पाचन शक्ति बढ़ाने के योग । Yoga for Digestive System In Hindi
नवम्बर 11, 2020 Lifestyle Diseases 1558 Viewsपाचन शक्ति बढ़ाने के योग का मतलब हिंदी में (Yoga for Digestive System Meaning In Hindi)
पाचन शक्ति मजबूत करने के लिए अच्छी नींद के साथ योग फायदेमंद होता है। बहुत से लोग को पता नहीं होता है पाचन शक्ति को बढ़ाने के लिए किस तरह की शारीरिक गतिविधि करना चाहिए। पाचन शक्ति गड़बड़ होने की समस्या आमतौर पर अत्यधिक तेल व मसालेयुक्त भोजन करने से होता है। इसके अलावा व्यक्ति के अधिक चिंता, तनाव व शराब की लत की आदत होने से पाचन शक्ति प्रभावित हो जाती है। हालांकि अपच को दूसरे शब्दो में बदहजमी भी कहा जाता है। अपच जैसी समस्या को दूर करने के अपने जीवनशैली में परिवर्तन करना आवश्यक होता है। इसके लिए रोजाना सुबह योगा करना चाहिए ताकि पाचन से जुडी समस्या से छुटकारा पा सके। यदि कमजोर पाचन शक्ति हो जाती है तो व्यक्ति में कुछ लक्षण जैसे पेट में दर्द, पेट में गैस, पेट में सूजन व उल्टी आदि नजर आने लगती है। आज के लेख में हम आपको पाचन शक्ति बढ़ाने के योग के बारे में बताने वाले है।
पाचन शक्ति बढ़ाने के योग क्या है ? (Yoga for Digestive System in Hindi)
पाचन शक्ति बढ़ाने के कुछ निम्न योग कर सकते है। चलिए आगे विस्तार से बताते है ।
- मार्जरासन – मार्जरासन पेट में सूजन और दर्द जैसी समस्या को कम करने में लाभदायक होता है। इस योग से पेट के अंदुरुनी आंतो का मसाज होता है। मार्जरासन करने के लिए बिल्ली की तरह मुद्रा बनाया जाता है। इस योग को करने के लिए एक योगा मैट ले उसपर दोनों हाथो का टेक लगाकर जमीन पर रखे। अब अपन सांस को अंदर बाहर करे, सिर को नीचे रखें। इस आसान को कम से कम चार से पांच बार करें। (और पढ़े – सर्दी में क्या खाना चाहिए)
- त्रिकोणासन –त्रिकोणासन योग उन लोगो के लिए बेहतर माना जाता है जो IBS, या चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम से पीड़ित है। इस योग में त्रिभुज मुद्रा किया जाता है ताकि यकृत व आंत के मार्ग सक्रीय हो। इस योग में अपने दाहिने पैर को अपने शरीर के सामने रखें, दूसरे पैर को 45 डिग्री पर बाहर की ओर घुमाएं। दोनों भुजाओं को बाहर निकालें और दाहिने हाथ को अपने पैर के बगल में जमीन पर रखें, जिससे आपकी बाईं भुजा ऊपर की ओर उठे। धड़ को बाईं ओर घुमाएं और सांस लें। इस आसन को कुछ सेकंड तक करें। (और पढ़े – गर्भावस्था में तनाव की समस्या)
- शवासन – शवासन योग या लाश मुद्रा होती है जो पाचन अंगो को ऑक्सजीन प्रदान करने का काम करता है। इस योग में यह है कि अपनी चटाई पर अपने हाथों और पैरों को पूरी तरह से फैलाकर सपाट बिछाना, अपने मन को अपनी श्वास पर केंद्रित करना और कुछ नहीं करना होता है। अपने पैरो के बिच में 2 फिट की दुरी बनाये रखे व हथेलियों को 40 डिग्री पर रखें। इस आसन में आपको सोना नहीं है केवल अपनी आंखो को बंदकर ध्यान लगाना है। (और पढ़े – सुबह दौड़ने के स्वास्थ्य लाभ)
