उष्ट्रासन के फायदे । Benefits of Ustrasana (Camel Pose) in Hindi

मार्च 7, 2021 Lifestyle Diseases 1377 Views

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उष्ट्रासन का मतलब हिंदी में,  (Ustrasana (Camel Pose) Meaning in Hindi)

उष्ट्रासन के फायदे।

भारत में बहुत पुराने समय शरीर को चुस्त और फिट रखने के लिए योगा किया जाता रहा हैं। योगा इतना प्रसिद्ध है की पुरे विश्व में भारतीय योगा किया जाता है। हालांकि आसान तो बहुत से है उनमें से एक उष्ट्रासन है जो दिखने में ऊंट की तरह दीखता है,इसे कैमल पोज भी कहा जाता है। यह आसान कमर और कंधो को मजबूत बनाता है साथ ही रीढ़ की हड्डियों में लचीलापन लाता है। इसके अलावा पेट के अंदरूनी अंगो की मालिश हो जाती है। इस बात ध्यान रखे यदि कमर दर्द व कंधे में चोट लगी हो, तो यह आसान न करे। इस आसन को नियमित रूप से करने के लिए योगा एक्सपर्ट की देख रेख में अभ्यास करें। चलिए आज के लेख में आपको उष्ट्रासन करने के तरीके, फायदे  व नुकसान के बारे में बताया गया हैं। 

  • उष्ट्रासन क्या हैं ? (What is Ustrasana (Camel Pose) in Hindi)
  • उष्ट्रासन करने का तरीका ? (How to do Ustrasana (Camel Pose) in Hindi)
  • उष्ट्रासन के फायदे ? (Benefits of Ustrasana (Camel Pose) in Hindi)
  • उष्ट्रासन किसे नहीं करना चाहिए ? (Who should not do Ustrasana (Camel Pose) in Hindi)

उष्ट्रासन क्या हैं ? (What is Ustrasana (Camel Pose) in Hindi)

उष्ट्रासन दो संस्कृत शब्द से मिलकर बनाया गया है, उष्ट्रा का अर्थ ऊंट और आसना का अर्थ मुद्रा होता है। इस अंग्रेजी में कैमल पोज़ के नाम से जाना जाता है। यह आसान अनाहत (हृदय चक्र) खोलने, शक्ति व शरीर में लचीलापन के लिए जाना जाता है। इसके अलावा यह आसान पाचन में सुधार करने में भी मदद करता है। हालांकि यह आसान सुबह करना उचित होता है और कोई भी आसान किसी योगा एक्सपर्ट की देख रेख में करना आवश्यक होता है। (और पढ़े – लेग प्रेस व्यायाम क्या हैं)

उष्ट्रासन करने का तरीका ? (How to do Ustrasana (Camel Pose) in Hindi)

  • उष्ट्रासन करने के लिए किसी शांत जगह पर एक योगा मैट या चादरी बिछा ले। 
  • आसान शुरू करने के लिए मत पर घुटनो को मोड़कर बैठ जाएं। इसके बाद हाथों को हिप्स पर रख ले। 
  • आपके घुटने व कंधे एक ही लाइन में हो व पैर के तलवे छत की तरफ हो। 
  • अब सांस को अंदर ले और रीढ़ की निचली हड्डी को आगे की ओर करने के लिए दबाव डालें। ऐसा करने पर दबाव नाभि पर महसूस होना चाहिए। 
  • ऐसे में कमर पीछे की ओर मोड़े और हथेलियों की पकड़ पैरो पर मजबूत करें। 
  • गर्दन को ढीला छोड़ दे और गर्दन पर तनाव न ले। 
  • इस आसान को कम से कम 30 से 60 सेकेंड तक बनाएं रखे। समय होने के बाद सांस छोड़ते हुए आसान को समाप्त कर मैट पर लेट जाएं। (और पढ़े – पवनमुक्तासन करने का तरीका)

उष्ट्रासन के फायदे ? (Benefits of Ustrasana (Camel Pose) in Hindi)

