नींद की कमी क्यों होती है । Sleep Deprivation in Hindi
जनवरी 5, 2021 Lifestyle Diseases 1758 Viewsनींद की कमी क्या हैं ? (Sleep Deprivation Meaning in Hindi)
नींद की कमी की समस्या एक ऐसी स्तिथि है जो देखने में आम है, लेकिन अधिक समय से रहने पर गंभीर समस्या पैदा कर सकता है। हालांकि नींद की कमी तब होती है जब कोई व्यक्ति सक्षम नहीं होता है की पर्याप्त नींद ले पाएं। नींद नहीं पुरे होने से व्यक्ति के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है जैसे वजन घटना या बढ़ना, मस्तिष्क की एकाग्रता न होना आदि कार्य में रुकावट आना। कुछ विशेषज्ञ के अनुसार नींद की कमी के कारण ऊर्जा और मनोदशा में वृद्धि होती हैं और अवसाद का उपचार किया जा सकता है। नींद हमारे शरीर को खुद को ठीक करने का मौका देती है, इसलिए नींद की कमी से स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकते हैं।चलिए आज के लेख के माध्यम से आपको नींद की कमी के कारण, लक्षण, उपचार व बचाव के बारे में विस्तार से बताने वाले है।
- नींद की कमी के कारण क्या है ? (Causes of Sleep Deprivation in Hindi)
- नींद की कमी के लक्षण क्या है ? (Symptoms of Sleep Deprivation in Hindi)
- नींद की कमी का परिक्षण ? (Diagnoses of Sleep Deprivation in Hindi)
- नींद की कमी का इलाज क्या है ? (Treatments of Sleep Deprivation in Hindi)
- नींद की कमी से बचाव ? (Prevention of Sleep Deprivation in Hindi)
नींद की कमी के कारण क्या है ? (Causes of Sleep Deprivation in Hindi)
नींद की कमी के निम्न कारण हो सकते है।
- व्यक्तिगत पसंद – कुछ लोगों को यह महसूस नहीं होता है कि शरीर को पर्याप्त नींद की आवश्यकता है। नियमित रूप से एक उचित समय पर बिस्तर पर जाने के बजाय, वे सामूहीकरण करने, टीवी देखने या एक अच्छी किताब पढ़ने के लिए देर तक रहना पसंद करते हैं।
- बीमारी – जुकाम और टॉन्सिलाइटिस जैसी बीमारियाँ खर्राटों, गैगिंग और बार-बार जागने का कारण बन सकती हैं और इसका खंडित होकर सोने पर सीधा प्रभाव पड़ता है। (और पढ़े – सर्दी-जुखाम में क्या खाना चाहिए)
- काम – जो लोग शिफ्ट काम करते हैं वे नियमित रूप से अपने नींद-जागने के चक्र को बाधित करते हैं। बार-बार आने वाले यात्रियों (उदाहरण के लिए, एयरलाइन क्रू) में अनियमित नींद के पैटर्न होते हैं।
- स्लीप डिसऑर्डर – स्लीप एपनिया, खर्राटे और आवधिक लिम्ब मूवमेंट डिसऑर्डर जैसी समस्याएं रात के दौरान व्यक्ति की नींद को कई बार बिगाड़ सकती हैं।
- दवाएं – मिर्गी या ध्यान घाटे की सक्रियता विकार (एडीएचडी) जैसे विकारों के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कुछ दवाएं अनिद्रा का कारण बन सकती हैं।
- सोते हुए पर्यावरण – पर्यावरणीय कारणों से नींद बाधित हो सकती है; उदाहरण के लिए, क्योंकि शयनकक्ष बहुत गर्म या ठंडा है या शोर-शराबे वाले पड़ोसियों या खर्राटों के साथी के कारण है।
- गरीब नींद की स्वच्छता – कुछ लोगों की आदतें विघटनकारी हैं; उदाहरण के लिए, सोते समय कॉफी या सिगरेट पीने से तंत्रिका तंत्र उत्तेजित होता है और नींद कम आती है। एक और आम समस्या बिस्तर पर लेटने और आराम करने के बजाय चिंता करने की है।
