पीसीओएस के लिए आहार । PCOS (Polycystic Ovary Syndrome)Diet Chart in Hindi

अप्रैल 21, 2021 Womens Health 4372 Views

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पीसीओएस (पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) का मतलब हिंदी में,   (PCOS (Polycystic Ovary Syndrome) in Hindi)

पीसीओएस के लिए आहार

पीसीओएस (पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) महिलाओं एक तरह की दुर्लभ स्तिथि है। ऐसे समस्या में महिला के अंडाशय छोटे- छोटे सिस्ट बनने लगते हैं। इस कारण महिलाओं में मोटापा, अनियमित पीरियड्स, इन्सुलिन प्रतिरोध जैसी समस्याएं हो सकती है। इसका कोई सटीक इलाज न होने के कारण चिकिस्तक जीवनशैली में बदलाव करवाने की सलाह देते है। पीसीओएस डाइट की मदद से समस्या को कुछ हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। चलिए आज के लेख में आपको पीसीओएस के लिए आहार और क्या नहीं आदि के बारे में बताने वाले हैं। 

  • पीसीओएस (पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) क्या हैं ? (What is PCOS (Polycystic Ovary Syndrome) in Hindi)
  • पीसीओएस में क्या खाना चाहिए ? (Foods for PCOS in Hindi)
  • पीसीओएस में क्या नहीं खाना चाहिए ? (Foods to Avoid in PCOS in Hindi)
  • पीसीओएस से अन्य टिप्स ? (Other tips of PCOS (Polycystic Ovary Syndrome) in Hindi)

पीसीओएस (पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) क्या हैं ? (What is PCOS (Polycystic Ovary Syndrome) in Hindi)

पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम (पीसीओएस) एक ऐसी स्थिति है जो एक महिला के हार्मोन के स्तर को प्रभावित करती है। पीसीओएस वाली महिलाएं पुरुष हार्मोन की तुलना में अधिक-सामान्य मात्रा में उत्पादन करती हैं। यह हार्मोन असंतुलन उन्हें मासिक धर्म को छोड़ने का कारण बनता है और इससे उन्हें गर्भवती होने में कठिनाई होती है। आजकल प्रजनन क्षमता में कमी होने के कारण (पीसीओएस) की समस्या अधिक महिलाएं में देखी जाती है। यह समस्या मुख्य तौर 15 वर्ष से 30 वर्ष की महिलाओं में अधिक होती है। भारत में 10 महिलाओं में से एक महिला (पीसीओएस) से पीड़ित है। इसके अलावा कुछ महिलाओं को इसके बारे में कोई जानकारी ना होने के वजह से अपना उपचार नहीं करवा पाती है। (और पढ़े – पीसीओएस का इलाज क्या हैं)

पीसीओएस में क्या खाना चाहिए ? (Foods for PCOS in Hindi)

पीसीओएस में निम्न खाद्य पदार्थो को शामिल कर सकते हैं। चलिए आगे विस्तार से बताते हैं। 

