प्रीमैच्योर (समय से पहले जन्मे) बेबी क्या होता है। Premature Baby in Hindi.
अक्टूबर 1, 2020 Womens Health 5266 ViewsPremature Baby Meaning in Hindi.
शादी के बाद माँ बनना हर महिला का सपना होता है। जैसा की आपको पता है माँ बनने की खुशी ही ऐसी होती है जिसमे माँ शिशु के आने का समय का इंतजार करती रहती हैं। सामान्य तौर शिशु का जन्म नौ महीने के बाद होता है, किंतु कुछ शिशु में मेडिकल परिस्तिथि के कारण नौ महीने से पहले की जन्म ले लेते हैं। समय से पहले जन्मे बच्चें को चिकिस्तक भाषा में प्रीमैच्योर बेबी (Premature Baby Meaning in Hindi) कहा जाता है। प्रीमैच्योर बेबी का अर्थ समय से पहले जन्मे शिशु जो माँ के गर्भ में नौ महीने तक नहीं रह पाते है। यही कारण है आम शिशु की तुलना में समय से पहले जन्मे शिशु थोड़े कमजोर होते है। इसलिए चिकिस्तक ऐसे शिशुओं की अधिक देखभाल करने की सलाह देते है। आपको बता दे, माँ में किसी तरह ही स्वास्थ्य समस्या होने के कारण शिशु का जन्म समय से पहले हो सकता है। जैसे महिला को बीपी, डायबिटीज, यूरिन ट्रैक संक्रमण, गुर्दे में समस्या या हृदय से जुडी बीमारी की समस्या आदि। हालांकि बहुत सी महिलाएं सोच रही होंगी, समय से पहले जन्मे शिशु कैसे दिखते हैं ? इसके अलावा इन शिशु में आगे क्या समस्या आ सकती है आदि। चलिए आज के लेख के माध्यम से आपको प्रीमैच्योर (समय से पहले जन्मे) बच्चें के बारे में विस्तार से बताने का प्रयास करेंगे।
- समय से पहले जन्मा बच्चा कैसा दिखता हैं ? (What does a premature baby look like in Hindi)
- प्रीमैच्योर (समय से पहले जन्मे) बच्चें होने के बाद एनआईसीयू में क्यों रखा जाता हैं ? (Why are premature baby kept in the NICU in Hindi)
- प्रीमैच्योर (समय से पहले जन्मे) बेबी के लक्षण ? (Symptoms of Premature Baby in Hindi)
- समय से पहले जन्मे बच्चें में होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं ? (What kinds of health problems can premature babies have in Hindi)
- प्रीमैच्योर (समय से पहले जन्मे) बेबी की देखभाल कैसे करें ? (Premature Baby Care in HIndi)
समय से पहले जन्मा बच्चा कैसा दिखता हैं ? (What does a premature baby look like in Hindi)
सामान्य शिशु की तुलना में समय से पहले जन्मे शिशु थोड़े अलग दिख सकते है। जैसे शरीर के आकार से बड़ा शिशु का सिर दिखता है। प्रीमैच्योर बेबी सामान्य शिशु से अधिक कमजोर होता है। समय से पहले जन्मे बच्चें के शरीर में वसा बहुत कम होता है। प्रीमैच्योर बेबी का शरीर छोटा व बहुत कमजोर हो सकता है। शिशु की रक्त वाहिकाएं स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। इन शिशु के पीठ व कंधो पर बाल नजर आ सकते है। इसके अलावा समय से पहले जन्मे बच्चें के शरीर में कम वसा होने से उनकी त्वचा पतली दिखाई देती हैं। (और पढ़े – शिशुओं में दस्त की समस्या)
प्रीमैच्योर (समय से पहले जन्मे) बच्चें होने के बाद एनआईसीयू में क्यों रखा जाता हैं ? (Why are premature baby kept in the NICU in Hindi)
प्रीमैच्योर (समय से पहले जन्मे) बच्चें (Premature Baby Meaning in Hindi) को अधिक देखभाल की जरूरत होती है। इसलिए चिकिस्तक समय से पहले जन्मे बच्चें को कुछ दिन के लिए एनआईसीयू रखते है। एनआईसीयू को हिंदी में गहन चिकित्सा कहा जाता है। हालांकि समय से पहले जन्मे शिशु को स्वास्थ्य समस्या होने का अधिक खतरा रहता है, इसलिए शिशु को अस्पताल के एनआईसीयू में रखा जाता है। एनआईसीयू में चिकिस्तक और नर्स की टीम शिशु की देख रेख करते है। एनआईसीयू में शिशु को कुछ दिनों के लिए रखते है। अगर शिशु की स्तिथि सामान्य नहीं है तो अधिक दिनों तक एनआईसीयू में रखा जा सकता हैं।
