स्टैफ इंफेक्शन क्या हैं । Staph Infections in Hindi
जनवरी 26, 2021 Lifestyle Diseases 1425 Viewsस्टैफ इंफेक्शन का मतलब हिंदी में, (Staph infections Meaning in Hindi)
स्टैफ इंफेक्शन क्या हैं ?
स्टैफ संक्रमण एक ऐसा संक्रमण है जो स्टैफिलोकोकस नामक बैक्टीरिया के कारण होता है। यह सबसे अधिक बार त्वचा व नाक के भीतरी भाग को प्रभावित करते हैं। हालांकि यह बैक्टीरिया से प्रभावित जगह अपने आप ठीक हो जाती है और किसी तरह के उपचार की जरूरत नहीं पड़ती है। लेकिन कुछ लोगो में संक्रमण ठीक न होने पर उन्हें एंटीबायोटिक दवाओं के साथ इलाज करने की आवश्यकता होती है। यदि यह संक्रमण शरीर में प्रवेश करते है तो जोड़ो, हड्डियों व हृदय को क्षति पंहुचा सकते है। इस वजह से स्वास्थ्य संबंधित समस्या का सामना करना पड़ता है। इसलिए, यदि संक्रमण से प्रभावित होते है, तो तुरंत उपचार करवाना चाहिए, ताकि जोखिम और न बढ़े। चलिए आज के लेख में आपको स्टैफ संक्रमण के बारे में विस्तार से बताते हैं।
- स्टैफ इंफेक्शन के कारण क्या हैं ? (What are the Causes of Staph Infections in Hindi)
- स्टैफ इंफेक्शन के लक्षण व संकेत क्या हैं ? (What are the Sign and Symptoms of Staph Infections in Hindi)
- स्टैफ इंफेक्शन का निदान ? (Diagnoses of Staph Infections in Hindi)
- स्टैफ इंफेक्शन का इलाज क्या हैं ? (What are the Treatments for Staph Infections in Hindi)
स्टैफ इंफेक्शन के कारण क्या हैं ? (What are the Causes of Staph Infections in Hindi)
- कुछ लोग के त्वचा पर या नाक में स्टैफ बैक्टीरिया पहले से मौजूद होते है, लेकिन उन्हें संक्रमण नहीं होता है। यदि व्यक्ति को कोई कट या घाव रहता है तो बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश कर लेता है और संक्रमण का कारण बनता है।
- स्टैफ बैक्टीरिया एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। इसके अलावा यह वस्तुओं पर भी फैल सकते हैं, जैसे कि तौलिए, कपड़े, दरवाज़े के हैंडल, एथलेटिक उपकरण और रिमोट आदि।
- यदि किसी व्यक्ति को स्टैफ बैक्टीरिया है और भोजन तैयार नहीं कर रहे हैं यदि तैयार कर रहे हैं, तो आप दूसरों को भी स्टैफ बैक्टीरिया फैला सकते हैं। (और पढ़े – कोरोना वायरस संक्रमण क्या है)
स्टैफ इंफेक्शन के लक्षण व संकेत क्या हैं ? (What are the Sign and Symptoms of Staph Infections in Hindi)
स्टैफ इंफेक्शन के लक्षण प्रकार के आधार पर विकसित हो सकते है।
- विषाक्त शॉक सिंड्रोम (टीएसएस) – इसमें उच्च बुखार, अचानक निम्न रक्तचाप, उल्टी, दस्त और भ्रम का कारण हो सकता है। इसके अलावा शरीर पर कहीं-कहीं सनबर्न जैसे दाने हो सकते हैं। टीएसएस से अंग विफलता हो सकती है।
- त्वचा में संक्रमण – त्वचा में संक्रमण होने से त्वचा पिंपल या फोड़े की तरह दिख सकते हैं। यह दिखने में लाल, सूजे हुए और दर्दनाक हो सकते हैं। इसमें कभी-कभी मवाद या अन्य जल निकल सकता है। ये आवेग में बदल सकते हैं, जो त्वचा पर पपड़ी में बदल जाता है, या सेल्युलाइटिस, सूजन, त्वचा का लाल क्षेत्र जो गर्म महसूस करता है।(और पढ़े – कोरोना वायरस से बचाव कैसे करे)
