पीआरपी थेरेपी पर जानकारी । PRP Therapy Meaning in Hindi.
अक्टूबर 19, 2020 Lifestyle Diseases 3552 Viewsपीआरपी थेरेपी का मतलब हिंदी में । (PRP Therapy Meaning in Hindi)
पीआरपी थेरेपी क्या हैं ?
पीआरपी को प्लेटलेट रिच प्लाज्मा व हिंदी में प्लेटलेट-समृद्ध प्लाज्मा कहा जाता है। यह एक तरह की तीन चरण चिकित्सा प्रक्रिया है, इसमें व्यक्ति के रक्त को खींचा जाता है ताकि संसोधित किया जा सके। इसके बाद खोपड़ी में इंजेक्शन लगा दिया जाता है। बहुत से लोग का मानना है यह थेरेपी बालों के प्राकृतिक विकास को बढ़ाने में सहायक हो सकता है। बालो के रोम में रक्त की आपूर्ति बढ़ाकर व बाल को मोटा बनाए रखने में मदद कर सकते है। हालांकि यह थेरेपी बालों की झड़ने जैसी समस्या के लिए सुझाव दिया जा सकता है। लेकिन बालों की झड़ने की समस्या पर इस थेरेपी का अभी तक शोध नहीं हुआ है की पीआरपी बालों की झड़ने की समस्या में प्रभावी उपचार है। पीआरपी थेरेपी का उपयोग अक्सर घायल के रूप में टेंडन, स्नायुबंधन (ligaments)और मांसपेशियों की समस्याओं के लिए किया जाता है। चलिए आज हम पीआरपी थेरेपी पर में जानकारी प्राप्त करें।
- पीआरपी थेरेपी कैसे किया जाता हैं ? (What are the Procedure of PRP Therapy in Hindi)
- पीआरपी थेरेपी के फायदे ? (What are the Benefits of PRP Therapy in Hindi)
- पीआरपी थेरेपी के नुकसान ? (What are the Side-Effects of PRP Therapy in Hindi)
- बालों के लिए पीआरपी थेरेपी की जटिलाएं ? (What are the Risks of PRP for Hair loss in Hindi)
- भारत में पीआरपी थेरेपी का खर्च कितना लगता हैं ? (What is Cost of PRP Therapy in Hindi)
पीआरपी थेरेपी कैसे किया जाता हैं ? (What are the Procedure of PRP Therapy in Hindi)
पीआरपी थेरेपी पर में जानकारी:
- अगर पीआरपी थेरेपी करवाने की सोच रहे है तो चिकिस्तक से अपने दवाओं के बारे में बताएं जैसे आप किसी विशेष दवा का सेवन करते है या खून पतला करने वाले दवाई लेते है आदि। इस प्रक्रिया को करने से पहले चिकिस्तक स्वास्थ्य से संबंधित कुछ सवाल पूछ सकते है।
- चिकिस्तक पहले आपके रक्त का नमूना लेकर तैयार करेंगे। आपके नमूने के आधार पर पीआरपी का इंजेक्शन दिया जा सकता है। रक्त के नमूने को एक मशीन में रखा जाता है जिसमे मशीन तेजी से घूमकर रक्त के घटक को अलग करते है। इस प्रक्रिया में 15 मिनट तक का समय लग सकता है।
- अलग किये तो प्लाज्मा को प्रभावित क्षेत्र में इंजेक्ट किया जाता है, लेकिन क्षेत्रों का सटीक ध्यान देने के लिए अल्ट्रासाउंड की सहायता लेते है। पीआरपी इंजेक्शन की प्रक्रिया में एनेस्थेटिक का उपयोग किया जाता है। इसलिए यह प्रक्रिया करवाने के बाद व्यक्ति किसी परिजन के साथ घर जाएं। (और पढ़े – नाक की सर्जरी कैसे की जाती है)
पीआरपी थेरेपी के फायदे ? (What are the Benefits of PRP Therapy in Hindi)
पीआरपी थेरेपी के कुछ निम्न फायदे हो सकते है।