नींद की कमी के लक्षण क्या है ? (Symptoms of Sleep Deprivation in Hindi)
बच्चों और वयस्कों में नींद की कमी होने के निम्नलिखित लक्षण नजर आ सकते है।
वयस्कों में नींद की कमी के लक्षण में शामिल हैं।
- लगातार जम्हाई लेना।
- टीवी देखना।
- सुबह जागने पर घमौरियां।
- दिन भर नींद का सामना करना पड़ा।
- खराब एकाग्रता और मनोदशा में बदलाव (अधिक चिड़चिड़ा)।
बच्चों में नींद की कमी के लक्षण में शामिल है।
- मनोदशा और चिड़चिड़ापन।
- गुस्सा आना।
- कुछ काम न कर पाना।
- सुबह उठने पर घमौरियां।
- सुबह बिस्तर से उठने की अनिच्छा। (और पढ़े – बच्चों में मिर्गी की समस्या)
नींद की कमी का इलाज क्या है ? (Treatments of Sleep Deprivation in Hindi)
नींद की कमी का इलाज मरीज के कारण व विकारो के आधार पर किया जाता है। सामान्य तौर पर चिकिस्तक व्यक्ति के जीवनशैली में परिवर्तन करवाने की कोशिश करते है।
- जैसे – आहार में सब्जियों व मछलियों का सेवन करना चाहिए।
- जितना हो सके आहार में कम मात्रा में चीनी का उपयोग करें।
- सोने से पहले अत्यधिक पानी पीने की जगह कम पानी पीये।
- सुबह शारीरिक गतिविधि करे जैसे योगा व व्यायाम। (और पढ़े – सुबह व्यायाम करने के फायदे)
- अपना सोने का एक समय बना ले और रोज उसी समय सोने की कोशिश करें।
- धूम्रपान और शराब का सेवन कम करें।
- सोने से पहले अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेड युक्त भोजन न करें।
- जीवनशैली सलाह के अलावा चिकिस्तक मरीज को नींद की गोलिया, एर्लजी या सर्दी की दवा, मेलेटोटिन की खुराक आदि।
नींद की कमी से बचाव ? (Prevention of Sleep Deprivation in Hindi)
नींद की कमी होने मनुष्य के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इसके अलावा कुछ लोग दुर्घटनाएं का शिकार हो सकते है। मस्तिष्क में कमजोरी की समस्या उत्पन्न कर सकता है और रोजाना के कामो पर भी प्रभाव पड़ने लगता है। शरीर की प्रतिशा प्रणाली कमजोर होने लगती है और व्यक्ति बीमार पड़ने लगता है। हालांकि किसी व्यक्ति को कभी नींद न आए तो कोई बड़ी समस्या नहीं है, लेकिन रोजाना नींद की कमी हो रही है तो यह आगे चलकर बड़ी समस्या का जोखिम पैदा कर सकता है। विशेषज्ञ के अनुसार नींद की कमी का विशेष बचाव नहीं है फिर भी व्यक्ति को नींद लगाने की कोशिश करना चाहिए। इसके अलावा जब आप बिस्तर पर जाते है तो टीवी और मोबाइल को न देखे। (और पढ़े – अनिद्रा की समस्या क्यों होती है)
हमें आशा है की आपके प्रश्न नींद की कमी क्यों होती है ? का उत्तर इस लेख के माध्यम से दे पाएं।
अगर आपको नींद की कमी की समस्या है तो सामान्य चिकिस्तक (General Physician) से संपर्क कर सकते है।
हमारा उद्देश्य केवल आपको लेख के माध्यम से जानकारी देना है। हम आपको किसी तरह दवा, उपचार की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक ही दे सकता है। क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा कोई नहीं होता है।
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