  • लो फैट प्रोटीन कुछ शोध के अनुसार पीसीओएस के उपचार में निम्न पोषक तत्व को शामिल करना चाहिए। लो फैट प्रोटीन को शामिल करने से वजन नियंत्रित होता है। महिलाओं में वजन बढ़ने पर खासतौर पर पीसीओएस की समस्या बढ़ने लगती है। ऐसे में कम वसा युक्त प्रोटीन फायदेमंद हो सकता है महिलाओं में इंसुलिन को बेहतर करने में और हार्मोन को नियंत्रित करने में फायदेमंद होता है। इस पर अभी और शोध जारी है। (और पढ़े – अनियमित मासिकधर्म की समस्या)
  • साबुत अनाज के फायदे – साबुत अनाज सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके अलावा पीसीओएस से बचाव करने के लिए आहार में साबुत अनाज शामिल करना चाहिए। इस समस्या से बचने 60 % सही साबित हो सकता है। साबुत अनाज इंसुलिन को बढ़ाने और ग्लूकोज को नियंत्रित करने में व लक्षण को रोकने में मददगार होता है। (और पढ़े – साबुत अनाज के फायदे)
  • एंटीऑक्सीडेंट डाइट में शामिल करना महिलाओं में पीसीओएस की समस्या होने पर एंटीऑक्सीडेंट का कम प्रभाव होता है। स्ट्रेस बढ़ने से महिला को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जैसे – मोटापा, रक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोग का जोखिम बढ़ सकता है। एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थो को शामिल करने से पीसीओएस को नियंत्रित किया जा सकता हैं। (और पढ़े – डायबिटीज का इलाज क्या हैं)
  • फाइबर युक्त आहार शामिल करना फाइबर युक्त आहार वजन कम करने में सहायक होता है साथ ही पीसीओएस के लक्षण को कम करता है। पीसीओएस के लक्षण इंसुलिन रेसिस्टेंस शामिल है। हार्मोन में किसी तरह की प्रतिक्रिया न होने से रक्त में शुगर की मात्रा बढ़ सकती है। यह शरीर में मोटापा उत्पन्न कर पीसीओएस का जोखिम पैदा करता है। महिलाओं को घुलनशील फाइबर अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं।
  • गुड फैट पीसीओएस के लक्षण में शरीर की इन्सुलिन की मात्रा बढ़ जाती है। इसके अलावा अन्य बीमारी बढ़ सकती है।  पीसीओएस में इन्सुलिन की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए वजन को नियंत्रित करना चाहिए।  (और पढ़े – वजन कम करने के घरेलु उपचार)

पीसीओएस में क्या नहीं खाना चाहिए ? (Foods to Avoid in PCOS in Hindi)

पीसीओएस में क्या नहीं खाना चाहिए यह जानना बहुत जरुरी होता है की आपको किन खाद्य पदार्थो को शामिल करना है या नहीं। चिकिस्तक वजन नियंत्रित करने की सलाह देते है ताकि जोखिम को कम किया जा सके। चलिए आगे बताते हैं। 

  • कार्बोहाइड्रेड का सेवन करने से बचने की सलाह दी जाती है। 
  • कैंडी, शहद, पानी, कोल्ड्रिंक, कॉर्न, फलो के रस, चीनी, सोडा युक्त पदार्थ आदि। 
  • सिंपल कार्ब में माल्टोज, सुक्रोज, ग्लूकोज, गैलेक्टोज व राइबोज,  फ्रुक्टोज युक्त खाद्य पदार्थ शामिल है। इन सबका कम मात्रा में करे और परहेज करें। (और पढ़े – अपेंडिक्स बीमारी क्या हैं)

पीसीओएस से अन्य टिप्स ? (Other tips of PCOS (Polycystic Ovary Syndrome) in Hindi)

जैसा की आपको पता है पीसीओएस की समस्या महिला के लिए एक दुर्लभ स्तिथि है। महिलाओ को भोजन के अलावा निम्न बातो का ध्यान रखना आवश्यक होता है। 

  • पुरे दिन में भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए। इसके शरीर को हाइड्रेड बनाये रखें। 
  • कुछ न कुछ थोड़े समय में खाते रहना चाहिए। 
  • सभी पौष्टिक खाद्य पदार्थो को थोड़ा थोड़ा लेना चाहिए। 
  • एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थो का सेवन नहीं करना चाहिए। 
  • एक बार में महिला अत्यधिक भोजन खाने से बचना चाहिए।  (और पढ़े – 40 की उम्र के बाद महिलाओं का डाइट प्लान कैसा रहना चाहिए)

हमें आशा है की आपके प्रश्न पीसीओएस (पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) के आहार ? का उत्तर इस लेख के माध्यम से दे पाएं। 

अगर आपको पीसीओएस से जुडी समस्या के बारे में अधिक जानकारी या इलाज करवाने के लिए किसी अच्छे Gynecologist से संपर्क कर सकते हैं। 

हमारा उद्देश्य केवल आपको लेख के माध्यम से जानकारी देना है। हम आपको किसी तरह दवा, उपचार की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक ही दे सकता है। क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा कोई नहीं होता है।


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