- पश्चिमोत्तानासन – पश्चिमोत्तानासन एक महतवपूर्ण आसन है जो पाचन शक्ति को मजबूत करने में मदद करता है। यह आसन बहुत सरल है और एक ही समय में पीठ को लंबा और खींचते हुए उन आंतों की मालिश करने का एक शानदार तरीका है। इस मुद्रा में कुछ बीट्स के बाद, आप नींद की एक शांतिपूर्ण रात में बहाव के लिए पर्याप्त आराम महसूस करेंगे! अपने सामने अपने पैरों के साथ अपनी चटाई पर बैठकर शुरुआत करें। धीरे-धीरे अपनी बाहों के साथ आगे बढ़ें और कूल्हों पर झुकें, जब तक कि आपका सिर आपके घुटनों को स्पर्श न करे (या फिर जहाँ तक आप पहुँच सकते हैं)। इस आसन को कम से कम 20 से 50 सेकेंड कर सकते है। (और पढ़े – एसिड रिफ्लेक्स क्या है)
- मयूरासन – मयूरासन पाचन की स्तिथि में सुधार करता है। इस मुद्रा का अभ्यास करने से आप अच्छे से भोजन को पचा सकते है और इच्छा जे मुताबिक भोजन कर सकते है। इस आसन में अपनी चटाई पर घुटने मोड़कर शुरुआत करें, फिर आगे झुकें और अपनी हथेलियों को पीछे की ओर उठाई हुई उंगलियों से चटाई पर दबाएं। एक समय में धीरे-धीरे पैरों को एक पैर बढ़ाएं, जब तक कि आप अपने हाथों पर आराम से अपने सभी वजन के साथ एक तख़्त स्थिति में न हों। अपने पेट की मांसपेशियों को तनाव दें क्योंकि आप कम से कम पांच सेकंड के लिए मुद्रा रखते हैं, जबकि सभी सांस लेते हैं।(और पढ़े – वजन कम करने के घरेलू उपचार)
- सुपत्त मत्स्येन्द्रासन – सुपाइन ट्विस्ट के रूप में जाना जाने वाला यह पोज़ प्राकृतिक रूप से अर्ध पवनमुक्तासन का अनुसरण करता है। पाचन योग के कई चरों की तरह जिन पर हमने चर्चा की है, यह स्थिति पाचन अंगों पर दबाव डालती है, जिससे सूजन, ऐंठन और सामान्य असुविधा से राहत मिलती है। एक बार जब आप अपने दाहिने घुटने को अपनी ओर खींच लेते हैं बस घुटने को उठाकर बाईं ओर संकेत करें। अपने कंधों को चटाई पर सपाट रखने की कोशिश करें, ताकि आपके धड़ को उन अंगों को मरोड़ने और मालिश करने के लिए मजबूर किया जाए! कुछ गहरी सांस लेने के बाद, दूसरे पैर के साथ दूसरी तरफ मुड़ें। (और पढ़े – पैर दर्द के आयुर्वेदिक उपचार)
- अर्ध पवनमुक्तासन – अर्ध पवनमुक्तासन पाचन शक्ति को मजबूत करने में मदद करता है। यह मुद्रा व्यावहारिक रूप से छुट्टी के भोजन के लिए बनाई गई है। आप इसके नाम से बता सकते हैं: आधा गैस राहत मुद्रा इसमें अपने पैरों पर अपने पैरों के साथ सपाट झूठ बोलना शुरू करें और बाहर की तरफ अपने हाथ बढ़ाएं। अपने दाहिने घुटने को अपनी छाती की ओर लाएँ और अपने हाथों को अपनी जाँघ के चारों ओर लपेटकर रखें। कुछ गहरी साँस लें और फिर इसे बाएं पैर के साथ आज़माएं। इस आसन को कुक सेकेंड तक करें। (और पढ़े – सुबह व्यायम करने के फायदे)
हमें आशा है की आपके प्रश्न पाचन शक्ति बढ़ाने के योग का उत्तर इस लेख के माध्यम से दे पाएं।
अगर आपको पाचन शक्ति से जुडी किसी तरह की समस्या हो रही है तो (Gastroenterologist) से संपर्क कर सकते है।
हमारा उद्देश्य केवल आपको लेख के माध्यम से जानकारी देना है। हम आपको किसी तरह दवा, उपचार की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक ही दे सकता है। क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा कोई नहीं होता है।
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