- अस्थि संक्रमण – अस्थि संक्रमण से संक्रमित क्षेत्र में दर्द, सूजन, गर्मी और लालिमा हो सकती है। इससे व्यक्ति को ठंड लगना और बुखार भी हो सकता है।
- एंडोकार्डिटिस – एंडोकार्डिटिस कुछ फ्लू जैसे लक्षणों का कारण बनता है जो बुखार, ठंड लगना और थकान जैसे समस्या उत्पन्न करता है। इसके अलावा तेजी से दिल की धड़कन, सांस की तकलीफ, और बांहों या पैरों में तरल पदार्थ के निर्माण जैसे लक्षणों का कारण बनता है।
- खाद्य विषाक्तता – खाद्य विषाक्तता यानि फ़ूड पाइजनिंग होने पर व्यक्ति को मतली और उल्टी, दस्त और बुखार हो सकता है। यदि शरीर में पानी की कमी है अधिक है तो डिहाइड्रेशन हो सकता है।
- निमोनिया – निमोनिया के लक्षणों में तेज बुखार, ठंड लगना और खांसी होती है जो बेहतर नहीं होती है। इस वजह से व्यक्ति को सीने में दर्द और सांस की तकलीफ भी हो सकती है।(और पढ़े – निमोनिया होने के कारण क्या है)
स्टैफ इंफेक्शन का निदान ? (Diagnoses of Staph Infections in Hindi)
- स्टैफ इंफेक्शन का निदान करने के लिए सबसे पहले मरीज का शारीरिक परीक्षण करेंगे ताकि त्वचा की समस्या को समझा जा सके और बीमारी इतिहास व लक्षण के बारे में जानकारी लेंगे।
- परीक्षण के दौरान यदि स्टैफ इंफेक्शन का सदेंह होता है तो चिकिस्तक निम्न परीक्षण कर सकता है। जैसे नमूने लेकर जांच करते है या कुछ इमेजिंग टेस्ट कर सकते है। इसके अलावा जरूरत पड़ने पर अन्य जांच की सलाह दे सकते है। (और पढ़े – बायोप्सी क्या है)
स्टैफ इंफेक्शन का इलाज क्या हैं ? (What are the Treatments for Staph Infections in Hindi)
- जैसा की आगे बताया बहुत से लोगो में स्टैफ इंफेक्शन होने पर कोई प्रभाव नहीं होता है और अपने आप ठीक हो जाता है। जिन लोगो में ठीक नहीं होता है उनको उपचार की जरूरत पड़ती है। हालांकि स्टैफ इंफेक्शन का उपचार सामान्य तौर पर एंटीबायोटिक दवाओं के माध्यम से किया जाता है। इसके अलावा संक्रमण के आधार पर चिकिस्तक कुछ क्रीम या मलहम लगाने की सलाह देते है। यदि व्यक्ति के शरीर में संक्रमण से प्रभावित हो गए है तो उस घाव को सुखाने के लिए कुछ दवा दे सकते है। (और पढ़े – त्वचा में फंगल इन्फेक्शन दूर करने के लिए नीम के फायदे)
- कुछ मामलो में संक्रमण गंभीर होने पर हड्डियों में सर्जरी करने की जरूरत हो जाती है। ऐसा, इसलिए ताकि संक्रमण का जोखिम और ना शरीर में फ़ैल जाएं। (और पढ़े – हड्डियों में फ्रैक्चर की समस्या)
हमें आशा है की आपके प्रश्न स्टैफ इंफेक्शन क्या हैं ? का उत्तर इस लेख के माध्यम से दे पाएं।
अगर आपको स्टैफ इंफेक्शन के बारे में अधिक जानकारी एव इलाज करवाना हो, तो संक्रामक रोग चिकिस्तक (Infections Diseases) से संपर्क कर सकते हैं।
हमारा उद्देश्य केवल आपको लेख के माध्यम से जानकारी देना है। हम आपको किसी तरह दवा, उपचार की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक ही दे सकता है। क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा कोई नहीं होता है।
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