वेस्ट नाइल फीवर क्या होता है। West Nile Fever in Hindi.

अक्टूबर 20, 2020 Lifestyle Diseases 1381 Views

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वेस्ट नाइल फीवर क्या होता है ?(West Nile Fever Meaning in Hindi)

वेस्ट नाइल फीवर एक तरह का खतरनाक वायरल संक्रमण है जो संक्रमित मच्छरो के काटने से फैलता है। इसके अलावा यह संक्रमण स्तनधारी जानवरो में जैसे पक्षी, पशु, में भी फैलता है। वायरल संक्रमण से बहुत से लोग से पीड़ित हो जाते है लेकिन उनमे लक्षण नजर नहीं आते है। कुछ शोधकर्ता के अनुसार कुछ लोगो में वेस्ट नाइल फीवर होने से कुछ लक्षण हो सकते है जैसे बुखार, सिरदर्द या उलटी आदि। हालांकि कुछ निम्न लोगो में हड्डियों और मांसपेशियो में कमजोरी की समस्या देखने को मिल सकती है। इस संक्रमण को ठीक होने में कुछ महीनो या हफ्तों का समय लग सकता है। यदि लक्षण नजर आने पर उपचार न किया गया तो किसी जटिल बीमारी का कारण बन सकता है। इसलिए अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए घर के परिसर और आसपास की स्वच्छता को बनाए रखें और गंदे पानी को जमा न होने दे। बहुत से लोग सोच रहे होंगे आखिर वेस्ट नाइल फीवर क्या होता है ? चलिए आज के लेख आपको विस्तार से बताते हैं। 

  • वेस्ट नाइल फीवर के कारण ? (Causes of West Nile Fever in Hindi)
  • वेस्ट नाइल फीवर के लक्षण ? (Symptoms of West Nile Fever in Hindi)
  • वेस्ट नाइल फीवर का परीक्षण ? (Diagnoses of West Nile Fever in Hindi)
  • वेस्ट नाइल फीवर का उपचार ? (Treatments for West Nile Fever in Hindi)
  • वेस्ट नाइल फीवर से बचाव ? (Prevention of West Nile Fever in Hindi)

वेस्ट नाइल फीवर के कारण ? (Causes of West Nile Fever in Hindi)

  • वेस्ट नाइल वायरस के कारण वेस्ट नाइल फीवर होता है। हालांकि यह वायरस संक्रमित मच्छरो के काटने से होता है। इसके अलावा यह वायरस जानवरो से मनुष्यो में फैलने का कारण बन सकता है। यह संक्रमण किसी जानवर व व्यक्ति के छूने से नहीं होता है बल्कि संक्रमित मच्छर के काटने से होता है। 
  • कुछ शोधकर्ता के अनुसार यह वायरस गर्मी के मौसम में अधिक होता है। गर्मी के मौसम में मच्छर सक्रीय होते है जो जानवर व बाहरी लोग के संपर्क में आते है। 
  • किसी व्यक्ति को संक्रमण से पीड़ित मच्छर काट ले तो उनको यह वायरस उनको हो जाता है। लेकिन लक्षण नजर आने में दो हफ्तों  तक का समय लग सकता है।
  • कुछ लोगो में यह संक्रमण होने का कारण हो सकता है जैसे कोई गर्भवती महिला अपने बच्चें को जन्म देने के बाद उसे स्तनपान करवाया हो आदि। (और पढ़े – स्तनपान करवाने के फायदे)

वेस्ट नाइल फीवर के लक्षण ? (Symptoms of West Nile Fever in Hindi)

वेस्ट नाइल फीवर के लक्षण जल्दी नजर नहीं आते है बल्कि तीन से दो हफ्तों का समय लग जाता है। हालांकि शुरुवात में कुछ निम्न दिखाई दे सकते है। 

