पेट में गैस होने के आयुर्वेदिक उपचार। Ayurvedic Treatments for Stomach Gas in Hindi.
अक्टूबर 7, 2020 Lifestyle Diseases 8010 Viewsपेट में गैस क्यों होता है (Why Stomach Gas Happens in Hindi)
आजकल लोगो में पेट में गैस की समस्या आम हो चुकी है। इसका मुख्य कारण लोगो की खराब जीवनशैली होती है, जिसमे लोग समय पर भोजन नहीं करते, रात को देर तक जागते है और सुबह उठकर शारीरिक गतिविधि जैसे व्यायाम, योगा नहीं करते है। इसके अलावा लोगो को घर के भोजन के बजाय बाहर के जंक फ़ूड (Junk Food) पिज्जा, बर्गर अधिक खाना पसंद करने लगे है। यह खाने में तो अच्छा लगता है लेकिन स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है। यह पेट में जल्दी पचता नहीं है और पेट में गैस की समस्या उत्पन्न करता है।
आयुर्वेद के अनुसार अपने भोजन में विदेशी खाने की जगह देशी खाने जो पौष्टिक तत्व से युक्त हो उनका सेवन करना चाहिए। इसके अलावा भोजन करने के बाद तुरंत सोना नहीं चाहिए बल्कि थोड़ा टहलना चाहिए ताकि भोजन का पाचन हो सके। आपको बता दे, पेट में गैस बनने पर यदि सही समय पर उपचार न किया जाएं तो अन्य जटिल समस्या का कारण बन सकता है। कुछ अन्य समस्या होने पर पेट में गैस होने लगता है जैसे पेट में सूजन, आंत में सूजन, संक्रमण बढ़ना या गुर्दे की पथरी की समस्या आदि है।
अगर आपके पेट में गैस की समस्या हो रही है और दवा खाने से कोई खास परिणाम नहीं मिल रहा है, तो आयुर्वेदिक उपचार की सहायता ले सकते है। आयुर्वेदिक उपचार हमारे देश आज से नहीं बल्कि पुराने जमाने से उपचार के लिए औषधीय और जड़ीबूटी का उपयोग किया जाता रहा है। आज के लेख में हम आपको पेट में गैस (Stomach Gas Meaning in Hindi) होने की समस्या दूर करने के आयुर्वेदिक जड़ीबूटी और उपचार के बारे में विस्तार से बताएंगे।
- पेट में गैस बनने के आयुर्वेदिक उपचार क्या हैं ? (What are the Ayurvedic remedies for gastric problems in Hindi)
- आयुर्वेद के अनुसार पेट में गैस बनने पर क्या करना चाहिए और क्या नहीं ? (According to Ayurveda, what should be done when gastric suffering from gastric problem and what should not be done in Hindi)
पेट में गैस बनने के आयुर्वेदिक उपचार क्या हैं ? (What are the Ayurvedic remedies for gastric problems in Hindi)
पेट में गैस (Stomach Gas Meaning in Hindi) की समस्या को दूर करने के लिए निम्न जड़ी बूटियों और आयुर्वेदिक उपचार का उपयोग किया जाता है। चलिए आगे बताते हैं।
जड़ीबूटियां –
- अदरक – अदरक एक ऐसी जड़ीबूटी है जिसका उपयोग जठरांत्र की मांसपेशियो के कार्य को ठीक करने के लिए किया जाता है। अदरक बहुत से औषधीय गुण होते है जो पेट की गैस को दूर करने में मदद करते है। (और पढ़े – अदरक के फायदे और नुकसान)
- हींग – हींग एक बेहतरीन जड़ीबूटी है जिसका उपयोग पेट में गैस और ऐंठन दूर करने के लिए किया जाता है। इसके अलावा पेट फूलने जैसी समस्या को ठीक करने में फायदेमंद होता है।
- लौंग – पेट में गैस की समस्या को दूर करने लौंग फायदेमंद होता है। इसलिए खाना खाने के बाद लौंग की एक या दो कली को चूसने से खट्टी ड़कार नहीं आती है। गैस की समस्या कम होने लगती है।
- कालीमिर्च – पेट में गैस का इलाज करने के लिए कालीमिर्च अच्छी जड़ीबूटी मानी जाती है। जिसका उपयोग हम मसाले के रूप में करते है। पेट में अधिक गैस होने पर कालीमिर्च की चाय बनाकर पी सकते है।
आयुर्वेदिक उपचार –
लेप – आयुर्वेद में लेप की प्रक्रिया में व्यक्ति के प्रभावित अंगो पर जड़ीबूटियों का पेस्ट बनाकर लगाया जाता है। यह पेट में होने वाले दर्द से आराम दिलाता है। पेट पर लेप लगाकर पाचनतंत्र में सुधार किया जाता है ताकि पेट में गैस की समस्या को कम किया जा सकें। (और पढ़े – पैर दर्द के आयुर्वेदिक उपचार)
पाचन – पाचन कर्म पेट में गैस की समस्या को दूर करने के लिए किया जाता है। इस उपचार की विधि से पाचन तंत्र में सुधार किया जाता है ताकि पेट में गैस की समस्या को ठीक किया जा सके। इसके अलावा पाचन क्रिया को मजबूत करने के लिए हिंग्वाष्टक चूर्ण का उपयोग किया जाता है। (और पढ़े – पेट में एसिड की समस्या)
आयुर्वेद के अनुसार पेट में गैस बनने पर क्या करना चाहिए और क्या नहीं ? (According to Ayurveda, what should be done when gastric suffering from gastric problem and what should not be done in Hindi)
आयुर्वेद के अनुसार पेट में गैस बनने पर क्या करना चाहिए –
- आयुर्वेद के अनुसार व्यक्ति को खिचड़ी का सेवन करना चाहिए।
- सब्जियों में हरी सब्जियां व तुरई का सेवन कर सकते है।
- पेट में गैस होने पर गलत तरीके से नहीं बैठना चाहिए।
आयुर्वेद के अनुसार पेट में गैस बनने पर क्या नहीं करना चाहिए –
- आयुर्वेद के अनुसार पेट में गैस होने पर अधिक मसालेदार भोजन नहीं करना चाहिए।
- व्यक्ति को पेशाब और शौच की इच्छा होने पर रोकना नहीं चाहिए, इससे पेट में गैस बन सकता है।
हमारा उद्देश्य केवल आपको लेख के माध्यम से जानकारी देना है। हम आपको किसी तरह दवा, उपचार की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक ही दे सकता है। क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा कोई नहीं होता है।

