चाहिए ताकि भोजन का पाचन ठीक से हो सके। इसके अलावा भोजन करने के थोड़ा देर पहले व्यायाम कर सकते है इससे भूख और बढ़ती है। भूख की कमी की समस्या का उपचार करने के लिए चिकिस्तक कुछ ब्लड टेस्ट व एक्स रे और पेट का अल्ट्रासाउंड कर सकते है। चलिए आपको भूख न लगने की समस्या के बारे में विस्तार से इस लेख में बताया गया है।
- भूख न लगने के कारण क्या है ? (What are the Causes of Loss of Appetite in Hindi)
- भूख न लगने के लक्षण क्या है ? (What are the Symptoms of Loss of Appetite in Hindi)
- भूख न लगने के परीक्षण ? (Diagnosis of Loss of Appetite in Hindi)
- भूख न लगने का उपचार क्या है ? (What are the Treatments for Loss of Appetite in Hindi)
भूख न लगने के कारण क्या है ? (What are the Causes of Loss of Appetite in Hindi)
भूख में कमी आने का मतलब किसी तरह के रोग का कारण हो सकता है। इसके अलावा संक्रमण के हमला करने से भूख में कमी आ जाती है। यदि भूख न लगने की समस्या आंतरिक है तो चिकिस्तक उपचार कर रोकथाम करने का प्रयास करते है। कुछ संक्रमण के फैलने के कारण कुछ लक्षण हो सकते है।
- जैसे: हेपेटाइटिस (और पढ़े – हेपेटाइटिस बी क्या है)
- किडनी का संक्रमण।
- लिवर में सूजन।
- निमोनिया।
- एचआईवी संक्रमण।
- कुछ रोग भूख न लगने का कारण बनते है।
- जैसे: क्रोंन रोग का होना।
- कोलन कैंसर।
- सीलिएक रोग।
- कुछ दवाइयों के दुष्परिणाम होने से भूख में कमी का कारण बनता है।
- व्यक्ति को मानसिक रूप से तनाव ग्रस्त होने पर भूख में कमी आ जाता है।
- कुछ जोखिम कारक जो भूख न लगने की समस्या को बढ़ाता है।
- हार्ट फेलियर।
- दर्द होना।
- एनीमिया। (और पढ़े – एनीमिया का उपचार क्या है)
- सांस लेने में कठिनाई होना।
- डिमेंशिया रोग।
- गर्भावस्था का पहला महीना।
- पेट फूला होना।
भूख न लगने के लक्षण क्या है ? (What are the Symptoms of Loss of Appetite in Hindi)
भूख न लगने के लक्षण कारणों के आधार पर नजर आते है। बहुत से बच्चो में भूख की कमी कुपोषण का शिकार बना देती है। भोजन की पूर्ति ठीक से नहीं होने पर मांसपेसियों में कमी होने लगता है। कुछ लोगो में भूख की कमी कुछ देर के लिए रहती है और कुछ लोगो में अधिक समय तक रह सकती है। भूख की कमी के कुछ लक्षण निचे विस्तार से बताया गया है। (और पढ़े – एनोरेक्सिया क्या है)
- भोजन की महक लेने के बाद भोजन न करना।
- भोजन का स्वाद अच्छा न लगना।
- भोजन निगलने में कठिनाई होना।
- थोड़े भोजन से पेट जल्दी भर जाना।
- एक तरह के भोजन करना।
- भोजन पसंद न होने पर खाने की कोशिश करना।
- अगर आपके बच्चे का वजन अचानक से कम हो रहा है तो ऐसे में आपको चिकिस्तक से संपर्क कर उपचार करवाना चाहिए।
भूख न लगने के परीक्षण ? (Diagnosis of Loss of Appetite in Hindi)
भूख की कमी होने पर चिकिस्तक मरीज से उसके पुराने बीमारी इतिहास के बारे में पूछते है, इसके अलावा मरीज की लंबाई और वजन मापते है और पहले से तुलना करते है। पिछली दवा के सेवन के बारे में विस्तार से पूछते है ताकि निदान करने में आसानी हो सके। आहार से जुड़े सवाल भी पूछ सकते है। कुछ अन्य भी पूछ सकते है जैसे: आपको क्या लक्षण हो रहा है या अभी आपका वजन कितना है। इसके अलावा मरीज का परीक्षण करने के लिए कुछ जांच कर सकते है।
- छाती का एक्स -रे निकालना।
- पेट का उल्ट्रासोड़।
- ब्लड टेस्ट करना।
- लिवर व थायरॉइड की जांच करना। (और पढ़े – थायरॉइड का उपचार)
- तनाव का परीक्षण करना।
- छाती व सिर का सिटी स्कैन करना।
- शराब की आदत बदलने की सलाह देना।
- गर्भवती महिला के एचआईवी की जांच करना।
भूख न लगने का उपचार क्या है ? (What are the Treatments for Loss of Appetite in Hindi)
भूख की कमी का उपचार करने के लिए चिकिस्तक मरीज के कारणों को समझते है, इसके बाद समस्या को दूर करने के लिए उपचार करते है। अगर संक्रमण होने से भूख में कमी आ रही है, तो कुछ दवाओं की खुराक देते है जो संक्रमण को कम करते है। भूख की कमी अधिकतर आंतरिक कारणों से होता है जिसका उपचार जल्दी करना बेहद जरुरी होता है। कुछ जटिल समस्या को चिकिस्तक विभिन्न उपचार के माध्यम से ठीक करने का प्रयास करते है।
- चिकिस्तक भूख की कमी को दूर करने के लिए कुछ निम्न सुझाव दे सकते है, ताकि आप भूख की कमी की समस्या से छुटकारा पा सके।
- आपको रोजाना व्यायाम करना चाहिए। इससे आपकी भूख बढ़ती है।
- मलती रोकने वाली दवाओं का सेवन कर इस समस्या को ठीक कर सकते है।
- अगर आपको कमजोरी है तो पोषक तत्वों का सेवन करना शुरू कर दे।
- चिंता और तनाव को दूर रखने की कोशिश करें।
- अगर कब्ज, थकान, पेट में ऐंठन हो रही है तो जो सप्लीमेंट इलेक्ट्रोलाइट लेने की सलाह दे सकते है।
- कुछ गंभीर समस्याओं में चिकिस्तक मरीज के पोषक तत्वों की कमी को पूरा करता है। जिसके लिए पोषक तत्वों को एक ट्यूब के माध्यम से किया जाता है।
अगर आप भूख न लगने की समस्या से परेशान हो चुके है, तो जनरल फिजिशियन (General Physician) से संपर्क करें।
हमारा उद्देश्य आपको रोगो के प्रति जानकारी देना है हम आपको किसी तरह के दवा, उपचार, सर्जरी की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक दे सकता है क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा नहीं होता है।