  • जैसे – शरीर में दर्द का अनुभव होना। 
  • उल्टी होना। 
  • दस्त की समस्या। 
  • अधिक बुखार आना। 
  • थकान महसूस करना। 
  • सिरदर्द होना। 
  • हड्डियों में अकड़न होना। 
  • त्वचा पर चकत्ते आना। 
  • गंभीर लक्षणो में शामिल है। 
  • गर्दन में अकड़न होना। 
  • पीड़ादायक दर्द सिर में होना। 
  • मांसपेशियो में बहुत कमजोरी आना। 
  • अधिक बुखार आना। (और पढ़े – चमकी बुखार क्या है)

वेस्ट नाइल फीवर का परीक्षण ? (Diagnoses of West Nile Fever in Hindi)

वेस्ट नाइल फीवर का निदान करने के लिए चिकिस्तक निम्नलिखित परीक्षण करने की सलाह दे सकते हैं। 

  • मस्तिष्क में हो रही गतिविधि का पता लगाने के लिए चिकिस्तक ईसीजी का उपयोग कर सकता है। इसके अलावा एमआरआई का उपयोग कर सूजन का पता लगाया जाता है। 
  • मरीज के बुखार और लक्षणो के कारण को जानने के लिए पेशाब का नमूना ले कर जांच कर सकते है। 
  • मरीज के शरीर में वेस्ट नाइल फीवर संक्रमण का पता लगाने के लिए रक्त परीक्षण किया जाता है। 
  • मैनिंजाइटिस के लक्षण का पता लगाने के लिए चिकिस्तक मस्तिष्क के पास और रीढ़ की हड्डी के पास से मस्तिष्कमेरु को देखकर एक नमूना लिया जाता है ताकि शरीर की लड़ने की क्षमता को देखा जा सके। 

वेस्ट नाइल फीवर का उपचार ? (Treatments for West Nile Fever in Hindi)

  • वेस्ट नाइल फीवर के लिए कोई विशेष टिका अभी तक उपलब्ध नहीं हुआ है। लेकिन इस फीवर के लक्षण के बढ़ने से कुछ गंभीर बीमारी का जोखिम बन सकता है। जैसे दिल का दौरा या डायबिटीज व बीपी आदि की समस्या का किया जा सकता है। 
  • बहुत से ऐसे लोग भी होते है जो बिना किसी उपचार के अपने आप ठीक हो जाते है। इसके अलावा कुछ लोगो गंभीर समस्या पैदा हो सकती है। 
  • कुछ मामलो में चिकिस्तक कुछ थेरेपी जैसे सपोर्टिव थेरेपी की सहायता से उपचार कर सकते है ताकि वेस्ट नाइल फीवर को ठीक किया जा सके। (और पढ़े – मलेरिया बुखार का उपचार)

वेस्ट नाइल फीवर से बचाव ? (Prevention of West Nile Fever in Hindi)

वेस्ट नाइल फीवर से बचने के लिए अपने आप को मच्छरो से बचाव करना जरुरी होता है। इसलिए आगे आपको बचाव के उपाय बताते हैं। 

  • मच्छरो से बचने के लिए अपने घर के आसपास पानी जमा न होने दे। 
  • अपने घर के पानी भरने वाले बर्तनो हमेशा साफ करते रहे। 
  • जानवरो के पीने वाले बर्तन को बदलते रहना चाहिए। 
  • शाम होने पर घर के दरवाजे और खिड़की को खुला न रखे। इसके अलावा छोटे बच्चें को मच्छरानी में सुलाएं ताकि मच्छर से बचाव हो सके।  (और पढ़े – मच्छर से बचने के उपाय)

हमें आशा है की आप के प्रश्न, वेस्ट नाइल फीवर क्या होता है ? का उत्तर इस लेख के माध्यम से दे पाए है । 

अगर आपको वेस्ट नाइल फीवर के बारे अधिक जानकारी के लिए संक्रमण चिकिस्तक (Infection Disease Specialist) से संपर्क कर सकते हैं। 


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