उष्ट्रासन के निम्नलिखित फायदे होते है। चलिए आगे विस्तार से बताते हैं। 

  • मासिकधर्म के दर्द को दूर करें –  मासिकधर्म के दौरान होने वाले दर्द व ऐंठन को कम करने के लिए उष्ट्रासन फायदेमंद होता है। इस आसान को रोजाना करने से पेट  मांसपेशिया मजबूत तो होती है साथ ही मासिकधर्म की समस्या को कम कर देता है। (और पढ़े – मासिकधर्म में देरी क्यों होती है)
  • तनाव को कम करें कोई भी योगा आसान करने से तनाव व चिंता में कमी होने लगती है। ऐसा ही उष्ट्रासन है जिसे करने से मस्तिष्क में अलग ही शांति का अनुभव होता है और तनाव कम होने लगता है। हालांकि आसान का अभ्यास करने के लिए योग गुरु का होना आवश्यक होता है। तनाव कम होने से शरीर में किसी तरह की समस्या का जोखिम नहीं रहता है। (और पढ़े – तनाव को कम करने के लिए लाल मिर्च के फायदे)
  • पाचन स्वास्थ्य में सुधार करें उष्ट्रासन का रोजाना अभ्यास करने से पेट के अंदरूनी अंगो की मालिश होती है और इससे पाचन स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। पाचन स्वास्थ्य समस्या होने से पेट से जुडी समस्या होने का जोखिम कम होता है साथ ही कब्ज, अपच, ब्लोटिंग की समस्या नहीं होती है। इसके अलावा रक्त परिसंचरण में सुधार करता हैं। (और पढ़े – कब्ज के घरेलु उपचार क्या है)
  • जांधो के फैट को कम करें यह आसान करने से पैरो व हाथों के अतिरिक्त फैट में कमी होने लगती है और जांधो के फैट को भी कम कर सकते है। योगा शरीर के लिए फायदेमंद होता ही है और हड्डियों को मजबूत बनाता है। शरीर में फैट कम करने के लिए योगा के साथ भोजन में कुछ बदलाव करना यानि अधिक जंक फ़ूड न खाना भी आवश्यक होता है। (और पढ़े – पैर दर्द के आयुर्वेदिक उपचार)
  • रीढ़ के लचीलेपन में सुधार करें उष्ट्रासन नियमित रूप से रीढ़ की हड्डियों के लिए फायदेमंद होता है। यह रीढ़ की हड्डियों का दर्द दूर कर लचीलेपन में सुधार करता है और स्लिप डिस्क जैसी समस्या के जोखिम को कम करता हैं। (और पढ़े – स्लिप डिस्क की समस्या क्या हैं)

उष्ट्रासन किसे नहीं करना चाहिए ? (Who should not do Ustrasana (Camel Pose) in Hindi)

कुछ निम्न स्तिथियो में उष्ट्रासन नहीं करना चाहिए। 

  • इस आसान को करने पर गर्दन पर अधिक तनाव नहीं देना चाहिए। 
  • अस्थमा से पीड़ित लोगो को इस आसान से बचना चाहिए। 
  • जिन लोगो ने हालही में कमर या कंधे की सर्जरी करवाई हो उनको इस आसान से बचना चाहिए। 
  • गर्दन या पेट में दर्द होने पर उष्ट्रासन नहीं करना चाहिए। 
  • उष्ट्रासन बिना किसी योगा एक्सपर्ट के न करें, क्योंकि बिना अभ्यास के करने पर गर्दन या पैर में चोट लग सकती हैं। 
  • माइग्रेन से पीड़ित लोग को इस आसान से बचना चाहिए। 
  • अगर गर्भवती महिला यह आसान करने का सोच रही है, तो पहले चिकिस्तक से सलाह ले। 
  • अनिद्रा की समस्या से पीड़ित लोगो को उष्ट्रासन नहीं करना चाहिए। (और पढ़े – अनिद्रा के कारण क्या हैं)

हमें आशा है की आपके प्रश्न उष्ट्रासन के फायदे ? का उत्तर इस लेख के माध्यम से दे पाएं। 

अगर आपको उष्ट्रासन करने पर स्वास्थ्य किसी तरह की अनियमियता होती है तो अपने सामान्य चिकिस्तक (General Physician) से संपर्क करें। 

हमारा उद्देश्य केवल आपको लेख के माध्यम से जानकारी देना है। हम आपको किसी तरह दवा, उपचार की सलाह नहीं देते है। आपको अच्छी सलाह केवल एक चिकिस्तक ही दे सकता है। क्योंकि उनसे अच्छा दूसरा कोई नहीं होता है।


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