प्रीमैच्योर (समय से पहले जन्मे) बेबी के लक्षण ? (Symptoms of Premature Baby in Hindi)
चिकिस्तक के अनुसार प्रीमैच्योर (समय से पहले जन्मे) बेबी में कुछ निम्न लक्षण नजर आ सकते है।
- सामान्य शिशुओं की तुलना में समय से पहले जन्मे शिशु की शारीरिक गतिविधि बहुत कम होती है।
- समय से पहले जन्मे शिशु का वजन कम होता है।
- समय से पहले जन्मे बच्चे का शरीर कमजोर होता है।
- सामान्य शिशुओं की त्वचा तुलना में समय से पहले जन्मे बच्चे की त्वचा पलती होती है। (और पढ़े – कावासाकी रोग क्या है)
समय से पहले जन्मे बच्चें में होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं ? (What kinds of health problems can premature babies have in Hindi)
समय से पहले जन्मे बच्चें में कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है। चलिए आगे बताते हैं।
- समय से पहले जन्मे बच्चें में एनीमिया (Anemia) का खतरा बना रहता है क्योंकि उनके शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी अक्सर देखी जाती है।
- शिशु में पिले रंग का द्रव अधिक होने से पीलिया का जोखिम हो सकता है।
- एप्रिया में शिशु के मस्तिष्क का सही विकास नहीं होता है तो शिशु में सांस लेने की समस्या हो सकती है। इसके अलावा शिशु में लंबे समय तक सांस में कठिनाई होने से जान का खतरा हो सकता है।
- गर्भावस्था में संक्रमण होने के कारण समय से पहले जन्मे बच्चें में संक्रमण का जोखिम हो सकता है।
- समय से पहले जन्मे कुछ बच्चों में हृदय से जुडी समस्या का खतरा हो सकता है।
- हाइपोथर्मिया सामान्य शिशु की तुलना में समय से पहले जन्मे में बच्चें का तापमान बहुत कम होता है। इस कारण बच्चें में सायनोसिस की समस्या हो सकती है।
- समय से पहले जन्मे बच्चें कमजोर होने से उनके आंख भी कमजोर होते है, इसलिए ऐसे बच्चें में अंधेपन का जोखिम हो सकता है।
प्रीमैच्योर (समय से पहले जन्मे) बेबी की देखभाल कैसे करें ? (Premature Baby Care in Hindi)
अस्पताल से प्रीमैच्योर बेबी को घर लाने पर बहुत ध्यान रखने की आवश्कयता होती है, इसलिए चिकिस्तक देखभाल करने के निम्न सलाह दे सकते हैं।
- समय से पहले जन्मे शिशु की नींद का ध्यान रखना चाहिए, इसलिए शिशु को आराम के लिए नरम बिस्तर पर सुलाना चाहिए।
- शिशु के शरीर को हमेशा स्वच्छ रखना चाहिए, इसके लिए शिशु के शरीर को कोमल टिश्यू व साफ पानी से साफ करना चाहिए। इसके अलावा चिकिस्तक द्वारा बताए गए बेबी तेल या बेबी साबुन का उपयोग करें।
- समय से पहले जन्मे को अधिक गर्म या ठंडे स्थान पर नहीं लेटाना चाहिए, इससे शिशु के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इसके अलावा शिशु को सामान्य तापमान वाले जगह पर लेटाए ताकि आराम मिल सकें। (और पढ़े – नवजात शिशु की देखभाल कैसे करें)
अगर आपको प्रीमैच्योर बेबी (Premature Baby Meaning in Hindi) के बारे में और अधिक जानने के लिए स्त्री विशेषज्ञ (Gynecologist) से संपर्क कर सकते हैं।
हमारा उद्देश्य केवल आपको लेख के माध्यम से जानकारी देना है। हम आपको किसी तरह दवा, उपचार की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक ही दे सकता है। क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा कोई नहीं होता है।