- पीआरपी कोलेजन और इलास्टिन उत्पादन में वृद्धि करता है जो त्वचा को मोटा व कसता है। प्रभावी रूप से झुर्रियों व लाइनों को ठीक करता है। क्योंकि यह कोलेजन को बढ़ाता है, इसलिए यह समग्र त्वचा की बनावट और टोन को बेहतर बनाने के लिए एक बढ़िया उपचार है। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से अच्छा है जो रोज़ेसा या मुँहासे से पीड़ित हैं।
- पीआरपी मुश्किल क्षेत्रों के उपचार के लिए बहुत प्रभावी होता है, जैसे कि आंख के नीचे की नाजुक जगह जहां व्यक्ति अक्सर उम्र बढ़ने के संकेत को देखते हैं और जहां कोई लेजर का उपयोग नहीं किया जा सकता है। (और पढ़े – त्वचा से झुर्रियों को दूर करने के घरेलू उपचार)
- पीआरपी का उपयोग बिना किसी विदेशी उत्पादकों का इस्तेमाल किये प्राकृतिक तत्वों का उपयोग केवल किया जाता है। इस उपचार की प्रक्रिया में आपके रक्त के एक छोटे से नमूने को खींचकर कार्य किया जाता है। तब अन्य रक्त कणों से प्लाज्मा को अलग करने के लिए लगभग पांच मिनट तक एक अपकेंद्रित्र में घूमता है। पीआरपी यानि प्लेटलेट रिच प्लाज्मा को फिर कोलेजन और इलास्टिन उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए उपचार क्षेत्र में वापस लाया जाता है।
पीआरपी थेरेपी के नुकसान ? (What are the Side-Effects of PRP Therapy in Hindi)
पीआरपी पर में जानकारी:
PRP थेरेपी में मरीज के ही रक्त को उनके खोपड़ी में इंजेक्ट किया जाता है, इसलिए संचारी रोग का जोखिम नहीं होता है। फिर भी थरेपी में जो इंजेक्शन शामिल होते हैं, उनमे कुछ नुकसान के जोखिम हो सकते है।
- जैसे – रक्त वाहिकाओं या नसों को चोट लगना।
- संक्रमण होना।
- इंजेक्शन बिंदुओं पर कैल्सीफिकेशन।
- घाव का निशान पड़ना।
बालों के लिए पीआरपी थेरेपी की जटिलाएं ? (What are the Risks of PRP for Hair loss in Hindi)
चिकिस्तक जड़ीबूटी प्रक्रिया व दवा से समस्या को ठीक करने का प्रयास करते है। लेकिन आप चिकिस्तक से पहली बार सलाह लेने जाते है तो चिकिस्तक बालों के झड़ने पर पीआरपी थेरेपी के खिलाफ ही रहते है।
- जैसे व्यक्ति का रक्त पतला है या भारी धूम्रपान करने वाला हैं।
- शराब या नशीली दवाओं के दुरुपयोग का पुराना इतिहास है।
- यदि किसी व्यक्ति का निदान हो गया है, तो चिकिस्तक इन जोखिम में आपको इस उपचार की अनुमति नहीं देते है।
- जैसे तीव्र या जीर्ण संक्रमण हो।
- कैंसर की समस्या। (और पढ़े – फेफड़े का कैंसर)
- पुरानी जिगर की बीमारी।
- पुरानी त्वचा की बीमारी।
- हेमोडायनामिक अस्थिरता।
- कम प्लेटलेट गिनती।
- गलग्रंथि की बीमारी।
- चयापचय विकार।
- प्लेटलेट की शिथिलता सिंड्रोम।
- प्रणालीगत विकार।
हमको आशा है की आपको पीआरपी थेरेपी पर जानकारी प्राप्त हो गयी होगी और आपको आपके प्रश्न का उचित जवाब मिल गया होगा।
पीआरपी थेरेपी के बारे में अधिक जानकारी एव उपचार के लिए Dermatologist से संपर्क कर सकते हैं।
हमारा उद्देश्य केवल आपको लेख के माध्यम से जानकारी देना है। हम आपको किसी तरह दवा, उपचार की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक ही दे सकता है। क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा कोई नहीं होता है।